सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस प्रशासन को नहीं मिला ठोस सुराग

हयातपुर अंबेडकर भवन में अपनी मांग को लेकर ग्रामीण धरने पर

शिवचरण
पटौदी ।  
 गांव हयातपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा खंडित किए जाने के दूसरे दिन भी आरोपियों की गिरफ्तारी के मामले में पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लग सका है । हयातपुर में डॉ भीमराव अंबेडकर भवन परिसर में शिकायतकर्ताओं सहित ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने शुुरू कर कर दिया हैं।  धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब तक प्रतिमा खंडित करने वालों को पुलिस प्रशासन के द्वारा गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता कब तक उनका यह धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा ।

जानकारी के मुताबिक रविवार को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के अनुयाई और प्रतिमा स्थापित कराने की पहल करने वालों सहित अन्य ग्रामीणों में शामिल परसराम , पूर्व वाइस चेयरमैन पंचायत समिति राकेश , धरम वीर, हवा सिंह, रतन सिंह, हीरालाल , रामेश्वर ,राजवीर सहित अन्य ग्रामीण रविवार को भीमराव अंबेडकर भवन में एकत्रित हुए । ग्रामीणों के बीच डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया जाने के मुद्दे को लेकर गंभीरता से चर्चा भी हुई । ग्रामीण और बैठक में शामिल अन्य लोग भी अभी तक इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर ऐसे कौन से तत्व हैं और क्या कारण रहे हैं जो गांव सहित आसपास के माहौल को खराब करने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया गया। यह किसी के द्वारा अनजाने में की गई शरारत है या फिर योजनाबद्ध तरीके से कथित राजनीतिक फायदा कूटने के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया गया है ।

गौरतलब है कि गांव हयातपुर में शनिवार सुबह के समय परसराम सहित अन्य लोगों के द्वारा भ्रमण काल के दौरान यह देखा गया कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित किया हुआ है। इसका सीधा गणित भी यही है कि प्रतिमा शुक्रवार-शनिवार रात्री के समय खंडित की गई। बताया गया है कि डॉ भीमराव अंबेडकर भवन और जहां यह प्रतिमा लगी है उस स्थान की दूरी स्थानीय पुलिस चैकी से लगभग एक किला की दूरी पर ही है । गांव में आवागमन के मुख्य सड़क मार्ग पर ही डॉ भीमराव अंबेडकर भवन परिसर में ही प्रतिमा भी स्थापित की गई थी । इधर पुलिस प्रशासन के द्वारा भी ग्रामीणों का रोष देखते हुए आश्वासन दिया गया कि 24 घंटे में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की नई प्रतिमा सर्व समाज के बीच में सहयोग और समर्थन से पुनः स्थापित कर दी जाएगी ।

रविवार को हयातपुर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भवन परिसर में धरने में शामिल लोगों का दो टूक कहना है की पुलिस प्रशासन जल्द से जल्द डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने वालों की पहचान कर आरोपियों को गिरफ्तार करें । धरने में ही शामिल लोगों के द्वारा बताया गया कि जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित की गई है वह प्लेटफार्म इतना अधिक ऊंचा है कि वहां पर कोई भी एक व्यक्ति अकेला ऊपर चढ़कर प्रतिमा को खंडित नहीं कर सकता है । इस बात की प्रबल संभावना सहित आशंका जाहिर की गई है कि प्रतिमा खंडित करने वालों की संख्या एक से अधिक होना निश्चित है । डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का एक हाथ और गर्दन तक चेहरे का हिस्सा पूरी तरह से तोड़ कर फेंका गया है । धरने पर बैठे ग्रामीणों का दो टू कहना है कि सबसे पहले पुलिस प्रशासन डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित करने के आरोपियों को गिरफ्तार करें , उसके बाद ही यहां पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की नई प्रतिमा स्थापित करवाने पर सामूहिक रूप से विचार किया जाएगा । जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती ग्रामीणों का धरना जारी रहेगा । इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन की कथित रूप से कहीं भी कोताही महसूस की गई तो ग्रामीण और भी बड़ा कदम धरना प्रदर्शन के मामले में उठाने के लिए मजबूर हो सकते हैं , इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की ही होगी।
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