कोरोना महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार

सीएम  फलाइंग, गुरुग्राम पुलिस व ड्रग्स कंट्रोलर की संयुक्त टीम ने की कार्यवाही

आरोपियों कब्जा से कुल 9 ऑक्सीजन सिलेंडर व एक ब्रेजा गाड़ी बरामद

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम।
 शुक्रवार को सीएम फलाइंग गुरुग्राम यूनिट को  गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग कोरोना महामारी के चलते ऑक्सिजन के सिलेंडर की कालाबाजारी कर रहे हैं तथा उन्हें ब्लैक में बहुत अधिक दामों पर जरूरत मंदो की मजबूरी का फायदा उठाकर बेच रहे हैं। इस सूचना पर मुख्यमंत्री उड़ान दस्ता, गुरुग्राम पुलिस की क्राइम ब्रांच सैक्टर-40 व ड्रग्स कंट्रोलर की एक संयुक्त टीम गठित की गई।  ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम के एक कर्मचारी को फर्जी ग्राहक बनाकर इनसे फोन पर सिलेंडर लेने की बात की, जिस पर उन्होंने सैक्टर-38-39 के पास बुलाया तथा 48 किलो के ऑक्सिजन सिलेंडर को 90 हजार रुपये में देने की बात तय हुई। तय जगह पर जाने पर एक युवक आया तथा नकली ग्राहक बने पुलिस कर्मचारी को 90 हजार रूपये के बदले पास में ही खड़ी एक ब्रेजा गाड़ी में रखे ऑक्सिजन सिलेंडर देने को तैयार हुआ। इशारा मिलते ही पुलिस टीम ने उस युवक व गाड़ी में बैठे 2 अन्य युवकों को काबू किया तथा उनके कब्जा से एक ऑक्सिजन सिलेंडर बरामद किया।

प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने बतलाया कि ’फ्लैट न0 101-102 आवास सोसाइटी सेक्टर-39 गुरुग्राम में इनका सरगना मौजूद है’ तथा ब्लैक के लिए रखे अन्य कई सिलेंडर भी वहां रखे हुए हैं। पुलिस टीम ने उपरोक्त फ्लैट से 8 सिलिंडर व एक भूपेंद्र यादव नामक एक व्यक्ति को भी काबू किया। कुल 4 युवकों को काबू किया गया, इनकर पहचान भूपेंद्र यादव पुत्र सुखीराम निवासी गांव किशनपुरा जिला जींद, हरियाणा। (इस गिरोह का सरगना)’, राजेश पुत्र श्रवण निवासी गांव पटिकरा नारनौल जिला महेंद्रगढ़ (यह भूपेंद्र यादव उपरोक्त का साला है तथा रेड के समय ब्रेजा गाड़ी में ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर बैठा हुआ था), सत्यम पुत्र विपिन कुमार निवासी पालीगंज बिहार (यह भी इस गिरोह के साथ काम करता है तथा रेड के समय ब्रेजा गाड़ी में बैठा हुआ था), धर्मेंद्र पुनिया पुत्र मोहनलाल निवासी मोठ फरखवास जिला झुंझुनूं राजस्थान (पुलिस टीम के नकली ग्राहक से रुपये लेने आया था)’ के रूप में की गई।

भूपेंद्र यादव  इस गिरोह का सरगना  
पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि भूपेंद्र यादव उक्त इस गिरोह का सरगना है तथा इसने पुरानी हेल्थकेयर सोलुशन के नाम से फर्म बना रखी है तथा आवास सोसाइटी के उपरोक्त फ्लैट में ऑफिस बना रखा है तथा प्ब्न् नर्सिंग सेवा आदि देने का काम करते हैं। कोरोना महामारी के चलते आजकल संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही थी तथा इन्हें पता था कि जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सिजन सिलेंडर की बहुत आवश्यकता है। इस अवसर को देखते हुए इन्होंने अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करनी शुरू कर दी।

70 हजार रुपये में सिलेंडर बेच भी दिया   
48 किलो के एक सिलेंडर की बाजार में 12 से 14 हजार रुपये कीमत है लेकिन इन्होंने यह कई गुना अधिक कीमत पर (90 हजार रुपये में) बेचकर मुनाफा कमा रहे थे।’ इन्होंने बतलाया कि इस खेप में यह ’कल ही 10 सिलेंडर लेकर आये थे एक सिलेंडर इन्होंने कल ही 70 हजार रुपये में किसी को बेच भी दिया था।’ ऑक्सिजन सिलेंडर का इनके पास कोई बिल आदि भी नहीं मिला है। इनसे गहनता से यह पूछताछ की जा रही है कि अब तक ये लोगों को कितने सिलेंडर बेच चुके थे तथा कहाँ से भरवाकर लाते थे।  आरोपियों कब्जा से कुल 9 ऑक्सीजन सिलेंडर व एक ब्रेजा गाड़ी बरामद की गई

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