बिजली चोरी के आरोपियों से वसूले गए 12 लाख  रुपए

बिजली चोरी पकड़़ने का अभियान लगातार रहेगा जारी

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
   दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में शामिल पटौदी सबडिवीजन के उपभोक्ता वैसे तो बिल भुगतान के मामले में संभवत हरियाणा में सबसे अव्वल स्थान पर माने जाते है । लेकिन हाल ही में जो घटनाक्रम सामने आया उसे देखकर लगता है कि जैसे-जैसे सरकार और बिजली निगम बिजली चोरी कम से कम हो , इसके प्रयास कर रही है तो बिजली चोरी करने की फितरत वाले बिजली उपभोक्ता भी कोई ना कोई ऐसा रास्ता अपना रहे हैं कि बिजली की चोरी थमने का नाम नहीं ले रही। हाल ही में बिजली मंत्री के निर्देशानुसार 5 जिलों में बिजली चोरी पकड़ो अभियान चलाया गया और इस अभियान में एक सौ करोड रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई थी।

अब बात करते हैं दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम पटौदी सबडिवीजन की तो पटौदी बिजली वितरण निगम कार्यालय के अधीन आने वाले इलाकों में फरवरी माह के दौरान 45 लाख रुपए की बिजली चोरी बिजली विभाग और बिजली विभाग की स्पेशल टीम के द्वारा पकड़ी गई । यह जानकारी पटौदी बिजली वितरण निगम के उप मंडल अधिकारी गौरव के द्वारा दी गई । उन्होंने बताया कि फरवरी माह के दौरान 63 मामले बिजली चोरी के पकड़े गए । वही कुल मिलाकर के 96 स्थानों पर बिजली निगम की योजना के मुताबिक छापामारी कर जांच की गई थी , उन्होंने बताया की 96 जगह छापेमारी के दौरान मौके पर ही विभिन्न कैटेगरी के 63 उपभोक्ताओं के द्वारा बिजली चोरी करना पकड़ा गया।  ऐसे उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग के नियमों के मुताबिक लगभग 45 लाख का जुर्माना और पेनल्टी लगाई गई है । बिजली निगम पटौदी के उपमंडल अधिकारी गौरव के मुताबिक 15 लाख रुपए विभिन्न उपभोक्ताओं के द्वारा बिजली निगम को भुगतान भी किया जा चुका है । ऐसे उपभोक्ता जो कि बिजली चोरी करते हुए पकड़े गए उन्हें एक निश्चित समय सीमा में भुगतान करने के निर्देश भी दिए गए हैं ।

उन्होंने आम बिजली उपभोक्ताओं का भी आह्वान किया है कि बिजली की चोरी नहीं की जानी चाहिए । इससे बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ता के साथ-साथ अन्य उपभोक्ताओं को भी विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक तो बिजली चोरी पकड़ी जाने पर शर्मिंदगी ही उठानी पड़ती है । सरकार और बिजली निगम की नीति और नियत बिजली उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक बिजली और कम दर पर बिजली उपलब्ध करवाने की है, फिर भी कुछ लोग निजी स्वार्थ वश बिजली चोरी करते ही रहते हैं और ऐसे उपक्ताओं पर बिजली निगम की टीमों के द्वारा बराबर निगरानी करते हुए नजर भी रखी जाती है ।

वहीं उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि बीते दो-तीन माह के दौरान जो बिजली के बिल नहीं आए हैं, वह सब उपभोक्ताओं की सुविधाओं के लिए ही बिजली उपभोक्ताओं के खाता नंबर व अन्य रिकॉर्ड आधार कार्ड मोबाइल नंबर इत्यादि को मिलाकर अपडेट किया गया है । जिसकी वजह से बिजली बिल उपभोक्ताओं को नहीं मिल सके, लेकिन अब शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली के बिल का वितरण आरंभ किया जा चुका है और जो बाकी रह गए हैं शीघ्र ही उन्हें भी बिजली के बिल उपलब्ध होने लगेंगे । पटौदी बिजली निगम के अधिकारी गौरव बिजली उपभोक्ताओं का यह भी आह्वान किया है कि बिजली चोरी के आरोपी बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन जुर्माने का भुगतान किया जाने के बाद फिर से जोड़ दिए जाएंगे । लेकिन यह तब ही संभव है जब जुर्माने की पूरी रकम की अदायगी बिजली निगम को कर दी जाएगी । उन्होंने फिर से बिजली उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि बिजली के लिए बिजली निगम में आवेदन करके अपने कनेक्शन ले और बिजली का उपयोग करें । बिजली का जो उपयोग किया जाए बिल आने पर उसका भुगतान करते रहे तो फिर किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना करना नहीं पड़ेगा ।

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