गांव मिर्जापुर और बसुंडा में आगजनी की घटना
पशु चारे के साथ-साथ ईंधन का बना संकट
फतह सिंह उजाला
पटौदी । बाजरा की खरीद के साथ-साथ बाजरा की कटाई भी जोरों से चल रही है । बाजरा के सिट्टे से बाजरा के दाने निकालने के बाद बचे बाजरा की पूलियो को ढेर लगाकर किसान अपने खेतों में ही रख छोड़ रहे हैं । बाजरा की यह पुलिया पशु चारे के साथ साथ ईंधन के काम भी लाई जाती हैं ।
इसी बीच दो अलग-अलग घटनाओं में बाजरा कटाई के बाद खेतों में रखी बाजरा की पूलियो में आग लगने की घटना सामने आई है । गांव मिर्जापुर में 3 एकड़ में रखी बाजरा की पुलिया पूरी तरह से जलकर राख हो गई । यह बाजरा की पुलिया रमेश कुमार पुत्र सूरजभान निवासी मिलकपुर के द्वारा अपने 3 एकड़ के खेत से बाजरा की कटाई के बाद रखी गई थी । प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दो किशोरों को बाजरा की पूलियो में आग लगाकर भागते हुए देखा गया , लेकिन इनकी पहचान नहीं हो सकी । बाजरा की पूलियो में आग लगने की जब तक रमेश कुमार को जानकारी मिलती , आग बुरी तरह से भड़क गई और सभी बाजरा की पूलीयों के ढेर को अपनी चपेट में ले लिया ।
पशु चारे के साथ-साथ ईंधन का बना संकट
फतह सिंह उजाला
पटौदी । बाजरा की खरीद के साथ-साथ बाजरा की कटाई भी जोरों से चल रही है । बाजरा के सिट्टे से बाजरा के दाने निकालने के बाद बचे बाजरा की पूलियो को ढेर लगाकर किसान अपने खेतों में ही रख छोड़ रहे हैं । बाजरा की यह पुलिया पशु चारे के साथ साथ ईंधन के काम भी लाई जाती हैं ।
इसी बीच दो अलग-अलग घटनाओं में बाजरा कटाई के बाद खेतों में रखी बाजरा की पूलियो में आग लगने की घटना सामने आई है । गांव मिर्जापुर में 3 एकड़ में रखी बाजरा की पुलिया पूरी तरह से जलकर राख हो गई । यह बाजरा की पुलिया रमेश कुमार पुत्र सूरजभान निवासी मिलकपुर के द्वारा अपने 3 एकड़ के खेत से बाजरा की कटाई के बाद रखी गई थी । प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दो किशोरों को बाजरा की पूलियो में आग लगाकर भागते हुए देखा गया , लेकिन इनकी पहचान नहीं हो सकी । बाजरा की पूलियो में आग लगने की जब तक रमेश कुमार को जानकारी मिलती , आग बुरी तरह से भड़क गई और सभी बाजरा की पूलीयों के ढेर को अपनी चपेट में ले लिया ।
बिना देरी किए फायर ब्रिगेड से पहले पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई और इसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची । तब तक स्थानीय ग्रामीणों और किसानों के द्वारा अपने स्तर पर भी आग को बुझाने का प्रयास किया गया , लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी । रमेश कुमार के मुताबिक बाजरा की पुलिया में आग लगने के कारण करीब 2 लाख का नुकसान होने का अनुमान है । दूसरी घटना बसूंडा गांव में पंचायती भूमि पर गो चारे के लिए रखी गई बाजरे की पोलियो में आग लगाने की है । यहां 20 एकड़ बाजरा की फसल कटाई के बाद यह पुलिया गो चारे के लिए रखी गई थी । बताया गया है कि गांव वसूंडा में पंचायती भूमि पर रखी गई इन 20 एकड़ बाजरा की पूलियों को भी किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा आग लगाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया गया । इस संदर्भ में गांव के सरपंच कैप्टन धनीराम ने बताया कि गांव की पंचायती जमीन पर गांव पातली के निवासी अनिल कुमार पुत्र सुखबीर सिंह के द्वारा दादरी तोए स्थित गौशाला एवं पशु चिकित्सालय में दान देने के लिए आसपास के ग्रामीणों और किसानों से दान स्वरूप एकत्रित की गई 20 एकड़ बाजरे की कटाई के बाद पुलियों को एकत्रित करके रखा गया था । बीती रात के समय कोई अज्ञात व्यक्ति बाजरे की इन पूलियों में आग लगाकर फरार हो गया। इस घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दी जा चुकी है । ग्रामीणों के द्वारा शासन और प्रशासन सहित सरकार से आगजनी में हुए नुकसान की भरपाई के लिए गुहार लगाई गई है।