जनसेवक का कार्य काल सीमित और लोक सेवक का कार्यकाल असीमित
कोरोना में श्रेष्ठ कार्य करने वाले 10 अधिकारियों को कोरोना वारियर्स अवार्ड
फतह सिंह उजाला
पटौदी । लोक सेवक इज बेटर देन पॉलीटिशियन एंड एनजीओ । जनसेवक जनता के द्वारा चुने जाते हैं और इनका कार्यकाल अधिकतम 5 वर्ष तक ही सीमित होता है । लेकिन लोक सेवक आजीवन 30-35 वर्ष तक सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त होते हैं । सही मायने में लोक सेवक का मान सम्मान आम जनमानस और समाज के बीच जनसेवक के मुकाबले अधिक होता है । यह बेबाक विचार पटौदी के एमएलए एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने पटौदी सब डिवीजन कार्यालय में आयोजित एक सादा कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए ।
इस कार्यक्रम का आयोजन एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के द्वारा समाज सेवी एफएस सैनी के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम में महामारी के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों के द्वारा किए गए कार्यों को प्रोत्साहन देते हुए नेशनल कोरोना वारियर्स अवार्ड के रूप में ट्रॉफी और समृति चिन्ह एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक एवं सलाहकार अश्विनी कंबोज के द्वारा प्रदान किए गए । कार्यक्रम का आरंभ एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता व अन्य के द्वारा सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके विधिवत रूप से किया गया ।
इस मौके पर एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक एवं सलाहकार अश्विनी कंबोज ने कहा संस्था का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था में किस प्रकार से सहयोग किया जाए , इसके लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाए जाते आ रहे हैं । एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की विभिन्न 8 देशों सऊदी अरब, नेपाल, अमेरिका, अफगानिस्तान , कनाडा व अन्य देशों में भी ब्रांच कार्य कर रही है । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत और अन्य देशों में कुल मिलाकर संस्था के एक लाख 50 हजार पदाधिकारी भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए अपने-अपने तरीके से कार्य कर रहे हैं । संस्था समय-समय पर समाज और राष्ट्रहित में काम करने वाले प्रत्येक आम नागरिक से लेकर उच्च पदासीन अधिकारियों को प्रोत्साहित करने का काम करती रहती है।
इस मौके पर पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने बेबाक शब्दों में कहा कि लोक सेवक जनसेवक के मुकाबले अधिक भाग्यशाली हैं । लोक सेवक को काम करते हुए मान-सम्मान, वेतनमान और प्रमोशन भी उनके कार्यकाल के दौरान मिलता है । वास्तव में शासन और प्रशासन की रीढ़ लोक सेवक ही हैं । इनके कंधों पर संविधान के मुताबिक प्रजातांत्रिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है । कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग, सुरक्षाकर्मी , मीडिया कर्मियों, सफाई कर्मियों के द्वारा जो कार्य किया गया उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता । कोरोना की दूसरी लहर में एक ऐसा दौर आया जब अपने ही सगे संबंधियों ने अपने ही लोगों को पूरी तरह से मुंह मोड़ मौत से संघर्ष करने के लिए अकेला छोड़ दिया । ऐसे में स्वास्थ्य विभाग, सुरक्षाकर्मियों , फिल्ड में अन्य कार्य करने वाले लोगों के द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना मौत से संघर्ष कर रहे प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया गया। कार्यक्रम के सहयोगी संयोजक एफ एस सैनी ने कहा की भ्रष्टाचार की न कोई परिभाषा है और ना ही इसका कोई निश्चित स्वरूप है। भ्रष्टाचार की पहचान लिया जाना वास्तव में बहुत बड़ी चुनौती का कार्य है । इस मौके पर हेलीमंडी होम्योपैथिक अस्पताल की मेडिकल आफिसर डा ज्याति त्यागी, डा राजेश कुमार, नंबरदार करण सिंह भी मौजूद रहे।
इस मौके पर एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के द्वारा पाटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार , पटौदी के एसीपी वीर सिंह , पटौदी की बीडीपीओ नवनीत कौर , पटौदी की सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीरू यादव , कोविड-19 में नोडल अधिकारी एवं आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा , गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर ज्योति डबास , गुरुग्राम में सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट तिगरा क्षेत्र में काम करने वाले आयुष विभाग के डॉक्टर सतीश यादव, शिक्षाविद एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एनके यादव और हरियाणा न्यूज़ अपडेट के एडिटर शिवचरण व अनिल कुमार को नेशनल कोरोना वारियर्स की ट्राफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम के समापन से पहले पटौदी केएमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने कहा की पीएम मोदी और सीएम मनोहर लाल खट्टर के मार्गदर्शन में आज प्रदेश और देश कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर से आम जनमानस को बचाने के लिए पूरी तरह से सक्षम और तैयार हो चुका है । भारतवर्ष के लिए और प्रत्येक भारतीय के लिए यह गर्व की बात है कि कोरोना महामारी के दौरान ही पूरी दुनिया में सबसे पहले भारत के चिकित्सा वैज्ञानिकों के द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए 2-2 वैक्सीन तैयार की गई । उन्होंने आह्वान किया कि 18 वर्ष से अधिक आयु का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 से बचाव के लिए अवश्य वैक्सीनेशन करवाए।