फेसबुक पर हुई थी पूनम मकेला नाम की महिला से दोस्ती

म्हिला ने भारत में मेडीसिन कंपनी खोलने की बात कही

22 मोबाईल फोन, एक लाख 40 हजार की नगदी बरामद

बिजनेस पार्टनर बनाने का झांसा देने का है यह कारनामा

फतह सिंह उजाला
पटौदी/गुरूग्राम। 
  धीरेंद्र कुमार निवासी मारुति विहार चकरपुर, गुरुग्राम ने शिकायत देकर पुलिस थाना साईबर अपराध को बतलाया कि फेसबुक के माध्यम इसकी दोस्ती पूनम मकेला नाम की एक औरत से हुई। जिसने अपने आप को यू.के. में रहना बतलाया और बताया कि वह यू.के. में आर्मी एंटी टेरीरिस्ट विभाग में कार्यरत है। अब वह भारत में मेडीसिन की कंपनी खोलना चाहती है। उसे एक बिजनेस पार्टनर की जरूरत ही और यह उसके साथ बिजनेस ज्वाइंन कर सकता है। उसने इससे कहा कि वह 8.7 मिलियन डॉलर का एक बॉक्स उसके पास भेज रही है। इसका एजेंट यह बॉक्स लेकर आएगा। इस प्रकार उस बॉक्स को प्राप्त करने के अलग-अलग प्रकार के विभिन्न चार्ज के नाम पर धोखाधड़ी करके इससे 1. 24 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली।

थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज करके, निरीक्षक जसवीर सिंह, थाना प्रबंधक साईबर अपराध,  की  टीम ने पुलिस कमिश्नर के.के. राव, श्रीमती आस्था मोदी पुलिस उपायुक्त मुख्यालय, तथा कर्ण गोयल के मार्गदर्शनध्दिशा-निर्देशों के तहत कार्यवाही करते हुए मामले से संबंधित सभी दस्तावेज हासिल किए। जिनके गहन अध्ययन से व पुलिस टीम के कड़ी मेहनत व अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप पुलिस टीम द्वारा धोखाधड़ी से रुपयों की ठगी करने वाले चार आरोपियों को दिल्ली से काबू करने में सफलता हासिल की ।

आरोपियों द्वारा जालसाजी करके ठगी करने के लिए आरोपी रणजीत कुमार ठाकुर के नाम से बैंक खाता खुलवाया हुआ था, जिसमें इन्होंने पीड़ित के साथ धोखाधड़ी करके पैसे ट्रांसफर कराए थे। पुलिस टीम इस बैंक खाते व दस्तावेजों का गहन अध्ययन करते हुए दिनाँक 28.09.2020 को इस बैंक खाता के खाता धारक रणजीत कुमार ठाकुर को दिल्ली के काबू किया तथा इससे पूछताछ करते हुए इसके दूसरे साथी मर्फी एमावोडिया उपरोक्त को भी दिल्ली से काबू किया गया। इन दोनों आरोपियों को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके पुलिस हिरसात रिमांड पर लिया गया। आरोपी रणजीत कुमार ठाकुर व आरोपी मर्फी एमावोडिया उपरोक्त ने पुलिस पूछताछ में उपरोक्त अभियोग की वारदात को अन्जाम देने में शामिल अपने दो साथियो का खुलासा किया।
पुलिस टीम ने ’आरोपियों के कब्जा से कुल 22 मोबाईल फोन, 01 लाख 40 हजार रुपयों की नगदी, 02 पैन ड्राइव, 01 बैंक पासबुक, 01 चैकबुक व 01 कार्ड बरामद’ किया है। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया है। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनता से पूछताछ करते हुए उपरोक्त मामले में बरामदगी की जानी है।

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