डीआरडीओ की टीम यह ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम करेगी

सीएसआर फंड से और भी अस्पतालों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

पटौदी ।      केंद्र सरकार की तरफ से पटौदी के सब डिवीजन सरकारी अस्पताल में 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि जल्दी डीआरडीओ की टीम दौरा कर सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम करेगी। राव ने बताया कि पटौदी के सरकारी अस्पताल में केंद्र सरकार की ओर से एक ऑक्सीजन प्लांट 300 एलपीएम का लगाया जाएगा वही सीएसआर फंड की नीति के तहत मारुति की ओर से भी 1 टन का ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से सोहना व गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट मंजूर किया गया है इन दोनों स्थानों पर सीएसआर फंड से भी ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में उन्हें अवगत कराया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से सोहना व पटौदी में ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी दे दी गई है। सोहना में एनएचएआई की ओर से ऑक्सीजन प्लांट के लिए फाउंडेशन बनाने का काम भी शुरू किया जा चुका है। राव ने कहा कि इससे पूर्व गुड़गांव के सेक्टर 10 स्थित सरकारी अस्पताल व ईएसआई अस्पताल सेक्टर 9, मानेसर सेक्टर 3 में सीएसआर फंड नीति के तहत ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू किया जा चुका है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेवात में शहीद हसन खां मांडीखेड़ा में 1 टन व केंद्र सरकार की ओर से 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य चरम पर है। इसी प्रकार नूंह के नल्हड मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

राव ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में केंद्र सरकार की ओर से वह सीएसआर फंड से अलग-अलग ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होने के बाद इनकी क्षमता बढ़ जाएगी और आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की कमी सरकारी अस्पतालों में नहीं होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम शहर में स्थित निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए हैं जिनकी लगातार निगरानी प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए है कि निजी अस्पतालों में भी समय सीमा तय कर ऑक्सीजन प्लांट लगवाने का कार्य सुनिश्चित किया जाए।
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