सेमेस्टर प्रणाली हटाने व परीक्षा शुल्क वापस करने की एबीवीपी हरियाणा ने रखी माँग

रोहतक।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने माननीय शिक्षा मंत्री श्रीमान कंवरपाल गुर्जर जी को 7 सूत्री ज्ञापन सौंप कर शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर अपने सुझाव ज्ञापित किए। ज्ञापन के दौरान विद्यार्थी परिषद हरियाणा का एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें प्रांत अध्यक्ष प्रा.राजेंद्र धीमान, प्रांत मंत्री श्री सुमित जागलान, प्रांत संगठन मंत्री श्री श्याम सिंह राजावत एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुश्री पुरनूर विशिष्ट मौजूद रहे। विद्यार्थी परिषद हरियाणा ने शिक्षा मंत्री को दिये अपने ज्ञापन में स्नातक स्तर पर गैर तकनीकी कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली हटाने, परीक्षा शुल्क वापस करने, रिअपीयर के विद्यार्थियों को आ रही परेशानी एवं शिक्षा क्षेत्र की ओर समस्याओं को लेकर ज्ञापन प्रेषित कर उनके समाधान की मांग की है। 

एबीवीपी हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुमित जागलान ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की लम्बे समय से एक मांग गैर तकनीकी कोर्सों में स्नातक स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त करने की भी है । वर्ष में सेमेस्टर सिस्टम की वजह से 2 बार परीक्षा होने के कारण 4 से 5 महीने इन्हीं परीक्षा को कराने में निकल जाते हैं। जिसके कारण विद्यार्थी का काफी वक्त सिर्फ परीक्षाओं में निकल जाता है और विद्यार्थी वर्षभर परीक्षाओं के तनाव में रहता है । परीक्षाओं के अलावा किसी भी पाठ्येतर गतिविधि में विद्यार्थी भाग नहीं ले पाता जिससे उसका सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता । इसके अलावा दो बार परीक्षा होने के कारण यूजीसी की गाइडलाइन के तहत 180 क्लास का नियम भी अच्छे से पालन नहीं हो रहा है। छात्रों को अतिरिक्त अध्ययन के लिए समय नहीं मिलता है परिणामस्वरूप उन्हें विषय का सिर्फ मूल ज्ञान होता है। इसके अलावा प्रथम सेमेस्टर का विद्यार्थी जब तक कॉलेज में आकर दो से तीन महीनों में कॉलेज के वातावरण और पढ़ाई के साथ खुद का संतुलन बना पाता है तब तक उसकी परीक्षाएं आ जाती हैं और इस कारण विषय को रटना ही एकमात्र विकल्प बचता है। विद्यार्थी विषय को समझने की बजाय सिर्फ रटना और परीक्षा देना इसी में रह जाते हैं। कभी-कभी, शिक्षक कम समय के कारण विषय का पूरा ज्ञान नहीं दे पाते हैं। इन सब खामियों की वजह से विद्यार्थी परिषद की शुरू से मांग रही है कि तकनीकी कोर्सों को छोड़कर बाकी गैर तकनीकी (B.A., B.SC, B.COM) में सेमेस्टर सिस्टम खत्म होना चाहिए और वार्षिक प्रणाली लागू होनी चाहिए । 

इसके इलावा विद्यार्थियों से परीक्षा शुल्क लिया गया है जबकि परीक्षा नहीं हो रही है तो परीक्षा शुल्क को वापस किया जाए, रिअपीयर के विद्यार्थियों के लिए नोटिफिकेशन में स्थिति स्पष्ठ नहीं की गई है इसलिए इस स्थिति को स्पष्ट किया जाए व इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी विद्यार्थी का 1 वर्ष खराब ना हो, आगामी सत्र के लिये नया शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया जाए, कोरोना महामारी के कारण आगामी सत्र विलंब से आरंभ होगा इसलिए सिलेबस को आनुपातिक रूप से कम किया जाए, विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्लेसमेंट सेल सक्रिय नही है इसलिए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्लेसमेंट सेल को टारगेट बेस्ड बनाया जाए। प्लेसमेंट सेल को छात्रों को रोजगार दिलाने के टारगेट दिए जाएं, हरियाणा बोर्ड की 10वीं 12वीं की परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट की जाए आदि मांगों/सुझावों को रखा है।
एबीवीपी हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुमित जागलान ने कहा कि, छात्र हितों की इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए नहीं, अगर सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है, प्रदेशभर में विद्यार्थी परिषद एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार है।
Previous Post Next Post