एसडीएम ने अधिकारियों के साथ किया दौरा
पटौदी और हेली मंडी पालिका क्षेत्र में मुआयना
जन स्वास्थ्य विभाग को दिए आवश्यक निर्देश
फतह सिंह उजाला
पटौदी । मानसून सिर पर आ चुका है । अब मानसून ही प्रशासन की परीक्षा भी लेगा । इसी परीक्षा की कसौटी पर खरा उतरने के लिए पटौदी प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है । इसी कड़ी में पटौदी के एसडीएम के द्वारा जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका सहित वन विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर पटौदी और हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा करते हुए मुआयना करने के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए ।
पटौदी के एसडीएम राजेश कुमार प्रजापत ने पटौदी और हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में मोक्ष स्थल-स्वर्ग स्थल का विशेष रूप से दौरा करते हुए इन स्थानों के हालात का निरीक्षण किया । उन्होंने दोनों पालिका क्षेत्रों में स्वर्ग स्थानों का मुआयना करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां भी अनावश्यक रूप से कूड़ा कचरा पड़ा है , खरपतवार फैली है, उसकी 1 सप्ताह के अंदर साफ सफाई करवाई जाए । मोक्ष धाम अर्थात स्वर्ग आश्रम कहे जाने वाले स्थानों पर अंतिम संस्कार के लिए साथ आने वाले लोगों की सुविधा के दृष्टिगत उन्होंने और भी कई प्रकार के आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारियों को साफ साफ कहा कि स्वर्ग आश्रम स्थल पर जो भी ढांचा अथवा निर्माण मरम्मत के लायक है, बिना देरी किए उसकी मरम्मत कराई जाए । उन्होंने कहा कि स्वर्ग आश्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में पौधे लगाने के लिए स्थान उपलब्ध है । यहां पर खासतौर से नीम, पीपल और बरगद के पौधे लगाए जाने चाहिए । एसडीएम के साथ पटौदी पालिका चेयरमैन चंद्रभान सहगल, वाइस चेयरमैन जर्मन सैनी , पटौदी पालिका सचिव संदीप मलिक, हेलीमंडी पालिका सचिव संजय रोहिल्ला , पालिकाओं के जेई व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।
इसी मौके पर एसडीएम राजेश प्रजापत में जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के दौरान कहीं भी बरसाती पानी अनावश्यक रूप से और कई दिनों तक खड़ा नहीं रहना चाहिए। इसके लिए ठोस व्यवस्था सहित प्रबंध तुरंत किए जाएं , जहां-जहां भी ड्रेनेज है उसकी बिना देरी किए सफाई की जाए । जिससे की बरसात का पानी इन ड्रेनेज के माध्यम से बह कर दूसरे स्थान पर निकल जाए । इसी प्रकार से पटौदी हेलीमंडी के बीच में सड़क के दोनों तरफ बने बरसाती नालों, हेलीमंडी अनाज मंडी में बने बरसाती नालों की सफाई के भी उन्होंने सख्त आदेश दिए हैं। जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से आगाह करते हुए एसडीएम राजेश प्रजापत ने कहा कि समय रहते सीवरेज लाइन की सफाई कराई जाए जिससे कि बरसात में एकाएक भरने वाला पानी निकलने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो सके ।
उन्होंने कहा कि बरसात का पानी भरने की स्थिति में डीजल पंप सेट की भी अग्रिम रूप से व्यवस्था करके रखी जाए । जहां कहीं भी पानी निकलने में परेशानी लगे, वहां पर डीजल पंप के द्वारा पानी को निकाला जाए । बरसात अथवा मानसून के दौरान मानसूनी बीमारियां और सीजनल बीमारियां भी फैलती हैं और बीमारियों से आम लोगों को बचाना शासन प्रशासन का भी दायित्व बनता है । एसडीएम राजेश प्रजापत ने पीडब्ल्यूडी, जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग , नगर पालिका व अन्य विभागों के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं कि एसडीएम कार्यालय की अनुमति के बिना कोई भी अधिकारी अपना मुख्यालय छोड़ कर के नहीं जाएगा। जिस भी किसी विभाग के काम में कोताही अथवा लापरवाही सामने आएगी तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही भी की जाएगी ।
पटौदी और हेली मंडी पालिका क्षेत्र में मुआयना
जन स्वास्थ्य विभाग को दिए आवश्यक निर्देश
फतह सिंह उजाला
पटौदी । मानसून सिर पर आ चुका है । अब मानसून ही प्रशासन की परीक्षा भी लेगा । इसी परीक्षा की कसौटी पर खरा उतरने के लिए पटौदी प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है । इसी कड़ी में पटौदी के एसडीएम के द्वारा जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका सहित वन विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर पटौदी और हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा करते हुए मुआयना करने के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए ।
पटौदी के एसडीएम राजेश कुमार प्रजापत ने पटौदी और हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में मोक्ष स्थल-स्वर्ग स्थल का विशेष रूप से दौरा करते हुए इन स्थानों के हालात का निरीक्षण किया । उन्होंने दोनों पालिका क्षेत्रों में स्वर्ग स्थानों का मुआयना करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां भी अनावश्यक रूप से कूड़ा कचरा पड़ा है , खरपतवार फैली है, उसकी 1 सप्ताह के अंदर साफ सफाई करवाई जाए । मोक्ष धाम अर्थात स्वर्ग आश्रम कहे जाने वाले स्थानों पर अंतिम संस्कार के लिए साथ आने वाले लोगों की सुविधा के दृष्टिगत उन्होंने और भी कई प्रकार के आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारियों को साफ साफ कहा कि स्वर्ग आश्रम स्थल पर जो भी ढांचा अथवा निर्माण मरम्मत के लायक है, बिना देरी किए उसकी मरम्मत कराई जाए । उन्होंने कहा कि स्वर्ग आश्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में पौधे लगाने के लिए स्थान उपलब्ध है । यहां पर खासतौर से नीम, पीपल और बरगद के पौधे लगाए जाने चाहिए । एसडीएम के साथ पटौदी पालिका चेयरमैन चंद्रभान सहगल, वाइस चेयरमैन जर्मन सैनी , पटौदी पालिका सचिव संदीप मलिक, हेलीमंडी पालिका सचिव संजय रोहिल्ला , पालिकाओं के जेई व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।
इसी मौके पर एसडीएम राजेश प्रजापत में जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के दौरान कहीं भी बरसाती पानी अनावश्यक रूप से और कई दिनों तक खड़ा नहीं रहना चाहिए। इसके लिए ठोस व्यवस्था सहित प्रबंध तुरंत किए जाएं , जहां-जहां भी ड्रेनेज है उसकी बिना देरी किए सफाई की जाए । जिससे की बरसात का पानी इन ड्रेनेज के माध्यम से बह कर दूसरे स्थान पर निकल जाए । इसी प्रकार से पटौदी हेलीमंडी के बीच में सड़क के दोनों तरफ बने बरसाती नालों, हेलीमंडी अनाज मंडी में बने बरसाती नालों की सफाई के भी उन्होंने सख्त आदेश दिए हैं। जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से आगाह करते हुए एसडीएम राजेश प्रजापत ने कहा कि समय रहते सीवरेज लाइन की सफाई कराई जाए जिससे कि बरसात में एकाएक भरने वाला पानी निकलने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो सके ।
उन्होंने कहा कि बरसात का पानी भरने की स्थिति में डीजल पंप सेट की भी अग्रिम रूप से व्यवस्था करके रखी जाए । जहां कहीं भी पानी निकलने में परेशानी लगे, वहां पर डीजल पंप के द्वारा पानी को निकाला जाए । बरसात अथवा मानसून के दौरान मानसूनी बीमारियां और सीजनल बीमारियां भी फैलती हैं और बीमारियों से आम लोगों को बचाना शासन प्रशासन का भी दायित्व बनता है । एसडीएम राजेश प्रजापत ने पीडब्ल्यूडी, जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग , नगर पालिका व अन्य विभागों के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं कि एसडीएम कार्यालय की अनुमति के बिना कोई भी अधिकारी अपना मुख्यालय छोड़ कर के नहीं जाएगा। जिस भी किसी विभाग के काम में कोताही अथवा लापरवाही सामने आएगी तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही भी की जाएगी ।