बेटियां घर का ही नही समाज का भी चिराग होती
कोमल-सोनिका के घर पहली संतान बेटी जन्मी
फतह सिंह उजाला
पटौदी। बेटियां घर का नही समाज का चिराग होती है। उसकी प्रतिभा की रौशनी से पूरा जगत जगमग हो जाता है। जिस आंगन में बेटियों की किलकारी ना गुंजे वह घर अधूरा ही समझा जाता है। बेटियों से ही जग रोशन है। सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना के सार्थक परिणाम शहर ही नहीं अपितु ग्रामीण आंचल में भी देखने को मिल रहे है। बेटों के समान मिले अधिकारों की बदौलत बेटियों के हौंसले बुलंद हुए है।
उक्त विचार जिला परिषद गुरुग्राम के उप प्रमुख संजीव राव उर्फ पप्पू यादव ने खंड के गांव डाबोदा में नवजात बेटी जसमिन यादव के जन्म पर आयोजित कुआं पूजन एवं पौधा रोपण कार्यक्रम के मौके पर ग्रामीणों से कहीं। उन्होंने कहा कि यह शोभाग्य की बात है कि गांव की सबसे ज्यादा वृद्ध महिला 92 वर्षीय विद्या देवी ने अपनी परपौत्री जसमीन यादव के जन्म पर खुशी का इजहार करते हुए थाली बजाई, विधिवत रुप से छठी पूजन, पतासे बाटना और कुआं पूजन जैसी रस्म के अलावा अपने परिजनों को पौधा रोपण करने का आदेश दिया। जो अपने आप में बहुत ही सरहानीय कदम है। उन्होंने बताया कि हमारे बुजुर्ग भली प्रकार से आज से 50 वर्ष पूर्व के समय को भली प्रकार जानते है कि बेटियों को समान अधिकार नहीं दिए जाते थे। लेकिन शिक्षा के बढ़ते प्रचार प्रसार के कारण आज बेटियों को समानता के अधिकार प्राप्त हुए है।
गांव डाबोदा के कोमल यादव व उनकी पत्नी सोनिका के घर पहली संतान के रुप में 6 जूलाई 2020 को बेटी जसमिन का जन्म हुआ। जन्म पर घर में पूरे उत्साह के साथ सभी रस्म तो निभाई गई। बल्कि कुआं पूजन के साथ आम का पौधा भी लगाया गया। छुछक में भी विभिन्न प्रजातियों 101 पौधे उपहार के रूप में आये। इस मौके पर सरपंच नीता यादव, बल्लू यादव प्रधान, जयप्रकाश, संजीव सोलंकी, धर्मबीर, पूर्व पंच सुरेंद्र सिंह, गंगाराम, राजबीर, दीपक, ज्योति, बुधराम, सुखराम, ब्रह्मप्रकाश, सुनील पहलवान, ओम प्रकाश, चंदगीराम मुशेपुर, राम निवास, रणधीर सिंह, संजय आदि मौजूद थे।