महामंडलेश्वर धर्मदेव का 60वां जन्मोत्सव यादगार और अनोखा ही होगा

आगामी 13 नवंबर को महामंडलेश्वर धर्मदेव का मनाया जाएगा जन्मोत्सव

जन्मोत्सव को प्रेरणादायी मनाया जाने के लिए श्रद्धालुओं की हुई बैठक

शिवचरण ( शिवा )
पटौदी । 
  समाज सुधारक, चिंतक, संस्कृत भाषा के विद्वान ,धर्म ग्रंथ और वेदों के मर्मज्ञ, आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय के पीठाधीश्वर महामंलेश्वर धर्मदेव का 60 वां जन्मोत्सव उनके श्रद्धालुओं और  समर्थकों के लिए यादगार होगा । गौरतलब है कि आगामी माह 13 नवंबर को महामंलेश्वर धर्मदेव महाराज अपने जीवन के 60 वर्ष पूर्ण कर 61 वें वर्ष की आयु में पदार्पण करेंगे । महाराज धर्मदेव के 60वें जन्मोत्सव को यादगार प्रेरणादायी और शिक्षाप्रद किस प्रकार से मनाया जाए?  इस विषय को लेकर आश्रम हरी मंदिर परिसर में सोमवार को श्रद्धालुओं की एक बैठक हुई । खास बात यह रही कि इस बैठक में स्वयं महामंलेश्वर धर्म देव भी मौजूद रहे ।

यहां यह बात भी गौर करने लायक है कि मामला गुजरात में आए भूकंप का हो, उड़ीसा में आए चक्रवात का हो या फिर नेपाल में भी आए भूकंप का हो या फिर करोना महामारी के दौर का या अन्य किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा का ही हो। महामंडलेश्वर धर्मदेव के द्वारा मानव जीवन को बचाने, मानव जीवन यापन के संसाधन उपलब्ध करवाने और सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक आपदा के दौरान रोगी, भूखे और शिक्षा से वंचित रहने वाले बच्चों को शिक्षा के संसाधन उपलब्ध करवाना जैसे कार्य प्राथमिकता पर रहे हैं । बीते वर्ष भी कोरोना से महामारी के बावजूद करीब 4 वर्ष पहले महामंलेश्वर धर्मदेव के द्वारा लिए गए अपने संकल्प को पूरा करने के लिए उनके द्वारा 110 गरीब कन्याओं का विवाह विभिन्न धर्म वर्ग संप्रदाय के जो भी मान्य रीति रिवाज हैं , उनके मुताबिक ही संपन्न करवाया गया । प्रत्येक कन्या को कन्यादान के रूप में औसतन 3 लाख से अधिक का घर गृहस्ती के लिए जरूरी सामान भी भेंट किया गया ।

महामंडलेश्वर धंर्मदेव महाराज ने कहां की मानव जीवन परमपिता परमेश्वर की अनुपम अनुकंपा और कृपा से ही प्राप्त होता है। हमें अपने इस मानव जीवन अथवा मानव योनि का मानव के कल्याण समाज के सुधार, सामाजिक कुरीतियों और बुराइयों को समाप्त करने तथा राष्ट्र की एकता अखंडता और मजबूती के लिए आहुति के रूप में ही इस्तेमाल करना चाहिए। वैसे देखा जाए तो प्रत्येक इंसान की आयु सीमा परमात्मा के द्वारा निर्धारित की गई है और यह प्रति पल कम भी होती जा रही है। जीवन में अक्सर ऐसी अनहोनी भी हो जाती हैं , जिनमें दुर्घटनावश या हादसे की वजह से किसी इंसान अथवा जीव के प्राण भी उसका शरीर का साथ छोड़ देते हैं । ऐसे में यही कहा जाता है  परमात्मा ने इतना ही जीवन काल इसके लिए निर्धारित किया था ।

महामंडलेश्वर धर्मदेव महाराज ने कहा कि इस बार 60 वां जन्मोत्सव श्रद्धालुओं की इच्छा और भावना का मान सम्मान करते हुए कुछ अलग ही प्रकार से मनाने का फैसला किया गया है । सामाजिक परंपरा के मुताबिक जिसका जन्मदिन अथवा जन्मोत्सव हो , उसको उपहार उसके शुभचिंतक ,समर्थक श्रद्धालु अथवा चाहने वालों के द्वारा भेंट किए जाते हैं । लेकिन 13 नवंबर को 60वें जन्मोत्सव के मौके पर अपने 60वें जन्म दिवस को केंद्र में रखते हुए इसका 10 गुना अधिक 600 सौभाग्यशाली श्रद्धालु अथवा लोगों को मेरी तरफ से ही उपहार भेंट किए जाएंगे । इसके पीछे भावना यही है कि जन्मदिन अथवा जन्मोत्सव के आयोजन को किस प्रकार से और कितना सार्थक तथा समाज के लिए प्रेरणादाई बनाया जा सके। इन्हीं सब बातों को केंद्र में रखकर यह फैसला लिया गया है।  इस मौके पर मुख्य रूप से पटौदी पालिका चेयरमैन चंद्रभान सहगल, राधे श्याम मक्कड़, अभिषेक बंगा, विजय शास्त्री, पार्षद इमरान खान, डड्डू खुराना, कैलाश सहित अनेक श्रद्धालु भी मौजूद रहे।

Previous Post Next Post