हाथरस प्रकरण को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने लिया संज्ञान
सरकार कोई भी रही हो एससी वर्ग का होता रहा उत्पीड़न
एक पखवाड़े तक जारी रहेगा देशभर में स्वच्छता अभियान
फतह सिंह उजाला
पटौदी । महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान के मौके पर भी हाथरस में युवती के साथ घटित घटना चर्चा का केंद्र बनी रही । वह इसलिए की सामूहिक दुराचार और मौत के बाद रात के समय किया गया अंतिम संस्कार , इसी मुद्दे को लेकर एससी वर्ग के नेता के रूप में पहचान बना रहे पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने अपनी प्रतिक्रिया में स्पष्ट किया कि, किसी भी पीड़ित और किसी भी अपराधी की कोई जाति नहीं होती है । सरकार कोई भी रही हो आजादी के बाद से ही एससी वर्ग का हर प्रकार से शोषण-उत्पीड़न होता आ रहा है ।
उन्होंने सीधे-सीधे इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया । क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा समाज को बांट कर जात-पात की राजनीति को प्राथमिकता दी है । यह आरोप पटौदी के एमएलए के द्वारा लगाया गया। उन्होंने हाथरस प्रकरण पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले में देश के प्रधान सेवक पीएम नरेंद्र मोदी ने मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए स्वयं हस्तक्षेप करते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को भी कठोरतम कार्यवाही करने के लिए कहा है । पीड़ित युवती के अंतिम संस्कार के समय और परिवार के सामाजिक, मौलिक और कानूनी अधिकार कि, की युवती को परिजनों को अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए ? के सवाल पर उन्होंने कहा की वहां के हालात पर निर्भर करता है कि क्या स्थिति रही होंगी। उन्होंने कहा कि जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके मुताबिक कुछ लोग कोविड-19 पॉजिटिव थे, जिसकी वजह से संभवत प्रशासन को अपने विवेका अनुसार सारा कार्य करना पड़ा है । एमएलए जरावता ने स्पष्ट किया कि ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं कि पीड़ित युवती के परिजनों को कथित रूप से गुमराह कर भड़काया जा रहा है ।
इससे पहले महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर उन्होंने पटौदी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर संबंधित अधिकारियों, समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान का आरंभ किया और कहा कि यह स्वच्छता अभियान एक पखवाड़े तक जारी रहेगा। इस अभियान में पार्टी के सभी कार्यकर्ता , पदाधिकारी , जनप्रतिनिधि अपनी-अपनी जिम्मेदारी भी निर्वाहन करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा जो सपना देखा गया था कि समरसता और बिना भेदभाव वाला भारत सहित समाज हो, लगता है देश में सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के दूरदर्शी विचारों को समझने में नाकाम रही या फिर समझने की जरूरत ही महसूस नहीं की ।
इसी मौके पर एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने फसलों की खरीद और एमएसपी के मुद्दे पर किसानों के साथ-साथ विपक्ष के द्वारा किए जा रहे विरोध के बारे में कहा कि यह सब विपक्ष एक योजनाबद्ध तरीके से अपनी राजनीति चमकाने के लिए किसानों को भड़काने का काम कर रहा है । उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार के द्वारा जिस भी फसल का जो भी न्यूनतम मूल्य घोषित किया गया है , उस फसल को किसान के द्वारा मंडी में बिक्री के लिए लाया जाने पर सरकारी एजेंसियां अथवा सरकार एमएसपी पर ही खरीद करेंगी । रही बात मंडी क्षेत्र से बाहर की तो यह संबंधित फसल की खरीद-फरोख्त करने वाले किसान और व्यापारी के बीच की आपसी समझ है कि वह किस प्रकार से आपसी तालमेल कर कर संबंधित फसल की खरीद फरोख्त करते हैं । केंद्र सरकार के द्वारा जो भी कृषि बिल लाए गए हैं, वह पूरी तरह से किसान हित में ही है । इस मुद्दे को विपक्ष के द्वारा बेवजह तूल देकर राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति का प्रयास किया जा रहा है।
सरकार कोई भी रही हो एससी वर्ग का होता रहा उत्पीड़न
एक पखवाड़े तक जारी रहेगा देशभर में स्वच्छता अभियान
फतह सिंह उजाला
पटौदी । महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान के मौके पर भी हाथरस में युवती के साथ घटित घटना चर्चा का केंद्र बनी रही । वह इसलिए की सामूहिक दुराचार और मौत के बाद रात के समय किया गया अंतिम संस्कार , इसी मुद्दे को लेकर एससी वर्ग के नेता के रूप में पहचान बना रहे पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने अपनी प्रतिक्रिया में स्पष्ट किया कि, किसी भी पीड़ित और किसी भी अपराधी की कोई जाति नहीं होती है । सरकार कोई भी रही हो आजादी के बाद से ही एससी वर्ग का हर प्रकार से शोषण-उत्पीड़न होता आ रहा है ।
उन्होंने सीधे-सीधे इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया । क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा समाज को बांट कर जात-पात की राजनीति को प्राथमिकता दी है । यह आरोप पटौदी के एमएलए के द्वारा लगाया गया। उन्होंने हाथरस प्रकरण पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले में देश के प्रधान सेवक पीएम नरेंद्र मोदी ने मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए स्वयं हस्तक्षेप करते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को भी कठोरतम कार्यवाही करने के लिए कहा है । पीड़ित युवती के अंतिम संस्कार के समय और परिवार के सामाजिक, मौलिक और कानूनी अधिकार कि, की युवती को परिजनों को अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए ? के सवाल पर उन्होंने कहा की वहां के हालात पर निर्भर करता है कि क्या स्थिति रही होंगी। उन्होंने कहा कि जो जानकारी निकल कर आ रही है उसके मुताबिक कुछ लोग कोविड-19 पॉजिटिव थे, जिसकी वजह से संभवत प्रशासन को अपने विवेका अनुसार सारा कार्य करना पड़ा है । एमएलए जरावता ने स्पष्ट किया कि ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं कि पीड़ित युवती के परिजनों को कथित रूप से गुमराह कर भड़काया जा रहा है ।
इससे पहले महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर उन्होंने पटौदी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर संबंधित अधिकारियों, समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान का आरंभ किया और कहा कि यह स्वच्छता अभियान एक पखवाड़े तक जारी रहेगा। इस अभियान में पार्टी के सभी कार्यकर्ता , पदाधिकारी , जनप्रतिनिधि अपनी-अपनी जिम्मेदारी भी निर्वाहन करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा जो सपना देखा गया था कि समरसता और बिना भेदभाव वाला भारत सहित समाज हो, लगता है देश में सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के दूरदर्शी विचारों को समझने में नाकाम रही या फिर समझने की जरूरत ही महसूस नहीं की ।
इसी मौके पर एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने फसलों की खरीद और एमएसपी के मुद्दे पर किसानों के साथ-साथ विपक्ष के द्वारा किए जा रहे विरोध के बारे में कहा कि यह सब विपक्ष एक योजनाबद्ध तरीके से अपनी राजनीति चमकाने के लिए किसानों को भड़काने का काम कर रहा है । उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार के द्वारा जिस भी फसल का जो भी न्यूनतम मूल्य घोषित किया गया है , उस फसल को किसान के द्वारा मंडी में बिक्री के लिए लाया जाने पर सरकारी एजेंसियां अथवा सरकार एमएसपी पर ही खरीद करेंगी । रही बात मंडी क्षेत्र से बाहर की तो यह संबंधित फसल की खरीद-फरोख्त करने वाले किसान और व्यापारी के बीच की आपसी समझ है कि वह किस प्रकार से आपसी तालमेल कर कर संबंधित फसल की खरीद फरोख्त करते हैं । केंद्र सरकार के द्वारा जो भी कृषि बिल लाए गए हैं, वह पूरी तरह से किसान हित में ही है । इस मुद्दे को विपक्ष के द्वारा बेवजह तूल देकर राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति का प्रयास किया जा रहा है।