सरकार की तानाशाही और हठधर्मिता के खिलाफ काला दिवस

हाथ की बाहों पर काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठे किसान

घरों तथा धरने पर लगाए काले झंडे, केएमपी रहा पूरी तरह जाम

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम।
 किसानों की माँगो के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चैधरी संतोख सिंह ने बताया कि किसान आंदोलन के 101वें दिन किसान,मजदूर तथा गुरुग्राम के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्ति हाथ की बाहों पर काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठे तथा सरकार की तानाशाही और हठधर्मिता के खिलाफ किसानों ने काला दिवस मनाया।उन्होंने बताया कि  किसान मोर्चा की कई टीमें सिंघु बॉर्डर तथा टीकरी बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में गई हैं।

किसान मोर्चा अध्यक्ष चैधरी संतोख सिंह ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आन्दोलन को सौ दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए हैं और किसानों की आवाज को सुन नहीं रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता पर जबरदस्ती तीन काले कानून थोपें हैं। उन्होने कहा कि सरकार ने जो कानून बनाए हैं ये किसानों की कभी भी माँगे नहीं थी। उन्होने कहा कि सरकार ने तीनों कानून पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाने के लिए बनाए हैं।उन्होंने कहा कि तीनों काले कानून रद्द किए जाएं तथा एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए।

धरने को संबोधित करते हुए डॉक्टर धर्मबीर राठी ने कहा कि सरकार आंदोलन को लंबा खींच कर तोड़ना चाहती है। उन्होने कहा कि सरकार आंदोलन को तोड़ने के लिए षड्यंत्र रच रही है।उन्होंने कहा कि सरकार क्षेत्र जाति और धर्म के नाम पर किसानों में फूट डालना चाहती है।उन्होंने कहा कि किसान एक जुट हैं। विजय यादव ने कहा कि सरकार पूंजीपतियों के दबाव में है इसलिए सरकार कानून वापस नहीं ले रही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के चुने हुए प्रतिनिधि चुप बैठे हुए हैं तथा किसानों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होने कहा कि सभी को एक जुट होकर आंदोलन में सहयोग करना चाहिए।

मुकेश डागर ने कहा कि किसान आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में काला दिवस मनाया गया है। उन्होंने कहा कि केएमपी पूरी तरह से जाम रहा।उन्होंने कहा कि आज का धरना प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्वक था।  किसान ईश्वर सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से ये आज तक का सबसे बड़ा आंदोलन है। उन्होंने कहा कि पहले कभी भी किसी सरकार ने इतनी तानाशाही नहीं दिखाई। देविका सिवाच ने कहा कि अब तक 250 ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं।उन्होंने कहा कि ये किसान सरकार की हठधर्मिता और असंवेदनशीलता के कारण शहीद हुए हैं। किसान महासिंह ने कहा कि सरकार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा रही है जिससे किसान प्रभावित होंगे।उन्होंने कहा कि तीनों काले कानून लागू होने से महँगाई बढ़ेगी। नवनीत रोजखेडा ने कहा कि जब तक किसानों की माँगें मानी नहीं जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

धरने पर अनिल पंवार,पवन नेहरा,तेज राम यादव,जे सी यादव एडवोकेट,राजेश गोस्वामी,मनोज झा,इन्द्रजीत सिंह,ईश्वर,भारती देवी,योगेश्वर दहिया,पंजाब सिंह, फूल कुमार, रमेश दलाल,मनोज झाड़सा,दिलबाग सिंह,उमेद सिंह दहिया,अरुण शर्मा एडवोकेट,दिलावर सिंह,योगेन्द्र सिंह,आकाशदीप,मनीष मक्कड़, हरि सिंह चैहान,तनवीर अहमद,महिपाल सिंह यादव,विजय लाकड़ा,धर्मबीर ठकरान,महासिंह ठकरान,आर सी हुड्डा,मर्गया मुकाम,बीरेंद्र सिंह कटारिया, विंग कमांडर एम एस मलिक,तारीफ सिंह,अभय पूनिया,राजकुमार पटवारी, रघुबीर सिंह सैनी एडवोकेट, डॉक्टर महेन्द्र सिंह रेनीवाल एडवोकेट, महिंदर यादव,राजबीर कटारिया,है अमित सिंह,अमित पंवार,दयानंद,सुरेन्द्र सिंह तथा सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।

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