एसटीपी के मुद्दे को लेकर महापंचायत का आयोजन
करीब 22 करोड़ रूपए का एसटीपी का है यह प्रोजेक्ट
पंचायत में वक्ताओं ने लगाए खुलकर आरोप-प्रत्यारोप
बिमला चैधरी और स्वामी ज्योति गिरी का किया आभार व्यक्त
फतह सिंह उजाला
पटौदी । जितना बड़ा गांव, उतनी ही बड़ी समस्या, जी हां यह सही बात है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार करने के लिए केंद्र सहित सूबे की सरकार निरंतर परियोजनाओं पर काम कर रही है। जो भी बड़े गांव हैं अथवा जहां 10,000 से अधिक आबादी है , ऐसे गावों को महाग्राम योजना के तहत शामिल करके एसटीपी बनाने की योजना तैयार की गई।
पटौदी क्षेत्र का सबसे बड़ा बोहड़ाकला गांव भी इसी परियोजना के लिए चुना गया । हरियाणा में बीजेपी वन सरकार के कार्यकाल के दौरान बोहड़ाकला गांव के लिए एसटीपी की मंजूरी प्रदान कर दी गई । लेकिन किन्ही कारणों से यह परियोजना आरंभ नहीं हो सकी और इसी बीच में ऐसी चर्चा चल पड़ी की एसटीपी के लिए मंजूर भारी-भरकम राशि वापिस ले ली गई है। इसी मुद्दे को लेकर बोहड़ाकला में कैप्टन तेजपाल की अध्यक्षता में महापंचायत का आयोजन किया गया । महापंचायत में विभिन्न वक्ताओं ने अपनी अपनी बात रखते हुए आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए। इतना ही नहीं गांव के सरपंच यादवेंद्र शर्मा गोगली पर भी एसटीपी के मामले में कथित लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए वक्ताओं ने अपने-अपने मन की भड़ास निकाली । पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा कही गई बातों को देखते हुए यह बात सामने आई कि बोहड़ाकला का प्रस्तावित एसटीपी निर्माण के लिए जमीन की समस्या को लेकर यह प्रोजेक्ट लंबित है । इस पंचायत में जिला पार्षद सुशील चैहान , जजपा नेता महेश चैहान, उदयभान चैहान छोटू , राम भूल चैहान, बोहड़ा बावनी के प्रधान राजेश चैहान , मनवीर चैहान , पूर्व चेयरमैन देवेंद्र चैहान , नेपाल सिंह चैहान सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
इस पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा बोहड़ाकला में बनने वाले एसटीपी में हो रही देरी के लिए सीधे-सीधे सरपंच को कथित रूप से दोषी ठहरा दिया । पंचायत में पहुंचे सरपंच यादवेंद्र शर्मा गोगली ने इस पूरे प्रोजेक्ट के विषय में विस्तार से सारी जानकारी दी और एसटीपी निर्माण की गेंद सरकार के पाले में बताई। उन्होंने कहा कि एसटीपी के निर्माण में पंचायत का कोई दखल नहीं है। यह प्रोजेक्ट सरकार के स्तर पर ही तैयार होगा और इसके सरकार के द्वारा ही टेंडर छोड़े जाएंगे और उसके बाद ही इसका निर्माण किया जाएगा। इसी बीच सरपंच ने यह भी खुलासा किया कि एसटीपी के लिए जितनी जमीन की जरूरत है , उसकी व्यवस्था भी कर ली गई है । सरपंच यादवेंद्र गुगली ने बोहड़ाकला के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी के लिए पूर्व विधायक विमला चैधरी और महामंडलेश्वर ज्योति गिरी का इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाने के लिए पंचायत के बीच में आभार व्यक्त किया ।
इसी बीच पंचायत में मौजूद जजपा नेता महेश चैहान ने कहा कि जब मामला गांव के समग्र विकास और सुविधा का है तो ऐसे विकास कार्यों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए । महेश चैहान ने कहा कि आप पंचायत इस बात का भरोसा रखें कि, पंचायत विभाग डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के पास है और गांव में बनने वाला एसटीपी हर हालत में बनेगा और इसके लिए गांव के सभी वर्गों के अलग-अलग इलाकों से लोगों की एक कमेटी का गठन किया जाए । यह कमेटी सरकार के सामने गांव में एसटीपी बनाने के लिए फिर से बात करें । उन्होंने भरोसा दिलाया कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के रहते हुए न तो ग्रामीण विकास और सुविधाओं के लिए पैसों की कोई कमी है और नहीं गांव में बनने वाला एसटीपी किसी भी प्रकार से अधिक समय तक लंबित रहेगा । जिला पार्षद सुशील चैहान ने बताया कि महापंचायत में यह फैसला लिया गया कि एक कमेटी गांव अथवा प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सरकार से मिलेगा। एसटीपी के निर्माण में जो कुछ भी विलंब हुआ, वह कोरोना महामारी के कारण जो हालात बने हैं उसी वजह से हुआ है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इसी वर्ष के अंत तक मोहरा कला के एसटीपी का काम आरंभ हो जाएगा।
करीब 22 करोड़ रूपए का एसटीपी का है यह प्रोजेक्ट
पंचायत में वक्ताओं ने लगाए खुलकर आरोप-प्रत्यारोप
बिमला चैधरी और स्वामी ज्योति गिरी का किया आभार व्यक्त
फतह सिंह उजाला
पटौदी । जितना बड़ा गांव, उतनी ही बड़ी समस्या, जी हां यह सही बात है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान का सपना साकार करने के लिए केंद्र सहित सूबे की सरकार निरंतर परियोजनाओं पर काम कर रही है। जो भी बड़े गांव हैं अथवा जहां 10,000 से अधिक आबादी है , ऐसे गावों को महाग्राम योजना के तहत शामिल करके एसटीपी बनाने की योजना तैयार की गई।
पटौदी क्षेत्र का सबसे बड़ा बोहड़ाकला गांव भी इसी परियोजना के लिए चुना गया । हरियाणा में बीजेपी वन सरकार के कार्यकाल के दौरान बोहड़ाकला गांव के लिए एसटीपी की मंजूरी प्रदान कर दी गई । लेकिन किन्ही कारणों से यह परियोजना आरंभ नहीं हो सकी और इसी बीच में ऐसी चर्चा चल पड़ी की एसटीपी के लिए मंजूर भारी-भरकम राशि वापिस ले ली गई है। इसी मुद्दे को लेकर बोहड़ाकला में कैप्टन तेजपाल की अध्यक्षता में महापंचायत का आयोजन किया गया । महापंचायत में विभिन्न वक्ताओं ने अपनी अपनी बात रखते हुए आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए। इतना ही नहीं गांव के सरपंच यादवेंद्र शर्मा गोगली पर भी एसटीपी के मामले में कथित लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए वक्ताओं ने अपने-अपने मन की भड़ास निकाली । पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा कही गई बातों को देखते हुए यह बात सामने आई कि बोहड़ाकला का प्रस्तावित एसटीपी निर्माण के लिए जमीन की समस्या को लेकर यह प्रोजेक्ट लंबित है । इस पंचायत में जिला पार्षद सुशील चैहान , जजपा नेता महेश चैहान, उदयभान चैहान छोटू , राम भूल चैहान, बोहड़ा बावनी के प्रधान राजेश चैहान , मनवीर चैहान , पूर्व चेयरमैन देवेंद्र चैहान , नेपाल सिंह चैहान सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
इस पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा बोहड़ाकला में बनने वाले एसटीपी में हो रही देरी के लिए सीधे-सीधे सरपंच को कथित रूप से दोषी ठहरा दिया । पंचायत में पहुंचे सरपंच यादवेंद्र शर्मा गोगली ने इस पूरे प्रोजेक्ट के विषय में विस्तार से सारी जानकारी दी और एसटीपी निर्माण की गेंद सरकार के पाले में बताई। उन्होंने कहा कि एसटीपी के निर्माण में पंचायत का कोई दखल नहीं है। यह प्रोजेक्ट सरकार के स्तर पर ही तैयार होगा और इसके सरकार के द्वारा ही टेंडर छोड़े जाएंगे और उसके बाद ही इसका निर्माण किया जाएगा। इसी बीच सरपंच ने यह भी खुलासा किया कि एसटीपी के लिए जितनी जमीन की जरूरत है , उसकी व्यवस्था भी कर ली गई है । सरपंच यादवेंद्र गुगली ने बोहड़ाकला के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी के लिए पूर्व विधायक विमला चैधरी और महामंडलेश्वर ज्योति गिरी का इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाने के लिए पंचायत के बीच में आभार व्यक्त किया ।
इसी बीच पंचायत में मौजूद जजपा नेता महेश चैहान ने कहा कि जब मामला गांव के समग्र विकास और सुविधा का है तो ऐसे विकास कार्यों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए । महेश चैहान ने कहा कि आप पंचायत इस बात का भरोसा रखें कि, पंचायत विभाग डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के पास है और गांव में बनने वाला एसटीपी हर हालत में बनेगा और इसके लिए गांव के सभी वर्गों के अलग-अलग इलाकों से लोगों की एक कमेटी का गठन किया जाए । यह कमेटी सरकार के सामने गांव में एसटीपी बनाने के लिए फिर से बात करें । उन्होंने भरोसा दिलाया कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के रहते हुए न तो ग्रामीण विकास और सुविधाओं के लिए पैसों की कोई कमी है और नहीं गांव में बनने वाला एसटीपी किसी भी प्रकार से अधिक समय तक लंबित रहेगा । जिला पार्षद सुशील चैहान ने बताया कि महापंचायत में यह फैसला लिया गया कि एक कमेटी गांव अथवा प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सरकार से मिलेगा। एसटीपी के निर्माण में जो कुछ भी विलंब हुआ, वह कोरोना महामारी के कारण जो हालात बने हैं उसी वजह से हुआ है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इसी वर्ष के अंत तक मोहरा कला के एसटीपी का काम आरंभ हो जाएगा।