पीएम मनमोहन के समय की गई थी मसौदे की सिफारिश

इन विधेयको के मसौदे की कमेटी में शामिल थे भूपेन्द्र हुड्डा

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
    प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मुख्यमंत्रियों की कमेटी ने की थी इन विधेयको के मसौदे की सिफारिश, और भूपेन्द्र हुड्डा भी कमेटी में शामिल रहे थे। विधेयकों को सभी पार्टियां लागू करना चाहती थी। अब एनडीए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कदम उठाया तो कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल सकते में रह गए। सूबे के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते यह खुलासा किया है।

मंत्री दलाल ने कहा, व्यवस्था परिवर्तन के लिए जब कोई भी क्रांतिकारी बदलाव लाया जाता है तो लोगों को समझने में देर लगती ही है, कृषि विधेयकों के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि विधेयकों से किसानों की जिंदगी बदलने वाली है, उन्हें बिचैलियों से मुक्ति मिलेगी।  कृषि मंत्री ने कहा कि संयुक्त पंजाब के समय दीनबंधु सर छोटू राम ने किसानों की भलाई के लिए जो कदम उठाए थे, ये तीनों कृषि विधेयक उससे भी ज्यादा किसानों के लिए लाभकारी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि आज किसान संगठनों ने सड़क जाम करने के ऐलान का समर्थन नहीं किया, केवल कुछ कांग्रेस समर्थित संगठनों ने ही इसमें भाग लिया।

उन्होंने कीा कि देश का किसान सब देख रहा है और यह भलीभांति समझता है कि कौन किसान हितैषी है और कौन नहीं। आज किसान हितैषी होने का स्वांग रचने वाली कांग्रेस ने हमेशा बिचैलियों का साथ दिया और यह बिचैलियों की ही पार्टी बन कर रह गई। पूंजीपति किसान का शोषण करता था, इन विधेयकों से किसानों को उस शोषण से मुक्ति मिलेगी।  विधेयक लागू होने के बाद किसान की किस्मत बदलने वाली है। एक गांधी परिवार की भक्ति करने वाली कांग्रेस पार्टी कभी भी किसानों का भला नहीं कर सकती । कांग्रेस राज में किसानों की जमीन हड़प कर वाड्रा को देने की बात को हरियाणा का स्वाभिमानी किसान कभी भी सहन नहीं करेगा। दलाल ने आरोप लगाया कि पत्थरबाजी तथा गोलीबारी करके कॉन्ग्रेस लाशों की राजनीति करना चाहती है।

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