लखनऊ के संजय गांधी एसजीपीजीआई में इलाज चल रहा था।

मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
सरकार की तमाम दावों के उलट देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और मौतों का सिलसिला भी थमता नही दिख रहा है। इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश की कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी है। कमल रानी वरुण उत्तरप्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थीं। 62 वर्षीय कमल रानी कोरोना से संक्रमित थी। उनका लखनऊ के पीजीआई में इलाज़ चल रहा था जहां रविवार को उनकी मौत हो गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शौक़।

कमल रानी वरुण की मौत पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। योगी ने विन्रम श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों के प्रति गंभीर सवेंदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "विगत कई दिनों से प्रदेश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान एसजीपीजीआई में उनका उपचार चल रहा था. आज सुबह उनका दुखद निधन हुआ है। कमल रानी वरुण लोकप्रिय जन नेता और वरिष्ठ समाजसेवी थीं।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमल रानी वरुण ने कुशलतापूर्वक काम किया, उनका आकस्मिक निधन पार्टी, सरकार व प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है। 

दो बार रही सांसद व की विधायक रहीं।

कमल रानी वरुण ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कानपुर महापरिषद की सदस्या के रूप में की। कमल रानी 1989 से 1995 तक कानपुर महापरिषद की सदस्या रही।  कमल रानी 11वीं व 12वीं लोकसभा की सदस्या भी रहीं। 2017 में कानपुर के घाटमपुर से विधानसभा का चुनाव जीती व वर्तमान में उत्तरप्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थीं।
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