यूरोपीय यूनियन समेत कई पश्चिमी देशों ने नवाल्नी को जहर दिए जाने पर चिंता ज़ाहिर की।

मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
रूस में पुतिन के धुर विरोधी अलेक्सी नवाल्नी को जहर दिए जाने पर एक नया मोड़ आया है। रूस में डॉक्टरों का दावा है कि अलेक्सी नावाल्नी को जहर दिए जाने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। लेकिन नावाल्नी के समर्थक कहते हैं कि डॉक्टर जहर देने के मामले पर पर्दा डाल रहे हैं।

गौरतलब है कि नावाल्नी गुरुवार को एक घरेलू उड़ान से मॉस्को जा रहे थे कि जब उनके अचानक बीमार होने के कारण उनके विमान की ओम्स्क में इमरजेंसी लेंडिंग करानी पड़ी। उन्हें तुरंत आईसीयू में दाखिल कराया। इस समय नावाल्नी कोमा में है व रूसी अधिकारियों का कहना है कि उनकी हालत इतनी गंभीर है कि वे यात्रा नहीं कर सकते।

इससे पहले जर्मनी के एक गैर-सरकारी संगठन द सिनेमा फ़ॉर पीस फाउंडेशन ने नवाल्नी को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में लाने के विमान भेजा था। लेकिन रूसी डॉक्टरों ने नवाल्नी को देश छोड़ने की अनुमति नही दी। नवाल्नी के समर्थकों व परिजनों ने कहा कि डॉक्टर रूसी सरकार के दबाव में काम कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि रूसी सरकार डॉक्टरों को निर्देश दे रही है उन्हें नवाल्नी की सेहत की कोई फ़िक्र नही है व अधिकारी जहर दिए जाने के मामले पर पर्दा डालने की कोशिस कर रहे हैं।

डॉक्टरों ने कहा कि हालात स्थिर है लेकिन नवाल्नी अभी यात्रा नही कर सकते।

अभी नावाल्नी ओम्स्क के अस्पताल में ही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी तबियत कुछ बेहतर हुई है। लेकिन अब भी हालत गंभीर बनी हुई है। ओम्स्क के अस्पताल के मुख्य चिकित्सक अनातोली कालीनिचेंको का कहना है कि नावाल्नी के शरीर में किसी जहरीले तत्व के अंश नहीं मिले हैं। ओम्स्क में कालीनिचेंको ने पत्रकारों को बताया, "अभी तक खून और पेशाब के नमूनों में जहर की पहचान नहीं हुई है, ऐसे कुछ अंश नहीं मिले हैं।"

अंतरराष्ट्रीय जगत ने नवाल्नी की सेहत को लेकर चिंता ज़ाहिर की।

इस बीच, यूरोपीय यूनियन के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन बातचीत में नावाल्नी को लेकर चिंता जताई है। मिशेल के प्रवक्ता ने बताया कि पुतिन ने कहा है कि नावाल्नी बीमार हो गए हैं और उनका अच्छी तरह इलाज किया जा रहा है।

वहीं पोलैंड के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि नावाल्नी की सुरक्षा को 100 फीसदी सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि पोलैंड नावाल्नी को अच्छे से अच्छा इलाज मुहैया कराने की कोशिश में पूरा साथ देगा। लेकिन उन्होंने नावाल्नी को रूस से बाहर ना भेजे जाने पर भी चिंता जताई।

वहीं जर्मन विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा है कि जर्मनी नावाल्नी के इलाज में हर संभव मदद देने को तैयार है। उन्होंने कहा, "हमने इसकी व्यवस्था की है कि बर्लिन में उनका इलाज हो सकता है। हम इस बात पर कायम हैं। लेकिन इस बात का मूल्यांकन करना हमारे लिए मुश्किल है कि उन्हें यहां लाया जा सकता है या नहीं।"

उधर, रूस में अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि अगर नावाल्नी को जहर दिया गया है तो फिर जो लोग इसके पीछे हैं। उन्हें सजा मिलनी चाहिए। दूतावास की प्रवक्ता रिबेका रोस ने ट्वीट किया, "अगर यह सच है कि रूस के विपक्षी नेता अलेक्सी नावाल्नी को जहर दिया गया है तो यह रूस के लिए बहुत चिंता का क्षण है। रूसी लोगों का अधिकार है कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।"
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