क्राई एनजीओ के साथ जरूरतमंदों को बांटा सूखा राशन

अभी भी अनेकों परिवारों के सामने है आर्थिक परेशानियां

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 भारत की पहली फौज के सूत्रधार ,कमांडर और फौज को खड़ा करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि एक अलग ही अंदाज में मनाई गई । मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि के मौके पर और साथ-साथ स्वतंत्रता के 74वें दिवस के उपलक्ष्य पर पटौदी देहात के गांव में जरूरतमंद और गरीब परिवारों को सूखा राशन वितरित किया गया ।

यह पहल सामाजिक संस्था क्राई, जिला पार्षद एवं पाटोदी पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन दीपचंद, ग्राम इच्छापुरी के सरपंच बिजेंदर, युवा शहीद कैप्टन कपिल कुंडू के चाचा तारीफ कुंडू , विजयपाल एवं संदीप की टीम ने सामूहिक रूप से मिलकर अलग-अलग दो गांवों में गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन प्रदान किया । इस मौके पर जिला पार्षद एवं पंचायत समिति पटौदी के पूर्व चेयरमैन दीपचंद ने कहा कि आजादी के बाद हम सभी 74 वी वर्षगांठ मना रहे हैं और साथ ही देश में सैनिक क्रांति के सूत्रधार सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि भी मनाई जा रही है । ऐसे में कोरोना कोविड-19 महामारी के चलते अभी भी बहुत से ऐसे गरीब जरूरतमंद परिवार मौजूद हैं, जिनके सामने कामकाज के अभाव में आर्थिक संकट बना हुआ है।

ऐसे परिवारों को नियमित रूप से दिहाड़ी का रोजगार भी नहीं मिल रहा । जिसके कारण ऐसे परिवार आर्थिक संकट के दौर से गुजरते हुए सामना कर रहे। सारे हालात को ध्यान में रखते हुए फैसला किया गया की नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुण्यतिथि और स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर क्यों ना गरीब जरूरतमंद और आर्थिक रूप से जूझ रहे गरीब लोगों और परिवारों को कोरोना कोविड-19 महामारी के दौर में पेट भरने के लिए सूखा राशन उपलब्ध करवाया जाए । इसके लिए सामाजिक संस्था क्राई ने पहल करते हुए प्रस्ताव रखा और इसके बाद में पटौदी इलाके के गांव रणसीका और गांव छापरी में ऐसे परिवारों की पहचान की गई, जिन्हें वास्तव में मदद की जरूरत थी । गांव इच्छापुरी पौराणिक महत्व का गांव है, यहां स्वयंभू स्थापित भगवान शिव का मंदिर है । वही गांव रणसीका युवा शहीद कैप्टन कपिल कुंडू का पैतृक गांव है , तो ऐसे में यह एक संयोग रहा कि आदि और अंत के देवता शिव भगवान के उद्गम स्थल ग्राम इंछापुरी और शहीद कैप्टन कपिल कुंडू के गांव में ही क्यों ना गरीब और जरूरतमंद परिवारों की मदद की जाए । दोनों गांवों में स्थानीय ग्राम पंचायत और प्रबुद्ध ग्रामीणों के सहयोग से गरीब और जरूरतमंद लोगों सहित परिवारों की पहचान कर इन्हें करीब एक ट्रक से अधिक सूखा राशन प्रदान किया गया।

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