मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
सुप्रीम कोर्ट ने केरल के पद्मभस्वामी मंदिर के प्रबंधन को लेकर बड़ा फ़ैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाइकोर्ट के फ़ैसले को बदलते हुए त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार को पद्मभस्वामी मंदिर के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार देने का फ़ैसला किया है। इससे पहले 2011 में केरल हाइकोर्ट ने मंदिर के नियंत्रण केरल सरकार को देने का फ़ैसला सुनाया था।
सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला लैंडमार्क साबित होगा।
8 साल तक चले केस में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस यू यू ललित और इंदु मल्होत्रा की सवैंधानिक पीठ ने कहा की आख़िरी राजा के मरने का ये मतलब नही है कि मंदिर के प्रबंधन को सरकार संभाले। कोर्ट ने कहा कि मंदिर के प्रबंधन के अधिकार त्रावणकोर के पूर्व राज परिवार के पास रहेंगे। अंतरिम व्यवस्था के रूप में तिरुवनंतपुरम के जिला जज मामलों की कमेटी के अध्यक्ष रहेंगे। नई कमेटी बनने तक यही व्यवस्था लागू रहेगी और कमेटी के सभी सदस्य हिंदू होंगे। विशेषेज्ञों की माने तो सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला हिंदू मंदिर विवाद में लैंडमार्क साबित होगा। भारत में विभिन्न मंदिरों के नियंत्रण को लेकर राजघरानों व सरकार में विवाद है। इस फ़ैसले से देश के दूसरे राजघरानों को भी उम्मीद बंधेगी कि उन्हें भी इस फ़ैसले के आधार पर मंदिरों का नियंत्रण मिल सकता है।
मंदिर का प्राचीन इतिहास।
पद्मभस्वामी मंदिर को 6वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजा ने बनवाया था। मार्तंड वर्मा ने 1750 में खुद को भगवान का सेवक यानि पद्मनाभ दास बताते हुए खुद की सारी सम्पति मंदिर को दान कर दी थी। 1947 तक त्रावणकोर के राजाओं ने केरल पर शासन किया। 2013 में उत्राटम तिरुनाल मार्तण्ड वर्मा के निधन के बाद उनका परिवार और उनके प्राइवेट ट्रस्ट मंदिर की देखरेख कर रहे हैं।
मंदिर का 7वां दरवाजा है रहस्यमयी।
केरल का पद्मभस्वामी मंदिर देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। इनकी सम्पति 2 लाख करोड़ के क़रीब बताई जाती है। यह मंदिर रहस्यों से घिरा हुआ है इसके अब तक छह दरवाजे खोले जा चुके हैं जिसमें अब तक 1 लाख करोड़ से ज्यादा के हीरे, जेवरात और सोना-चांदी पाई गई है। सुप्रीम कोर्ट के कहने पर मंदिर के छह दरवाजे तो खोले जा चुके हैं लेकिन इसके सातवें दरवाजे पर विष्णु की सवारी शेषनाग की आकृति बनी हुई है। मान्यता है की इसके सातवें दरवाज़े की सुरक्षा खुद भगवान विष्णु अपने शेषनाग के साथ करते हैं। राज परिवार के लोग इस दरवाजे को श्रापित मानतें हैं जिसके मुताबिक इस दरवाजे के खुलने पर पृथ्वी का सर्वनाश निश्चित है।