मुख्य सीवर लाइन में ड्रेनेज पाइप जोड़े जाने को लेकर ठनी
हेलीमंडी पालिका प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग आमने-सामने
फतह सिंह उजाला
पटौदी। ऐसी भी क्या विकास और सुविधा के कार्य जो आम जनमानस के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन जाए ? यही हाल बीते 1 सप्ताह से पटौदी इलाके की हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में देखने को मिल रहा है । यहां आर ओ बी के नीचे हेली मंडी के मुख्य प्रवेश मार्ग पर एक खतरनाक अड्डा बीते 1 सप्ताह से आम जनमानस के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है । लाइट गुल होने पर रात के अंधेरे में और हाल ही में हुई बरसात के दौरान भी इस खड्डे में पानी भरने से कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं । लेकिन समस्या का समाधान होने की वजह हेली मंडी पालिका प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग के बीच अब ठन चुकी है ।
मामला कुछ इस प्रकार से है कि हेली मंडी अनाज मंडी के मुख्य प्रवेश स्थल पर ही करीब 55 लाख रुपए से सीसी रोड का बनाने का काम चल रहा है और हेली मंडी अनाज मंडी परिसर से बरसाती पानी निकासी की सबसे गंभीर समस्या बनी हुई है । इसी समस्या के समाधान के लिए हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा आरोबी के पास हाल ही में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा डाली गई मुख्य एसटीपी की पाइपलाइन और बनाए गए बड़े चेंबर में बरसाती पानी निकालने के लिए निर्माणाधीन सीसी रोड के नीचे पाइप दबाकर यहां चेंबर में जोड़ने के लिए लाया गया । जब इस बात का जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को मालूम हुआ तो अधिकारियों ने इसका विरोध करते हुए कड़ा ऐतराज भी जाहिर किया। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों का साफ-साफ कहना है कि एसटीपी सीवरेज के लिए ही है और बड़े चेंबर बनाए गए हैं अथवा सीवर होदी बनाई गई हैं या पाइपलाइन डाले गए हैं वह केवल और केवल सीवरेज संबंधित प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
हेलीमंडी पालिका प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग आमने-सामने
फतह सिंह उजाला
पटौदी। ऐसी भी क्या विकास और सुविधा के कार्य जो आम जनमानस के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन जाए ? यही हाल बीते 1 सप्ताह से पटौदी इलाके की हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में देखने को मिल रहा है । यहां आर ओ बी के नीचे हेली मंडी के मुख्य प्रवेश मार्ग पर एक खतरनाक अड्डा बीते 1 सप्ताह से आम जनमानस के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है । लाइट गुल होने पर रात के अंधेरे में और हाल ही में हुई बरसात के दौरान भी इस खड्डे में पानी भरने से कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं । लेकिन समस्या का समाधान होने की वजह हेली मंडी पालिका प्रशासन और जन स्वास्थ्य विभाग के बीच अब ठन चुकी है ।
मामला कुछ इस प्रकार से है कि हेली मंडी अनाज मंडी के मुख्य प्रवेश स्थल पर ही करीब 55 लाख रुपए से सीसी रोड का बनाने का काम चल रहा है और हेली मंडी अनाज मंडी परिसर से बरसाती पानी निकासी की सबसे गंभीर समस्या बनी हुई है । इसी समस्या के समाधान के लिए हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा आरोबी के पास हाल ही में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा डाली गई मुख्य एसटीपी की पाइपलाइन और बनाए गए बड़े चेंबर में बरसाती पानी निकालने के लिए निर्माणाधीन सीसी रोड के नीचे पाइप दबाकर यहां चेंबर में जोड़ने के लिए लाया गया । जब इस बात का जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को मालूम हुआ तो अधिकारियों ने इसका विरोध करते हुए कड़ा ऐतराज भी जाहिर किया। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों का साफ-साफ कहना है कि एसटीपी सीवरेज के लिए ही है और बड़े चेंबर बनाए गए हैं अथवा सीवर होदी बनाई गई हैं या पाइपलाइन डाले गए हैं वह केवल और केवल सीवरेज संबंधित प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
इसी प्रकरण में दोनों विभागों के बीच जिद के कारण आरोबी के पास खतरनाक खड्डा बीते 1 सप्ताह से बना हुआ है । अब समस्या यह है कि पालिका प्रशासन न तो यहां मेन होद में पानी निकासी का पाइप लाइन ही जोड़ पा रहा है और ना ही इस खतरनाक खड्डे को मिट्टी भर के समतल किया जा रहा है। जिससे कि आम आदमी को राहत मिले और दिन भर में आवागमन करने वाले अनगिनत वाहन चालकों को भी परेशानी ना हो । इस पूरे प्रकरण में मिली जानकारी के मुताबिक जो मामला यह आरोबी के पास है इसी प्रकार से कई और स्थानों पर भी हेली मंडी पालिका प्रशासन अपनी मनमानी करते हुए सीवरेज लाइन के अंदर जन स्वास्थ्य विभाग को बिना विश्वास में लिए अथवा आधिकारिक रूप से सूचित करके बरसाती पानी निकासी के पाइप लाइन अपनी कथित मनमानी से जोड़ चुका है । इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मिली जानकारी के मुताबिक जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा हेली मंडी पालिका प्रशासन के खिलाफ कथित रूप से पुलिस में भी शिकायत दी हुई है । यही एक कारण है कि अब हेलीमंडी पालिका प्रशासन की मनमानी पर भी किसी हद तक लगाम लगी है । वही खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है कि खड्डा समतल नहीं किए जाने से हमेशा हादसे का डर बना हुआ है।