कोविड प्रबंधन के लिए गठित जिला टास्कफोर्स की बैठक

सरकारी सेहतकर्मी, आईएमए, निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल

वैक्सीनेशन प्रातः 8 से सांय 8 बजे तक शुरू करने का प्रस्ताव

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
 गुरूग्राम जिला में अब प्रतिदिन बढ रहे कोविड पाॅजिटिव केसो के मध्य नजर जिला में कोविड वैक्सीनेशन तथा सैंपलिंग बढाने के बारे में मंथन किया गया। इसके लिए गुरूग्राम के लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला के सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव की अध्यक्षता मंे कोविड प्रबंधन के लिए गठित जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों के अलावा इंडियन मैडिकल एसोसिएशन गुरूग्राम के अध्यक्ष सहित निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा. विरेंद्र यादव ने जिला के सभी सरकारी तथा निजी अस्पतालों को तत्काल प्रभाव से कोविड वैक्सीनेशन के लिए प्रातः 8 बजे से सांय 8 बजे तक सत्र शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। पहले जिन 13 अस्पतालों में सांयकाल सत्र अर्थात् प्रातः 9 से सांय 9 बजे तक वैक्सीनेशन किया जा रहा था, उनमें शनिवार से प्रातः 8 बजे से सांय 8 बजे तक का सत्र तो शुरू होगा ही, उनके अलावा भी अन्य अस्पताल यह व्यवस्था शुरू कर सकते हैं। जिन अस्पतालों में शनिवार से यह नई व्यवस्था लागू होगी अर्थात् प्रातः 8 से सांय 8 बजे तक कोविड वैक्सीनेशन होगा उनमें नागरिक अस्पताल सैक्टर-10, पोलीक्लिनिक सेक्टर-31, मेदांता द मैडिसिटी, आर्टिमिस, फोर्टिस मैमोरियल अस्पताल, मैक्स, नारायणा अस्पताल, पार्क अस्पताल, कल्याणी अस्पताल, सी के बिरला अस्पताल, पारस, सिग्नेचर अस्पताल तथा मैडियोर अस्पताल शामिल हैं। सामान्य रूप से अब वैक्सीनेशन का कार्य प्रातः 9 बजे से सांय 5 बजे तक किया जा रहा है।

पाॅजिटिविटी दर बढकर 3 प्रतिशत
सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि गुरूग्राम जिला में अब पुनः कोविड के पाॅजिटिव केसों में बढौत्तरी दर्ज की जा रही है। अब पाॅजिटिविटी दर बढकर 3 प्रतिशत हो गई है। इस महामारी को फैलने से हर्ड इम्युनिटी से ही रोका जा सकता है जिसके लिए सभी को वैक्सीन लगवाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की पहली डोज लगने के 42 दिन बाद व्यक्ति के शरीर में महामारी के जीवाणुओं से लड़ने के लिए एंटीबाॅडीज विकसित होनी शुरू होती हैं। वर्तमान में सरकार के निर्देश अनुसार 60 वर्ष से उपर की आयु के व्यक्तियों तथा 45 से 59 वर्ष के गंभीर बिमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को कोरोना से बचाव के लिए डोज दी जा रही है। डा. यादव ने बताया कि वीरवार से 81 नए सरकारी उप स्वास्थ्य केंद्रों में भी वैक्सीन की डोज देने का कार्य प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है जो आज शुक्रवार को भी जारी है। अब कुल मिलाकर 100 सरकारी स्वास्थ्य केंद्र अथवा अस्पताल तथा 56 निजी अस्पतालों में कोविड वैक्सीनेशन सैंटर हैं। कुल 156 जगहों पर जिला गुरूग्राम में कोविड से बचाव का टीका लगाया जा रहा है।
 
वैक्सीन डोज लेने के प्रेरित करें
उन्होंने बैठक में उपस्थित इंडियन मैडिकल एसोसिएशन (आईएमए) गुरूग्राम के अध्यक्ष डा. एम पी जैन तथा स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य एसोसिएशनों और निजी अस्पतालों से अपील की है कि वे लोगों को कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन की डोज लेने के प्रेरित करें। लिए उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगो को वैक्सीन देने की कोशिश करें, अन्यथा वे कोरोना से ग्रस्त होकर ईलाज के लिए आपके पास आएंगे। उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी को खत्म करने का एकमात्र उपाय यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगो को वैक्सीन लगे और सैंपलिंग भी बढाई जाए। उन्होंने अस्पतालों के प्रतिनिधियों से यह भी कहा कि वे अपने कर्मचारियों की भी टेस्टिंग दोबारा से शुरू करें। अब टेस्ट, टैªक और आइसोलेशन के फाॅर्मूले को बदलकर टेस्ट टैªक और ट्रीट (टीटीटी) कर दिया गया है।

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