गुरूग्राम में कोरोना के केस डबल होने की रफतार धीमी हुई

कोरोना के केस लगभग 44 दिन में डबल हो रहे हैं 

फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम ।  सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने कहा कि गुरूग्राम में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार हुआ है और यहां पर कोरोना के केस डबल होने की रफतार धीमी हुई है। अब यहां पर कोरोना के केस लगभग 44 दिन में डबल हो रहे हैं।  वे आज सिविल लाईन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान बोल रहे थे। इस सम्मेलन में गुरुग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान और उपायुक्त अमित खत्री भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि जिला में रोजाना हो रहे एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्टों की संख्या को बढ़ाकर 3 हजार से अधिक किया गया हैं। जिला में बनाए गए एलओआर क्षेत्रों अथवा कंटेनमेंट जोन में पिछले 16 दिनों के दौरान 40858 टेस्ट किए गए जिनमें से रैपिड एंटीजन टैस्ट 26125 तथा आरटीपीसीआर विधि से 14133 टेस्ट किए गए है।

डॉ यादव ने बताया कि एलओआर क्षेत्रों में किए गए 26 हजार 125 एंटीजन टेस्टों में 20470 लोग नेगेटिव मिले और 697 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए । नेगेटिव पाए गए व्यक्तियों में से जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे थे उनके आरटीपीसीआर टेस्ट करवाए गए जिनमें से 283 लोग पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन का यही प्रयास है कि अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा सके और इसके संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।  
उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिससे रिकवरी रेट में सुधार हुआ है । उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना का  रिकवरी रेट लगभग 85 प्रतिशत हो गया है और आने वाले समय में  रिकवरी रेट को और बेहतर करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बताया कि अस्पतालों में भी आने वाले मरीजों की संख्या पहले के अपेक्षा कम हुई है। वर्तमान में जिला के विभिन्न अस्पतालों में 150 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाराधीन है जिनमें से 17 मरीज गंभीर रूप से बिमार है जो आईसीयू या वेंटिलेटर पर है।
उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में पॉजीटिव आने वाले मरीजों की दर 11 प्रतिशत से घटकर 9.6 प्रतिशत हुई है, और अगर सब सही दिशा में चलता रहा तो इसकी दर सोमवार तक 9 प्रतिशत से कम होने की आशा है।   सीरो सर्विलेंस के बारे में जानकारी देते हुए डॉ यादव ने बताया कि जिला में 450 लोगो का टेस्ट किया गया। सर्वे के दौरान ऐसे 90 लोग लिए गए जो कन्फर्मड पॉजिटिव या कन्फर्मड नेगेटिव थे। सार्वजनिक तौर पर अन्य 360 लोगो की 20 अलग-अलग श्रेणियों पर यह टेस्ट किया गया जिनमें से 24 अलाईजा पाॅजिटिव पाए गए थे, उनमें 2 चालक ,5 स्वास्थ्यकर्मी,2 पुलिस कर्मी , 4 नगर निगम कर्मी ,1 वेंडर, 1 कंटेनमेंट क्षेत्र में ,1 उद्यमी व 1 मीडिया कर्मी ,1 ग्रामीण व 5 दुकानदार शामिल थे।


डॉ यादव ने बताया कि भविष्य में एंटीजन टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाया जाएगा। एलओआर क्षेत्रों में 154 स्थानों पर टेस्टिंग कैंप अगले 14 दिन में लगाए जाऐंगे। साथ ही जरूरत अनुसार इन क्षेत्रों में एक से अधिक कैंप भी लगाए जा सकते हैं।  सिविल सर्जन ने बताया कि भविष्य में हाईराईज सोसायटियों में भी सांयकाल में टेस्टिंग कैंप लगाए जाने की योजना है। इसके लिए आरडब्ल्यूए सोसायटी के प्रतिनिधियों से बैठक कर विचार विमर्श किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग की जा सके और और संक्रमित व्यक्ति की समय रहते पहचान करके संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
एक सवाल के जवाब में डा. यादव ने कहा कि गुरूग्राम के नागरिक अस्पताल को दूसरी आरटीपीसीआर संैपल टेस्टिंग मशीन मिलने के बाद पिछले 2-3 दिनांे में क्षमता से अधिक टेस्टिंग की गई है। उन्होंने बताया कि दिनों में हर रोज 540 टेस्ट किए गए हैं जबकि क्षमता 500 टेस्ट की थी। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्टिंग बढने से कोरोना संक्रमण के केस भी एक बार बढ सकते हैं।  होम आइसोलेशन पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए डॉ यादव ने बताया कि आइसोलेशन सैंटरों में पल्स आॅक्सी मीटर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी 500 पल्स मीटर प्राप्त हुए हैं जो सभी अर्बन रैपिड रिस्पोंस टीमों को दे दिए गए हैं। एक सवाल के जवाब में डा. यादव ने कहा कि डायबिटीज से ज्यादा हाइपर टेंशन वाले लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं, ऐसा देखने को मिला है।  

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