राष्ट्र के उत्थान के लिए कर्तव्यनिष्ठ होना जरूरी - आशा दीदी
3डी रंगोली में उकेरा भारत के मानचित्र पर राष्ट्रीय ध्वज
शिवचरण/पटौदी । ब्रह्माकुमारीज के गुरुग्राम, भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में 77 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हर्षोल्लास से फहराया गया। घर-घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि भारत कोई जमीन का टुकड़ा नहीं बल्कि आदर्शों की भूमि है। भारत एक ऐसा देश है, जिसने विश्व को वसुधैव कुटुंबुकम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ये न सोचें कि देश ने हमें क्या दिया, बल्कि ये सोचें कि हमने देश के लिए क्या किया। ये हमारे लिए बड़े गौरव की बात है, जो हमने भारत भूमि पर जन्म लिया। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के उत्थान के लिए कर्तव्यनिष्ठ होना बहुत जरूरी है। अगर हमारे वीर सपूत मां भारती के लिए अपने प्राणों की आहुति नहीं देते तो शायद हम आज आजादी की हवा में सांस नहीं ले पाते। उन्होंने कहा कि अब हम सभी का दायित्व है कि देश की एकता और अखंडता को अक्षुण रखें। वास्तव में देखा जाए तो मनोविकारों से मुक्त होना ही असली स्वतंत्रता है।
अलग-अलग दालों से बनाई गई तिरंगा रंगोली
इस अवसर पर बीके सचिन ने अलग-अलग दालों के माध्यम से बहुत सुंदर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की 3डी रंगोली बनाई। 6*12 फिट आकार के भारत के मानचित्र के ऊपर तिरंगा बनाया गया। 29 घंटे के अथक प्रयास के बाद बीके सचिन ने रंगोली को पूर्ण स्वरूप प्रदान किया।
रंगोली में प्रमुख रूप से ऑर्गेनिक कलर के रूप में चावल, मिर्ची, कोयला, मूंग, मसूर, उड़द तथा अन्य दालों को मिलाकर 11 किलोग्राम सामग्री का उपयोग किया गया। बीके सचिन स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस के साथ-साथ अनेक धार्मिक अवसरों पर भी आकर्षक रंगोली बनाते हैं।