किसान नेता राकेश टिकैत पर कातिलाना हमला करना निंदनीय
किसान नेता राकेश टिकैत पर हमले की हो न्यायिक जांच
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम । किसानों की माँगो के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम ने भी अपना लंगर डाला हुआ है। यह धरना दिल्ली धरना के सतानांतर 128वें दिन में प्रवेश कर गया है। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चैधरी संतोख सिंह ने किसान आंदोलन के प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करते राजस्थान में कानून-व्यवस्था सहित लोगों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाया हैं। उन्होंने कहा कि इस राकेश टिकैत पर हमले की संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम ने एक निंदा प्रस्ताव पास किया है। किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के नेशनल स्पोक्समैन राकेश टिकैत पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करके सख्त से सख्त कार्रवाई करने सहित हमले की न्यायिक जांच की माँग है।
किसान मोर्चा अध्यक्ष संतोख सिंह, आप नेता आर एस राठी, गजे सिंह कबलाना तथा बीरू सरपंच ने संयुक्त रूप से कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला एक राजनीतिक षडयंत्र और गहरी साजिश है।उन्होंने कहा कि देश का पूरा किसान समुदाय राकेश टिकैत के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार राकेश टिकैत की लोकप्रियता और किसानों के मिल रहे समर्थन बुरी तरह से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि सरकार षड्यन्त्र रचकर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है, इसी कड़ी में राकेश टिकैत को कथित योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया गया । उन्होंने कहा कि किसान महापंचायतो में किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है और किसान आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का प्रतिनिधिमंडल किसान नेता राकेश टिकैत से मिला और उन्हें भरोसा दिलाया कि सभी किसान उनके साथ है।साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के आक्रोश को देखते हुए तीनों काले कानून रद्द कर देने चाहिए।
धरने पर बैठने वालों में धर्मबीर प्रवाल,अनिल पंवार,ऊषा सरोहा,नवनीत रोजखेडा,देवीका सिवाच, समुन हुड्डा,अरुण शर्मा एडवोकेट, प्रीतम चैहान एडवोकेट,योगेंद्र सिंह समसपुर,मनीष मक्कड़,हरि सिंह चैहान, तनवीर अहमद,महासिंह ठाकरान,बलवान सिंह दहिया,डॉक्टर धर्मबीर राठी,योगेश्वर दहिया,विजय यादव,रघुबीर सिंह सैनी एडवोकेट,भारती देवी,कमांडेंट सत्यवीर सिंह धौंचक,मनोज झाड़सा,अमित शर्मा, शुभम शर्मा,फूल कुमार,मेवा सिंह,आर सी हुड्डा,पंजाब सिंह,मिरगया मुकाम,विजय लाकड़ा,रमेश दलाल,उम्मेद सिंह दहिया,इन्द्रजीत सिंह,कमलजीत सिंह,बिरेन्द्र सिंह कटारिया, दयानंद शर्मा,योगेश कुमार,सतवीर गुर्जर,मुकेश यादव,आकाश यादव,संजय कुमार सेन,धर्मवीर झाड़सा,ईश्वर सिंह पातली,अमित पंवार तथा अन्य व्यक्ति शामिल रहे ।
किसान नेता राकेश टिकैत पर हमले की हो न्यायिक जांच
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम । किसानों की माँगो के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम ने भी अपना लंगर डाला हुआ है। यह धरना दिल्ली धरना के सतानांतर 128वें दिन में प्रवेश कर गया है। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चैधरी संतोख सिंह ने किसान आंदोलन के प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करते राजस्थान में कानून-व्यवस्था सहित लोगों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाया हैं। उन्होंने कहा कि इस राकेश टिकैत पर हमले की संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम ने एक निंदा प्रस्ताव पास किया है। किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के नेशनल स्पोक्समैन राकेश टिकैत पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करके सख्त से सख्त कार्रवाई करने सहित हमले की न्यायिक जांच की माँग है।
किसान मोर्चा अध्यक्ष संतोख सिंह, आप नेता आर एस राठी, गजे सिंह कबलाना तथा बीरू सरपंच ने संयुक्त रूप से कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला एक राजनीतिक षडयंत्र और गहरी साजिश है।उन्होंने कहा कि देश का पूरा किसान समुदाय राकेश टिकैत के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार राकेश टिकैत की लोकप्रियता और किसानों के मिल रहे समर्थन बुरी तरह से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि सरकार षड्यन्त्र रचकर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है, इसी कड़ी में राकेश टिकैत को कथित योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया गया । उन्होंने कहा कि किसान महापंचायतो में किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है और किसान आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का प्रतिनिधिमंडल किसान नेता राकेश टिकैत से मिला और उन्हें भरोसा दिलाया कि सभी किसान उनके साथ है।साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के आक्रोश को देखते हुए तीनों काले कानून रद्द कर देने चाहिए।
धरने पर बैठने वालों में धर्मबीर प्रवाल,अनिल पंवार,ऊषा सरोहा,नवनीत रोजखेडा,देवीका सिवाच, समुन हुड्डा,अरुण शर्मा एडवोकेट, प्रीतम चैहान एडवोकेट,योगेंद्र सिंह समसपुर,मनीष मक्कड़,हरि सिंह चैहान, तनवीर अहमद,महासिंह ठाकरान,बलवान सिंह दहिया,डॉक्टर धर्मबीर राठी,योगेश्वर दहिया,विजय यादव,रघुबीर सिंह सैनी एडवोकेट,भारती देवी,कमांडेंट सत्यवीर सिंह धौंचक,मनोज झाड़सा,अमित शर्मा, शुभम शर्मा,फूल कुमार,मेवा सिंह,आर सी हुड्डा,पंजाब सिंह,मिरगया मुकाम,विजय लाकड़ा,रमेश दलाल,उम्मेद सिंह दहिया,इन्द्रजीत सिंह,कमलजीत सिंह,बिरेन्द्र सिंह कटारिया, दयानंद शर्मा,योगेश कुमार,सतवीर गुर्जर,मुकेश यादव,आकाश यादव,संजय कुमार सेन,धर्मवीर झाड़सा,ईश्वर सिंह पातली,अमित पंवार तथा अन्य व्यक्ति शामिल रहे ।