संघर्ष समिति को डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला ने बुलाया चंडीगढ़

प्रशासन जबरन इन गांवों को शामिल करना चाहता

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
 प्रशासन द्वारा जिले के 38 अन्य गॉव को निगम में शामिल करने के फैसले के खिलाफ  38 गॉवों की संघर्ष समिति कमेटी सहित भारी संख्या में लोग डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला से मिलने के लिए पहुंचे। यह मुलाकात गुरुग्राम से जेजेपी जिला अध्यक्ष ऋषि राज राणा के नेतृत्व में बीरू सरपंच की अध्यक्षता में कमेटी के लोगों ने अपनी बातें डिप्टी सीएम के समक्ष रखी गई।

दुष्यंत से मुलाकात करते हुए संघर्ष समिति के लोगों ने कहा कि 38 गांव की ग्राम पंचायत के लोग किसी भी हाल में निगम में शामिल नहीं होना चाहते, लेकिन जिला प्रशासन जबरन इन गांवों को शामिल करना चाहता है। जिसका वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम में शामिल होने से उनके गांवों को केवल नुकसान ही है, पहले से निगम में शामिल किए गए गांवों में आज दुर्दशा का आलम बना हुआ है। सरपंच की पावर रहते किसी भी कार्य को तत्काल प्रभाव से प्रस्ताव पारित कर कराया जा सकता है, जो कि निगम में शामिल होने के बाद संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि निगम में शामिल होने के बाद कानून तो तरह-तरह के बना दिए जाते हैं, लेकिन लोगों की सहूलियत दिलाने के नाम पर उन्ही कानूनों में उलझा कर छोड़ दिया जाता है। जिसके चलते वह किसी भी हाल में निगम में शामिल नहीं होना चाहते। उन्होंने डिप्टी सीएम से 38 गांवों को निगम में शामिल करने से रोकने की गुहार लगाई है।
बीरू सरपंच ने कहा कि डिप्टी सीएम से उन्हें आश्वासन मिला है कि जबरन उनके गांवों को शामिल नहीं होने देंगे। उन्हें चंडीगढ़ आने की बात कही है सरकार से बात कर मामले को सुलझाने की बात कही गई है। जननायक जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ऋषिराज राणा ने कहा कि 38 गांव संघर्ष समिति की कमेटी के लोगों को उन्होंने आज डिप्टी सीएम से मुलाकात कर उनकी समस्या को उनके समक्ष रखा है। जिन्हें डिप्टी सीएम द्वारा आश्वासन दिया गया है कि वह ग्राम स्तर पर प्रस्ताव पास कराकर उन्हें चंडीगढ़ सौंपे। जिसके बाद वह सरकार से बात कर इस मामले को सुलझाने का प्रयास करेंगे। 

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