हेलीमंडी क्षेत्र में बीते कई दिन से भवन पर लगा फटा तिरंगा
यही तिरंगा शहीद सैनिकों का होता है सबसे बड़ा सम्मान
संविधान और कानून में स्वीकार्य नहीं फटा हुआ तिरंगा
शिवचरण ( शिवा )
पटौदी । अशोक चक्र से सजा तिरंगा झंडा पूरी दुनिया में भारत की एकता अखंडता और तरक्की का सिंबल बना हुआ है । जब भी सीमा पर दुश्मन देश से युद्ध हुए हैं , इसी तिरंगे को लेकर और तिरंगे को जेहन में रखकर सैनिक और सुरक्षा बल अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए दुश्मनों सैनिकों से डटकर मुकाबला करते हुए हर बार दुश्मन को खदेड़ भी चुके हैं ।
वास्तव में तिरंगा एक जोश जुनून और गर्व का वह गहना है । जिसे देखते ही हर भारतीय का सिर और सीना भी ऊंचा और चौड़ा हो जाता है । बीते कई दिनों से बिलासपुर से कुलाना के बीच हेली मंडी में रेलवे और ब्रिज के साथ में बने हुए एक ऊंचे भवन पर तिरंगा झंडा जो कि फटा हुआ है, यहां लहराता हुआ देखा जा रहा है। इस बात से भी इनकार नहीं की यहां रेलवे और ब्रिज के साथ ऊंचे भवन पर लगाया तिरंगा झंडा इसी हालत में कथित रूप से 15 अगस्त को भी लहराता रहा हो और इस पर किसी की नजर भी नहीं गई ।
यह तिरंगा झंडा जिसमें कि 3 रन की पट्टिया बनी हुई है , सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी नीचे की तरफ से फटी हुई देखी जा सकती है । जानकारों के मुताबिक संविधान और कानून राष्ट्रीय गौरव और भारत की एकता अखंडता की पहचान तिरंगा झंडा यदि कहीं से भी किसी भी प्रकार से क्षतिग्रस्त हो या फटा हुआ हो उसको फहराने या फिर लगाए रखने की स्वीकृति प्रदान नहीं करता है । यदि यह चूक अनजाने में हुई तो इसे इस तिरंगे झंडे को लगाने वाले के द्वारा कभी का सुधार लेना चाहिए था । लेकिन जिस स्थिति में यह फटा हुआ तिरंगा झंडा बीते कई दिनों से तैरता हुआ दिखाई दे रहा है , उसे यही एहसास होता है कि ऊंचे भवन पर तिरंगा झंडा लगाकर इसकी तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया या फिर लगाकर इस तिरंगे झंडे को पूरी तरह से भुला दिया गया है ।
हेली मंडी में रेलवे और ब्रिज के साथ एक ऊंचे भवन पर लगे और फटे हुए तिरंगे झंडे को तत्काल हटाने अथवा बदलवाने के साथ-साथ इस राष्ट्रीय गौरव और गर्व के तिरंगे झंडे के बदले में नया तिरंगा झंडा लगवाने के लिए पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार और पटौदी के एसीपी वीर सिंह का ध्यान आकर्षित किया गया है । इस बात की पूरी उम्मीद की जा रही है कि भारत की आन बान शान तिरंगा झंडा जोकि फटा हुआ लहरा रहा है । उसे हटाकर जल्द से जल्द आवश्यकता के अनुसार यह नया तिरंगा झंडा लगवा दिया जाएगा।
यही तिरंगा शहीद सैनिकों का होता है सबसे बड़ा सम्मान
संविधान और कानून में स्वीकार्य नहीं फटा हुआ तिरंगा
शिवचरण ( शिवा )
पटौदी । अशोक चक्र से सजा तिरंगा झंडा पूरी दुनिया में भारत की एकता अखंडता और तरक्की का सिंबल बना हुआ है । जब भी सीमा पर दुश्मन देश से युद्ध हुए हैं , इसी तिरंगे को लेकर और तिरंगे को जेहन में रखकर सैनिक और सुरक्षा बल अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए दुश्मनों सैनिकों से डटकर मुकाबला करते हुए हर बार दुश्मन को खदेड़ भी चुके हैं ।
वास्तव में तिरंगा एक जोश जुनून और गर्व का वह गहना है । जिसे देखते ही हर भारतीय का सिर और सीना भी ऊंचा और चौड़ा हो जाता है । बीते कई दिनों से बिलासपुर से कुलाना के बीच हेली मंडी में रेलवे और ब्रिज के साथ में बने हुए एक ऊंचे भवन पर तिरंगा झंडा जो कि फटा हुआ है, यहां लहराता हुआ देखा जा रहा है। इस बात से भी इनकार नहीं की यहां रेलवे और ब्रिज के साथ ऊंचे भवन पर लगाया तिरंगा झंडा इसी हालत में कथित रूप से 15 अगस्त को भी लहराता रहा हो और इस पर किसी की नजर भी नहीं गई ।
यह तिरंगा झंडा जिसमें कि 3 रन की पट्टिया बनी हुई है , सबसे नीचे हरे रंग की पट्टी नीचे की तरफ से फटी हुई देखी जा सकती है । जानकारों के मुताबिक संविधान और कानून राष्ट्रीय गौरव और भारत की एकता अखंडता की पहचान तिरंगा झंडा यदि कहीं से भी किसी भी प्रकार से क्षतिग्रस्त हो या फटा हुआ हो उसको फहराने या फिर लगाए रखने की स्वीकृति प्रदान नहीं करता है । यदि यह चूक अनजाने में हुई तो इसे इस तिरंगे झंडे को लगाने वाले के द्वारा कभी का सुधार लेना चाहिए था । लेकिन जिस स्थिति में यह फटा हुआ तिरंगा झंडा बीते कई दिनों से तैरता हुआ दिखाई दे रहा है , उसे यही एहसास होता है कि ऊंचे भवन पर तिरंगा झंडा लगाकर इसकी तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया या फिर लगाकर इस तिरंगे झंडे को पूरी तरह से भुला दिया गया है ।
हेली मंडी में रेलवे और ब्रिज के साथ एक ऊंचे भवन पर लगे और फटे हुए तिरंगे झंडे को तत्काल हटाने अथवा बदलवाने के साथ-साथ इस राष्ट्रीय गौरव और गर्व के तिरंगे झंडे के बदले में नया तिरंगा झंडा लगवाने के लिए पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार और पटौदी के एसीपी वीर सिंह का ध्यान आकर्षित किया गया है । इस बात की पूरी उम्मीद की जा रही है कि भारत की आन बान शान तिरंगा झंडा जोकि फटा हुआ लहरा रहा है । उसे हटाकर जल्द से जल्द आवश्यकता के अनुसार यह नया तिरंगा झंडा लगवा दिया जाएगा।