पटौदी बार सदस्यों से चेक या डीडी द्वारा लिया गया किस्त भुगतान

चेंबर निर्माता ठेकेदार को भी चेक या डीडी से की गई हैं सभी पेमेंट

9 बार पटौदी बार एसोसिएशन ने बकाया किस्त को जारी किए नोटिस

भुगतान नहीं करने वाले एडवोकेट के चेंबर की दावेेदारी हो चुुकी रद्द

शिवचरण ( शिवा )
पटौदी ।
   विधानसभा क्षेत्र की नई सब डिविजनल कोर्ट का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है, लेकिन कोर्ट के साथ ही बनाए जा रहे एडवोकेट के चेंबर का निर्माण बीते कई महीनों से ठप पड़ा हुआ है । इसका मुख्य कारण पटौदी बार के ही एडवोकेट सदस्य जोकि निर्माणाधीन चेंबर के लिए भी आवेदक थेे,ं उनके द्वारा अपनी-अपनी किस्त का बकाया भुगतान नहीं किया जाना बताया जा रहा है। इस मामले को लेकर कथित रूप से एडवोकेट चैंबर निर्माण में 60 लाख रूपए के घपले के गंभीर आरोप कुछ एडवोकेट के द्वारा लगाए गए ।

इस मामले में पटौदी बार के प्रेसिडेंट विशाल चैहान के द्वारा तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चैलेंज किया गया है कि एडवोकेट चैंबर निर्माण में एक रुपए का भी घपला साबित करने वाले को मुंह मांगा इनाम दिया जाएगा । उन्होंने बताया कि पटोदी बार एसोसिएशन के 240 सदस्य हैं और नए ज्यूडिशल कंपलेक्स अथवा कोर्ट के बगल में ही 120 चेंबर का निर्माण किया जा रहा है । इस निर्माण के लिए 25000 प्रति एडवोकेट के हिस्से में आए , यह भुगतान चेक या फिर डीडी के द्वारा किया जाना था । पहली किस कुल 240 एडवोकेट के द्वारा जुलाई 2018 में भुगतान कर दी गई थी और एडवोकेट चैंबर का निर्माण कार्य दिसंबर 2019 में आरंभ कर दिया गया । इसके उपरांत जनवरी 2020 में पटौदी बार के सभी एडवोकेट सदस्यों से चेंबर निर्माण के लिए जो भी रकम हिस्से में आई थी उसके भुगतान के लिए अनुरोध किया गया। पटोदी बार के प्रेसिडेंट विशाल चैहान के मुताबिक 190 एडवोकेट्स में अपनी अपनी दूसरी किस्त समय पर भुगतान कर दी , लेकिन बाकी सदस्यों के द्वारा आज तक अपनी किस्त की अदायगी नहीं की गई है। ऊपर से निर्माणाधीन चेंबर को लेकर घटिया मेटेरियल इस्तेमाल करने के आरोप लगाते हुए पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता को ज्ञापन सौंपकर उन्हें भी गुमराह किया गया।

उन्होंने बताया कि किसी भी बिल्डिंग अथवा भवन के सैंपल, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही लिए जाते हैं। लेकिन ऐसे एडवोकेट जिन्होंने अपनी किस्त का भुगतान नहीं किया, उनके द्वारा 5 मार्च 2021 को पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी को निर्माणाधीन चेंबर के मेटेरियल की जांच के लिए एक शिकायत दी गई। स्थानीय पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के द्वारा यह शिकायत विभाग के ही फरीदाबाद क्वालिटी कंट्रोल सेंटर को भेज दी गई , जहां से यह जवाब आया कि 16 डिवीजन का काम होने के कारण पटौदी के निर्माणाधीन एडवोकेट चैंबर की जांच करने में असमर्थ हैं। ऐसे में आवेदक किसी अन्य प्राइवेट एजेंसी से जांच करवा सकते हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे एडवोकेट साथी जो कि अब पटोदी बार एसोसिएशन के सामूहिक फैसले के मुताबिक चेंबर की दावेदारी पूरी तरह से खो चुके हैं ऐसे ही एडवोकेट के द्वारा सारी हकीकत और सच्चाई को छिपाकर आधी अधूरी जानकारी के साथ में पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावत सहित शासन प्रशासन को भी शिकायतें करते हुए डिमांड लेटर भी सौंपी जा रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि इस प्रकार की शिकायत करने वाले तमाम एडवोकेट चेंबर प्राप्त करने की अपनी दावेदारी को पूरी तरह से खो चुके हैं अथवा उनका कोई अधिकार नहीं रह गया है।

पटौदी बार प्रेसिडेंट विशाल चैहान के मुताबिक हाल ही में पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता जो कि स्वयं पटौदी बाहर के भी सदस्य हैं ,उनको एक ज्ञापन गुमराह करते हुए सौंपा गया है और इसी ज्ञापन रूपी शिकायत को आगामी कार्यवाही के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को प्रेषित भी किया जा चुका है। उन्होंने सवाल उठाया की 30 अप्रैल 2021 से 31 जुलाई तक किसी भी प्राइवेट एजेंसी से निर्माणाधीन चेंबर की क्वालिटी अथवा  लगाए गए मेटेरियल की जांच क्यों नहीं करवाई गई ? एडवोकेट विशाल चैहान के मुताबिक जिस ठेकेदार के द्वारा पटौदी एडवोकेट के चेंबर का निर्माण किया जा रहा है , वही ठेकेदार रेवाड़ी में भी एडवोकेट के चेंबर का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर चुका है और रेवाड़ी में बनाया जा रहा एडवोकेट्स का चेंबर कॉन्प्लक्स किसी फाइव स्टार होटल के तरह से तैयार भी हो चुका है । पटौदी बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विशाल चैहान ने दो टूक कहा है कि जो एडवोकेट नई कोर्ट कंपलेक्स अथवा परिसर के साथ बनाए जा रहे एडवोकेट के चेंबर प्राप्त करने का अधिकार पूरी तरह से पटौदी बार एसोसिएशन एवं काउंसिल की बैठक और 9 बार दिए गए नोटिस के मुताबिक खो चुके हैं । अब वही लोग बिना किसी वजह से चेंबर निर्माण का कार्य फिर से आरंभ करने में बाधा उत्पन्न करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि पटोदी बार एसोसिएशन के द्वारा बनवाए जा रहे नए एडवोकेट चैंबर का निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ में किया जा रहा है और इसके लेनदेन सहित अभी तक के खर्चे की किसी भी प्रकार से किसी भी एजेंसी के द्वारा जांच करवाई जा सकती है।
Previous Post Next Post