उद्योगपति शम्मी बंसल व राजेश जैन ने दी अपनी राय
अग्रवाल वैश्य समाज की ओर से आयोजित किया गया वेबीनार
उद्योग वर्तमान सदर्भ में रहा वेबीनार का विषय
फतह सिंह उजाला
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । अग्रवाल वैश्य समाज की ओर से उद्योगों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए लगातार वेबीनार के माध्यम से उद्योगपतियों, आमजन की राय लेकर उसे विभिन्न माध्यमों से सरकार तक पहुंचाया जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को भी एक वेबीनार आयोजित किया गया, जिसका विषय रहा उद्योग वर्तमान संदर्भ में। इसमें लिबर्टी शूज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक शम्मी बंसल और एलपीएस बोसार्ड प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने उद्योगों के संदर्भ में अपनी राय दी।
भविष्य में उद्योगों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए अपनी बात रखने से पूर्व आजादी से लेकर आज तक की स्थिति पर नजर डालते हुए लिबर्टी शूज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक शम्मी बंसल ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि आजादी से लेकर आज तक हम अपने देश को स्किल्ड नहीं बना पाए। यह सब सरकारों की उदासीनता के कारण हुआ है। अगर शुरू से ही हम इस पर ध्यान देकर चलते तो आज हमारे देश में बेरोजगारी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यह बात कड़वी है मगर सच्ची है कि हमारे युवाओं में स्किल की बहुत अधिक कमी है। उन्हें उस स्तर की ना तो शिक्षा दी जा रही है और ना ही उन्हें उस काम के लिए निपुण किया जा रहा है, जो कि आज के उद्योगों के मापदंडों के अनुरूप है। सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि तकनीकी ज्ञान भी जरूरी है। हमारे यहां स्किल टेंड वर्कर्स मिल नहीं रहे। हम अब 21वीं सदी में पहुंच चुके हैं और अब हमें एजुकेशन का नया प्रारूप तैयार करना होगा। निजी क्षेत्र में रोजगार अगर युवाओं को देना है तो उन्हें उस तरह से तैयार भी करना होगा। शम्मी बंसल ने कहा कि हम अपने क्षेत्र अनुसार भी अपने युवाओं को डिमांड के हिसाब से तैयार कर सकते हैं। जैसे गुरुग्राम आईटी हब है तो यहां पर आईटी के हिसाब से युवाओं को स्किल्ड बनाएं। साथ में और भी क्षेत्र हैं, जहां पर अलग तरह के स्किल की जरूरत है तो उन्हें उसके अनुसार स्किल्ड करें। देश में ईज ऑफ डूईंग के फार्मुले को प्रभावी बनाकर काम करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के दौर में 75 प्रतिशत व्यापार प्रभावित हुआ है।
अब वर्क फ्रॉम ऐनी व्हेयर
एलपीएस बोसार्ड प्रा. लि. रोहतक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने कहा कि अब समय आ गया बदलाव है। वर्क फ्रॉम होम नहीं बल्कि अब वर्क फ्रॉम ऐनी व्हेयर यानी कहीं पर भी रहते हुए काम करना है। दुनिया के 35 देशों में अपना प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने वाले राजेश का कहना है कि हमें ऐसा सिस्टम डेवेलप करना होगा कि एम्पलॉयर व एम्पलॉई में विश्वास गहरा हो। ग्राहक को भी संतुष्ट करना जरूरी है। चंद्रयान तक में रोहतक की एलपीएस कंपनी में बने कलपुर्जे लगे हैं। ऐसे में यह क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है। राजश्ेा जैन के मुताबिक समय के साथ अब इनोवेशन और क्रिएटिविटी पर अधिक ध्यान देना है। बिजनेस को ग्रो करने के लिए यह जरूरी है।
उद्योगपति अपने स्तर पर तैयार करें स्किल
अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि यह हकीकत है कि सरकार स्किल्ड लेबर उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। ऐसे में उद्योपतियों को खुद ही इस पर निर्णय लेना होगा। वे प्रयास करें कि अपनी डिमांड के अनुसार खुद ही स्किल्ड लेबर तैयार करे। इसके लिए मिलकर ट्रेनिंग स्कूल, आईटीआई बनाई जा सकती है। सरकार के समक्ष अपना यह प्रस्ताव रखकर इस पर काम किया जाना अब जरूरी हो गया है।
वैश्य समाज की मजबूती को कर रहे काम
अग्रवाल वैश्य समाज के गुडग़ांव लोकसभा अध्यक्ष एडवोकेट अभय जैन ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य यही है कि समाज के लोगों को मुख्य धारा से जोड़कर उनकी समस्याओं को जानकर राहत दिलवाना है। साथ ही समाज की राजनीतिक मजबूती के लिए भी संस्था काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत, ब्लॉक समिति, नगर पालिका, नगर परिषद, जिला परिषद, विधायक, सांसद का चुनाव लड़ाकर समाज के प्रतिनिधि को राजनीति में मजबूती भी संस्था देने का काम करती है। इस कार्यक्रम का संचालन एवीएस प्रोफेशनल विंग के अध्यक्ष एडवोकेट विभोर बंसल ने किया। उन्होंने कहा कि स्किल की कमी को दूर करने के लिए वक्ताओं ने जो सुझाव दिए हैं, इन्हें सरकार के समक्ष भी रखा जाएगा, ताकि प्रदेश में स्किल की कमी को पूरा किया जा सके।
भविष्य में उद्योगों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए अपनी बात रखने से पूर्व आजादी से लेकर आज तक की स्थिति पर नजर डालते हुए लिबर्टी शूज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक शम्मी बंसल ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि आजादी से लेकर आज तक हम अपने देश को स्किल्ड नहीं बना पाए। यह सब सरकारों की उदासीनता के कारण हुआ है। अगर शुरू से ही हम इस पर ध्यान देकर चलते तो आज हमारे देश में बेरोजगारी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यह बात कड़वी है मगर सच्ची है कि हमारे युवाओं में स्किल की बहुत अधिक कमी है। उन्हें उस स्तर की ना तो शिक्षा दी जा रही है और ना ही उन्हें उस काम के लिए निपुण किया जा रहा है, जो कि आज के उद्योगों के मापदंडों के अनुरूप है। सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि तकनीकी ज्ञान भी जरूरी है। हमारे यहां स्किल टेंड वर्कर्स मिल नहीं रहे। हम अब 21वीं सदी में पहुंच चुके हैं और अब हमें एजुकेशन का नया प्रारूप तैयार करना होगा। निजी क्षेत्र में रोजगार अगर युवाओं को देना है तो उन्हें उस तरह से तैयार भी करना होगा। शम्मी बंसल ने कहा कि हम अपने क्षेत्र अनुसार भी अपने युवाओं को डिमांड के हिसाब से तैयार कर सकते हैं। जैसे गुरुग्राम आईटी हब है तो यहां पर आईटी के हिसाब से युवाओं को स्किल्ड बनाएं। साथ में और भी क्षेत्र हैं, जहां पर अलग तरह के स्किल की जरूरत है तो उन्हें उसके अनुसार स्किल्ड करें। देश में ईज ऑफ डूईंग के फार्मुले को प्रभावी बनाकर काम करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के दौर में 75 प्रतिशत व्यापार प्रभावित हुआ है।
अब वर्क फ्रॉम ऐनी व्हेयर
एलपीएस बोसार्ड प्रा. लि. रोहतक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने कहा कि अब समय आ गया बदलाव है। वर्क फ्रॉम होम नहीं बल्कि अब वर्क फ्रॉम ऐनी व्हेयर यानी कहीं पर भी रहते हुए काम करना है। दुनिया के 35 देशों में अपना प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करने वाले राजेश का कहना है कि हमें ऐसा सिस्टम डेवेलप करना होगा कि एम्पलॉयर व एम्पलॉई में विश्वास गहरा हो। ग्राहक को भी संतुष्ट करना जरूरी है। चंद्रयान तक में रोहतक की एलपीएस कंपनी में बने कलपुर्जे लगे हैं। ऐसे में यह क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है। राजश्ेा जैन के मुताबिक समय के साथ अब इनोवेशन और क्रिएटिविटी पर अधिक ध्यान देना है। बिजनेस को ग्रो करने के लिए यह जरूरी है।
उद्योगपति अपने स्तर पर तैयार करें स्किल
अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि यह हकीकत है कि सरकार स्किल्ड लेबर उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। ऐसे में उद्योपतियों को खुद ही इस पर निर्णय लेना होगा। वे प्रयास करें कि अपनी डिमांड के अनुसार खुद ही स्किल्ड लेबर तैयार करे। इसके लिए मिलकर ट्रेनिंग स्कूल, आईटीआई बनाई जा सकती है। सरकार के समक्ष अपना यह प्रस्ताव रखकर इस पर काम किया जाना अब जरूरी हो गया है।
वैश्य समाज की मजबूती को कर रहे काम
अग्रवाल वैश्य समाज के गुडग़ांव लोकसभा अध्यक्ष एडवोकेट अभय जैन ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य यही है कि समाज के लोगों को मुख्य धारा से जोड़कर उनकी समस्याओं को जानकर राहत दिलवाना है। साथ ही समाज की राजनीतिक मजबूती के लिए भी संस्था काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत, ब्लॉक समिति, नगर पालिका, नगर परिषद, जिला परिषद, विधायक, सांसद का चुनाव लड़ाकर समाज के प्रतिनिधि को राजनीति में मजबूती भी संस्था देने का काम करती है। इस कार्यक्रम का संचालन एवीएस प्रोफेशनल विंग के अध्यक्ष एडवोकेट विभोर बंसल ने किया। उन्होंने कहा कि स्किल की कमी को दूर करने के लिए वक्ताओं ने जो सुझाव दिए हैं, इन्हें सरकार के समक्ष भी रखा जाएगा, ताकि प्रदेश में स्किल की कमी को पूरा किया जा सके।