दृढ़ संकल्प है देश के लोकतंत्र व संविधान को बचाने का। इस ऐतिहासिक लम्हे का साक्षी सारा देश बनेगा।
शिवचरण/पटौदी ! मोदी सरकार देश के संवैधानिक संस्थानों को कुचल रही है, हर संस्थान की स्वायत्तता खत्म कर रही है, जिसके कारण देश का लोकतंत्र खतरे में है। 24 फरवरी से 26 फरवरी तक छत्तीसगढ़ के रायपुर में चलने वाले राष्ट्रीय महाअधिवेशन में कांग्रेस इस तानाशाही हुकूमत के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर लोकतंत्र का पाठ पढ़ाएगी।' उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा अधिवेशन है जिसमें हर देशवासी से जुड़े मुद्दे को बुलंद आवाज दी जाएगी।
हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेट वर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश का गौरव और भरोसा है, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का योगदान सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम में ही नहीं बल्कि स्वतंत्रता के पश्चात देश के विकास में भी है। श्वेत क्रांति, हरित क्रांति, आर्थिक उदारीकरण जैसे अद्भुत कदमों ने भारत को शून्य से शिखर तक पहुंचाया, यही कांग्रेस का योगदान है। उन्होंने कहा कि आज देश अभूतपूर्व संकट में है और जब जब देश संकट से गुजरता है, कांग्रेस सबसे आगे आकर देश को बचाती है। आज देश में अघोषित आपात काल के इस दौर में कांग्रेस अपना 85वाँ अधिवेशन मनाने जा रही है। रायपुर के इस चिंतन-मनन के समुद्र मंथन से जो अमृत निकलेगा वह देश को सुदृढ करेगा।
वर्मा ने कहा कि इस महाअधिवेशन का डर भाजपा पे इस कदर छाया हुआ है कि वो लगातार हमारे नेताओं को इस महासमागम में जाने से रोकने का षड्यंत्र कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा जी को इस महाअधिवेशन में जाने से रोकने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाना उनकी बेहद कायराना हरकत है, मोदी सरकार की ओछी मानसिकता उनके इन कृत्यों में झलक रही है, जनता ये सब देख रही है।
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि देश में आज गजब की तानाशाही है, खेड़ा जी को फ्लाइट से उतार दिया जा रहा है, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के घरों में छापे पड़ रहे हैं, लेकिन हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद भी चौकीदार की अडानी जी से दोस्ती बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस के इस अधिवेशन में लगातार रुकावट पैदा कर रही है इससे साफ़ पता चलता है की तानाशाह डरा हुआ है।
महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि पार्टी इस अधिवेशन में देश के बेहतर भविष्य के लिए, आने वाले सुरक्षित कल के लिए, हर देशवासी से जुड़े मुद्दे को बुलंद आवाज देते हुए तानाशाही ताकत के विरुद्ध लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाएगी ताकि एक नए परिवर्तन के साथ 1947 में आजाद हुए भारत के नव निर्माण के लिए
सत्य, प्रेम, अहिंसा, सर्वोदय से परिपूर्ण राष्ट्र निर्माण की यात्रा को गति दी जा सके।