हेली मंडी से खंडेवला रास्ते किनारे झाड़ियों में था स्कूल बैग
पुलिस के द्वारा छत्रा के स्कूल बैग को कब्जे में लिया गया
बड़ा सवाल आखिर 5 दिन बाद कौन लेकर आया स्कूल बैग
फतह सिंह उजाला
पटौदी । घर से स्कूल आ रही दसवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के स्कूल के पास से ही अपहरण और होटल से बरामदगी के मामले में पांचवें दिन छात्रा का स्कूल बैग रहस्य में तरीके से पड़ा हुआ मिला है । यह स्कूल बैग हेली मंडी नहीं वार्ड 15 कच्चा खंडेवला रास्ता के किनारे पर पड़ा हुआ था । इस स्कूल बैग को स्कूल यूनिफार्म की शर्ट से ढका हुआ था। जिस पर किसी राहगीर की नजर पड़ी, राहगीर ने देखा तो स्कूल बैग पर स्कूल की शर्ट पर स्कूल का नाम देख स्कूल प्रबंधन को फोन पर स्कूल के बैग के बारे में जानकारी दी। इसके बाद स्कूल प्रबंधन के द्वारा छात्रा के अभिभावकों को बैग की पहचान के लिए बैग पड़े होने के स्थान के बारे में जानकारी दी गई।
छात्रा के अभिभावकों के मुताबिक स्कूल बैग की जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई और वह स्वयं भी मौके पर पहुंचे । स्कूल बैग को स्कूल यूनिफार्म की शर्ट से ढका हुआ था और बैग की तलाशी लेने पर कापी-किताबें बैग में ही मौजूद मिले । इसके बाद इस स्कूल बैग को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया । स्कूल छात्रा के अपहरण के मामले में एक आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है । पटोदी थाना एसएचओ करण सिंह का इस मामले में कहना है कि पुलिस अन्य दोनों आरोपियों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है और जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।
इस पूरे घटनाक्रम में छात्रा के अभिभावकों का आरोप है कि घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस ने संबंधित होटल धीरज की न तो सीसीटीवी फुटेज ही कब्जे में ली है और ना ही वहां पूछताछ की गई है कि आखिर रजिस्टर में बिना एंट्री और बिना आईडी पहचान के दर्ज किए कमरा किस आधार पर और किस दवाब में या फिर किस लालच में दिया गया ? छात्रा के अभिभावकों के मुताबिक उन्होंने भी होटल प्रबंधन से कमरे बुकिंग के लिए रिकॉर्ड दर्ज किए जाने वाले रजिस्टर के बारे में पूछताछ की और रजिस्टर देखने पर छात्रा और मुख्य आरोपी जिसे पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है उनका कहीं भी नाम दर्ज नहीं था ।
छात्रा के अभिभावकों के आरोप अनुसार तलाश करने पर पहले दो तीन कमरे खाली मिले, इसके बाद एक कमरे से मुख्य आरोपी को बाहर आते ही दबोच लिया और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई । जिस कमरे से मुख्य आरोपी बाहर निकला नाबालिग छात्रा भी उसी कमरे में ही मौजूद थी। अभिभावकों का आरोप है की पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले कर कहीं ना कहीं कथित दबाव में काम कर रही है ।
इधर लाख टके का सवाल यह है कि छात्रा के अपहरण और बरामदगी के पांचवे दिन मंगलवार को सुबह स्कूल बैग और छात्रा की स्कूल यूनिफार्म की शर्ट का कच्चा खंडेला रास्ते पर पाया जाना । यह अपने आप में बहुत ही रहस्य और चुनौतीपूर्ण बात है कि आखिर घटना के पांचवे दिन छात्रा का स्कूल बैग और स्कूल यूनिफॉर्म की शर्ट किसके पास मौजूद रहे या किसके कब्जे में थी ? जिसे कि मौका लगते ही गुपचुप तरीके से कच्चा रास्ता के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया। इसी मामले में छात्रा के अपहरण में इस्तेमाल की गई कार रहस्य बनी हुई है कि वह कार आखिर है किसकी ? छात्रा के अभिभावकों की माने तो छात्रा को कार में ले जाते समय उसका स्कूल बैग और यूनिफॉर्म शर्ट को कार में ही जबरदस्ती रखवा लिया गया था । जिससे कि होटल में जाने पर छात्रा की स्कूली पहचान को छिपा कर रखा जा सके । पटोदी थाना एसएचओ करण सिंह का कहना है कि जल्द ही दोनों अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कार को भी बरामद कर लिया जाएगा।
पुलिस के द्वारा छत्रा के स्कूल बैग को कब्जे में लिया गया
बड़ा सवाल आखिर 5 दिन बाद कौन लेकर आया स्कूल बैग
फतह सिंह उजाला
पटौदी । घर से स्कूल आ रही दसवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के स्कूल के पास से ही अपहरण और होटल से बरामदगी के मामले में पांचवें दिन छात्रा का स्कूल बैग रहस्य में तरीके से पड़ा हुआ मिला है । यह स्कूल बैग हेली मंडी नहीं वार्ड 15 कच्चा खंडेवला रास्ता के किनारे पर पड़ा हुआ था । इस स्कूल बैग को स्कूल यूनिफार्म की शर्ट से ढका हुआ था। जिस पर किसी राहगीर की नजर पड़ी, राहगीर ने देखा तो स्कूल बैग पर स्कूल की शर्ट पर स्कूल का नाम देख स्कूल प्रबंधन को फोन पर स्कूल के बैग के बारे में जानकारी दी। इसके बाद स्कूल प्रबंधन के द्वारा छात्रा के अभिभावकों को बैग की पहचान के लिए बैग पड़े होने के स्थान के बारे में जानकारी दी गई।
छात्रा के अभिभावकों के मुताबिक स्कूल बैग की जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई और वह स्वयं भी मौके पर पहुंचे । स्कूल बैग को स्कूल यूनिफार्म की शर्ट से ढका हुआ था और बैग की तलाशी लेने पर कापी-किताबें बैग में ही मौजूद मिले । इसके बाद इस स्कूल बैग को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया । स्कूल छात्रा के अपहरण के मामले में एक आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है । पटोदी थाना एसएचओ करण सिंह का इस मामले में कहना है कि पुलिस अन्य दोनों आरोपियों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है और जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।
इस पूरे घटनाक्रम में छात्रा के अभिभावकों का आरोप है कि घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस ने संबंधित होटल धीरज की न तो सीसीटीवी फुटेज ही कब्जे में ली है और ना ही वहां पूछताछ की गई है कि आखिर रजिस्टर में बिना एंट्री और बिना आईडी पहचान के दर्ज किए कमरा किस आधार पर और किस दवाब में या फिर किस लालच में दिया गया ? छात्रा के अभिभावकों के मुताबिक उन्होंने भी होटल प्रबंधन से कमरे बुकिंग के लिए रिकॉर्ड दर्ज किए जाने वाले रजिस्टर के बारे में पूछताछ की और रजिस्टर देखने पर छात्रा और मुख्य आरोपी जिसे पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है उनका कहीं भी नाम दर्ज नहीं था ।
छात्रा के अभिभावकों के आरोप अनुसार तलाश करने पर पहले दो तीन कमरे खाली मिले, इसके बाद एक कमरे से मुख्य आरोपी को बाहर आते ही दबोच लिया और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई । जिस कमरे से मुख्य आरोपी बाहर निकला नाबालिग छात्रा भी उसी कमरे में ही मौजूद थी। अभिभावकों का आरोप है की पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले कर कहीं ना कहीं कथित दबाव में काम कर रही है ।
इधर लाख टके का सवाल यह है कि छात्रा के अपहरण और बरामदगी के पांचवे दिन मंगलवार को सुबह स्कूल बैग और छात्रा की स्कूल यूनिफार्म की शर्ट का कच्चा खंडेला रास्ते पर पाया जाना । यह अपने आप में बहुत ही रहस्य और चुनौतीपूर्ण बात है कि आखिर घटना के पांचवे दिन छात्रा का स्कूल बैग और स्कूल यूनिफॉर्म की शर्ट किसके पास मौजूद रहे या किसके कब्जे में थी ? जिसे कि मौका लगते ही गुपचुप तरीके से कच्चा रास्ता के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया गया। इसी मामले में छात्रा के अपहरण में इस्तेमाल की गई कार रहस्य बनी हुई है कि वह कार आखिर है किसकी ? छात्रा के अभिभावकों की माने तो छात्रा को कार में ले जाते समय उसका स्कूल बैग और यूनिफॉर्म शर्ट को कार में ही जबरदस्ती रखवा लिया गया था । जिससे कि होटल में जाने पर छात्रा की स्कूली पहचान को छिपा कर रखा जा सके । पटोदी थाना एसएचओ करण सिंह का कहना है कि जल्द ही दोनों अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कार को भी बरामद कर लिया जाएगा।