मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
'कोरोनिल' को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना और आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोनिल के विज्ञापन पर रोक के बाद 'पतंजलि आयुर्वेद लिमटेड' ने मंगलवार को कहा कि हमने कभी नही कहा कि कोरोनिल कोरोना को ठीक की दवा है, हमने एक इम्युनिटी बढ़ाने की दवा बनाई है।पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा, "हमने कभी नही कहा कि कोरोनिल कोरोना वायरस को ठीक या नियंत्रित कर सकती है। हमने कहा था की हमने क्लीनिक कंट्रोल ट्रायल में मरीज़ों का इलाज किया है इसमें कोई संदेह नही है।"
आयुष मंत्रालय ने लगाई थी रोक।
इससे पहले 23 जून योग गुरु रामदेव व पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज(निम्स) के साथ मिलकर "कोरोनिल" दवा को बनाने का दावा किया था। इसे कोरोना वायरस की दवा बताया गया था। रामदेव ने मिडिया को बताया था कि हमने इस दवा का एक हफ़्ते में 280 कोरोना मरीज़ों पर ट्रायल किया, सभी मरीज़ ठीक हुए। लेकिन इसके कुछ घण्टों बाद ही हरिद्वार आयुष मंत्रालय ने कोरोनिल के विज्ञापन या प्रचार पर रोक लगा दी थी। आयुष मंत्रालय के द्वारा जारी बयान में पतंजलि को कोरोना की दवा को लेकर कोई लाइसेंस जारी नही किया गया।
पतंजलि की हुई थी आलोचना।
कोरोना वायरस की दवा को लेकर पतंजलि के दावे की काफी आलोचना हुई थी। केंद्र सरकार ने भी पतंजलि को नोटिस जारी कर सभी डिटेल्स जमा करवाने को कहा था। राजस्थान में एक शख्स ने गुरु के ऊपर जनता को भर्म में डालने व झूठा प्रचार करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई थी।