हेलीमंडी वार्ड 15 में कच्चा खंडेवला राजस्व सड़क का मामला

94 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया सड़क मार्ग

अवैध रूप से डाली गई हैं पेयजल और सीवरेज की लाइनें

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
   शायद इस बात के लिए न तो हेलीमंडी नगरपालिका के सचिव ने सोचा होगा और ना ही इस बात का आभास केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को रहा होगा कि जिस सड़क मार्ग का उनके हाथों उद्घाटन करवाया गया, वह सड़क मार्ग विवादों की जड़ बनी हुई है । राव इंद्रजीत सिंह की छवि बेदाग स्वच्छ और साफ सुथरा काम करने की रही है । लेकिन कथित रूप से कच्चा खंडेवला सड़क मार्ग पर किए जा रहे तमाम अवैध कार्यों पर पर्दा डालने के लिए ही 94 लाख रुपए लागत के इस सड़क मार्ग का शायद उनके हाथों उद्घाटन करवाया गया। कि पूरे विवाद पर बड़ा नाम आने से शायद मामला दबा का दबा ही रह जाएगा । लेकिन ऐसा नहीं हो सका, 25 अगस्त को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन पालिका चेयरमैन के द्वारा उद्घाटन करवाया गया, उसी दिन ही जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के द्वारा हेली मंडी पालिका सचिव के नाम नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई है कि क्यों ना अवैध काम के लिए पालिका प्रशासन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए?

इस संदर्भ में जब हेलीमंडी पालिका सचिव संजय रोहिल्ला से खंडेवला सड़क मार्ग पर डाले जा रहे पेयजल और सीवरेज कनेक्शन के पाइप के बारे में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने हेलीमंडी पालिका के एमई अनिल कुमार का नाम लेते हुए कहा कि इस प्रकार के सभी कार्य वही देख रहे हैं और वही अनिल कुमार ही पूरी जानकारी दे सकेंगे । अनिल कुमार को चार बार फोन किया गया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला । इसके बाद उनके मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी मांगी गई। और हैरानी है कि 36 घंटे बीत जाने के बाद भी अनिल कुमार ने किसी भी प्रकार की जानकारी देना जरूरी ही नहीं समझा है । इससे यही लगता है के दाल में बहुत कुछ काला ही काला है ।
कथित रूप से इन दिनों चर्चा का बाजार गर्म है कि हेलीमंडी रेलवे ओवर ब्रिज के साथ वार्ड नंबर 15 से खंडवेला की तरफ कच्चा सड़क मार्ग है 94 लाख रुपए की लागत से जहां तक टेंडर था वहां तक निर्माण कार्य किया जा चुका है । सीसी रोड पर ही सीवर होल भी दिखाई दे रहे हैं , लेकिन इससे आगे खेतों के बीच कच्चा रास्ता है और जो विवाद के साथ लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है । वह यही है की पक्के सीसी रोड के बाद युद्ध स्तर पर पानी के कनेक्शन और सीवरेज के पाइप डाले जा रहे हैं , कथित रूप से यह सारा काम अवैध तरीके से किया जा रहा है । यही जानने के लिए कि क्या खंडेला कच्चा सड़क मार्ग पर पेयजल के पाईप और सीवरेज के कनेक्शन हेलीमंडी पालिका प्रशासन के द्वारा डलवाए जा रहे हैं और इस संदर्भ में कौन ठेकेदार है, कितनी लंबाई में पेयजल और सीवरेज के पाइप लाइन डाले गए, इसका खर्चा नगर पालिका प्रशासन ने भुगतान किया या जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा यह काम करवाया गया, ऐसे ही सवालों का जवाब देने से हेलीमंडी पालिका प्रशासन बचता आ रहा है ।

25 अगस्त को ही जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के उप मंडल अभियंता के द्वारा पत्र क्रमांक 1115-1116 के माध्यम से साफ-साफ लिखा गया है की हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा वार्ड नंबर 15 खंडेवला रोड पर पीने के पानी और सीवरेज की लाइन लगाने का कार्य किया जा रहा है । इस काम के लिए जन स्वास्थ्य विभाग से अनुमति नहीं ली गई है , क्यों ना इस मामले में जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ क्यों ना कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए ? इसी संदर्भ में पटौदी के एसडीएम को भी जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है ।

यहां सवाल यह है कि जब हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन को ही सीवरेज और पानी के कनेक्शन के पाइप लाइन डालने हैं तो फिर हेलीमंडी नगरपालिका के विभिन्न 15 वार्डों के अंदर  जहां भी पेयजल और सीवरेज के कनेक्शन नहीं है, तो नागरिकों को क्यों टरका दिया जाता है कि यह काम जन स्वास्थ्य विभाग को ही करना है ? हैरानी है कि एक तरफ हेली मंडी पालिका सचिव और हेली मंडी पालिका चेयरमैन बार-बार कहते आ रहे हैं की पानी के कनेक्शन और सीवरेज के कनेक्शन के लिए जहां-जहां भी जरूरत है , जन स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया हुआ है । जन स्वास्थ्य विभाग के पास जब भी पाइप आएंगे उसके बाद वंचित गलियों और इलाकों में पाइप लाइन डाल दिए जाएंगे । इससे नगर पालिका प्रशासन और पालिका के चुने हुए प्रतिनिधियों का दोहरा चरित्र एकदम साफ और सामने आ रहा है ।


वही असंतुष्ठ पार्षदों का आरोप है कि खंडेवला कच्चा सड़क मार्ग के साथ जो पीने के पानी के मोटे पाईप और सीवरेज कनेक्शन किए जा रहे हैं, वह पूरी तरह से अवैध हैं और नगरपालिका के सीमा क्षेत्र से बाहर डाले जा रहे हैं । यह सरासर मनमानी और नगरपालिका के पैसे का दुरुपयोग ही ठहराया जा सकता है। इधर पालिका चेयरमैन का दावा है कि उनके कार्यकाल के दौरान पूरे हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में कहीं भी कोई भी गलत और अवैध काम नहीं किया जा रहा है । बहरहाल जब सीधा-सीधा जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हेलीमंडी पालिका प्रशासन को पत्र लिखकर चेतावनी दी गई है तो अब ऐसे में किसी को कोई शक नहीं रह जाना चाहिए कि कच्चा खंडेवला सड़क मार्ग पर अवैध रूप से ही पानी और सीवरेज के कनेक्शन के साथ-साथ पाइपलाइन डाले जा रहे हैं । इस पूरे प्रकरण को लेकर हेलीमंडी पालिका के अनेक पार्षद एकजुट हो चुके हैं और बीते छह-सात माह के दौरान हेली मंडी नगर पालिका में जितने भी विकास के कार्य करवाए गए अथवा हो रहे हैं उनकी शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री गब्बर अनिल सिंह को ज्ञापन देकर विजिलेंस से जांच करवाई जाने की मांग भी करने की तैयारी की जा चुकी है । अब देखना यह है कि जन स्वास्थ्य विभाग अपने लिखे पत्र के मुताबिक इस अवैध और कथित गैरकानूनी काम पर कानूनी कार्रवाई करता है या फिर यह महज मात्र चिट्ठी-चिट्ठी लिखने का ही खेल बनकर रह जाएगा।

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