बिना वर्क एस्टीमेट ठेकेदार क्यों डाल रहा सीवरेज पाइप

जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दी गई पुलिस में शिकायत

मेन सीवर हॉल तोड़ पहुंचाया सरकारी संपत्ति को नुकसान

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।  
 कहावत है की एक झूठ को छुपाने के लिए अनेक झूठ भी झूठे ही साबित होते हैं । इन दिनों यही खेल पटौदी इलाके की हेलीमंडी नगर पालिका में खेला जा रहा है । जो काम जिस विभाग के अधीन हैं, उस विभाग को ठेंगा दिखाते हुए दूसरा विभाग अपनी मनमानी और कथित दबंगई से उन कामों को अवैध तरीके से करने पर आमादा है ।

लगता है की हरियाणा सरकार के गब्बर के नाम से मशहूर मंत्री अनिल विज का खौफ संबंधित विभाग के अधिकारियों को नहीं रह गया है । मिली जानकारी के मुताबिक बीते कुछ माह के दौरान हेली मंडी नगर पालिका में जिस प्रकार से अंधाधुन विकास के कार्य पर पैसा लुटाया जा रहा है , यह सारा मामला अब शहरी स्थानीय निकाय मंत्री गब्बर अनिल विज के पास कभी भी पहुंचाया जा सकता है और तमाम विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग की किए जाने के संकेत प्राप्त हुए हैं ।

ताजा मामला हेलीमंडी पालिका में ही वार्ड 6 जोकि रेलवे ओवर ब्रिज चैक से मुख्य अनाज मंडी तक शामिल है , वहां सीसी रोड बनाया गया है । समस्या कई दशक पुरानी है कि अनाज मंडी में भरने वाले बरसाती पानी को कैसे निकाला जाए , इसी कड़ी में इस करीब 45 लाख  रुपए की लागत से बनाए जा रहे सीसी रोड के नीचे कथित अवैध सीवरेज की पाइप लाइन भी कथित रूप से पालिका प्रशासन के द्वारा डाली गई और अब बीते करीब 1 सप्ताह से लुकाछिपी करते हुए इस पाइपलाइन को एसटीपी की मेन सीवर लाइन से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं । यह मामला अवैध रूप से कनेक्शन करने का होने की वजह से जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस मामले में अपना दखल दिया गया । यह बड़ा सवाल यह है कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के उप मंडल अभियंता के द्वारा शिकायत सीसी रोड बनाने वाले ठेकेदार के खिलाफ दी गई है , लगता है उपमंडल अभियंता के द्वारा बिना सोचे समझे और तहकीकात किए यह शिकायत दे दी गई ।


सूत्रों के मुताबिक जो सीसी रोड के नीचे सीवरेज के मेन हॉल में जोड़ने के लिए पाइप लाइन डाली गई, इस काम का उल्लेख सीसी रोड बनाने के वर्क एस्टीमेट में शामिल ही नहीं है । अब एक और बड़ा सवाल कि आखिर ठेकेदार सीसी रोड बनाएगा या यही ठेकेदार सीवर के पाइप लाइन भी डालेगा ? जबकि सीवरेज और पेयजल कनेक्शन की जिम्मेदारी जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की है, तो यह काम पालिका प्रशासन के द्वारा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी से कहकर क्यों नहीं करवाया गया। इस सवाल का जवाब शायद ही पालिका प्रशासन दे सके। बहरहाल सीधी बात यह है कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के उप मंडल अभियंता के द्वारा हेली मंडी पुलिस में संबंधित ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शिकायत दी है । शिकायत में कहा गया है कि ठेकेदार के द्वारा विभाग की अनुमति के बिना फ्लाईओवर के नीचे मेनहाॅल और तोड़कर सीवर का कनेक्शन कर दिया गया है , अवैध रूप से कनेक्शन करने के लिए मेन हॉल टूटने से सरकारी संपत्ति को भी नुकसान हुआ है। इस पूरे मामले में सबसे खास बात यह है कि बीते 1 सप्ताह के दौरान करीब 3 बार मीन सीवर हॉल में नई सीवर पाइप लाइन जोड़ने का चोरी छुपे प्रयास किया गया, लेकिन जानकारी मिलते ही जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस अवैध कार्य को रुकवा दिया गया ।

अभी यहां जो खतरनाक खड्डा बना हुआ था, सुरक्षा के लिए रसिया बांध का एक प्रकार से पेंसिंग कर दी गई है। वही एक और बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि बीती रात को चुपचाप कहीं से भारी भरकम हरा पेड़ काटकर भी यहां सीवर होल के साथ बने खतरनाक खड्डे पर लाकर डाल दिया गया , जो हरा पेड़ काटा गया क्या उसकी वन विभाग के अधिकारियों से इजाजत ली गई ? या फिर यह हरा पेड़ काटा तो इसे भी ठेकेदार ने काटा या किसी और ने काटा था । अब यह एक नया जांच का विषय है, इस पूरे मामले में शामिल हो गया है । बहरहाल देखना यह है कि जो काम वर्क एस्टीमेट में शामिल नहीं, वह ठेकेदार के द्वारा किया गया या हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा करवाया गया । यह पुलिस की पूछताछ और जांच में ही सामने आएगा । इस बात की संभावना नहीं के बराबर दिखाई दे रही है कि इस प्रकार की कोई पूछता भी की जा सकेगी। इसके पीछे सूत्रों के मुताबिक राजनीतिक कारण बताए जा रहे हैं ।

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