18 से 45 वर्ष के बीच मैनुअली वैक्सीनेशन कराने की वकालत की गई

ऑनलाइन अथवा पोर्टल पर देहात में रजिस्ट्रेशन-अपॉइंटमेंट में परेशानी

एमएलए जरावता ने केंद्रीयमंत्री राव इंद्रजीत के सामने उठाए अहम मुद्दे

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
   शनिवार को सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा कोविड-19 के प्रबंधन एवं रिव्यू जिला स्तरीय बैठक में कोविड-19 को लेकर किए जा रहे तमाम प्रबंधन, ब्लैक फंगस और ऑक्सीजन से लेकर एंबुलेंस तक की समीक्षा की गई । इस बैठक में पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का ध्यान पटौदी क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला और औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में लाइफ सपोर्ट सिस्टम लैस एंबुलेंस उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया गया। इसी मौके पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री का ध्यान विशेष रुप से दूरदराज के गोवों को ध्यान में रखते हुए दिलवाया कि 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को ऑनलाइन अथवा पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में इस आयु वर्ग के लोगों को मैनुअली वैक्सीनेशन कराने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए । इसके साथ ही उन्होंने ब्लैक फंगस की मेडिसन की कमी की तरफ भी केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह का ध्यान आकर्षित किया।

बैठक में ब्लैक फंगस, कोविड-19 प्रबंधन के लिए की गई व्यवस्थाओं, ऑक्सीजन आपूर्ति, ऑक्सीजन प्लांट लगाने, वैक्सीनेशन, गुरूग्राम में पुराने नागरिक अस्पताल के स्थान पर नया अस्पताल भवन बनाने, गुरुग्राम में मेडिकल कॉलेज का निर्माण, निजी अस्पतालों की भूमिका आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम जिला में कोविड-19 संक्रमण कम हुआ है, लगातार दूसरे दिन जिला में 1000 से कम पॉजिटिव केस आए हैं , परंतु अभी मृत्यु के मामले कम नहीं हुए हैं, इसलिए बेशक से संक्रमण में कुछ राहत हो लेकिन अभी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने उन परिवारों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की  जिनके सदस्य इस महामारी की वजह से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने इन कठिन परिस्थितियों में कॉविड के खिलाफ लड़ाई में जोर शोर से लगे रहने और पूरे उत्साह से स्थिति को संभालने के लिए जिला प्रशासन की टीम, सिविल सोसाइटी और चुने हुए जन प्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना भी की है। राव ने कहा कि निजी अस्पतालों को लेकर काफी शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि इन निजी अस्पतालों की भी जिम्मेदारी तय करने के लिए सरकार से विचार विमर्श किया जाएगा।

डीसी  डॉ यश गर्ग ने बताया कि अब हमारे पास ऑक्सीजन सरप्लस है। वर्तमान में गुरुग्राम में लगभग 85 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का बफर स्टॉक उपलब्ध है और एक टैंकर हमेशा भर कर रखा जाता है। मारुति के सहयोग से गुरुग्राम जिला में 5 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। नागरिक अस्पताल में एक प्लांट लग चुका है और दूसरा भी जल्द आ रहा है, ईएसआई गुरुग्राम तथा मानेसर में और सोहना व पटौदी के उपमंडल स्तरीय अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से तीन प्लांट अगले चार-पांच दिन में चालू हो जाएंगे और बाकी प्लांट 2 से 3 सप्ताह में चालू होंगे। ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भी 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। गांव शिकोहपुर में होंडा के सहयोग से बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भी एक प्लांट लगाया जा रहा है। यही नहीं, गुरुग्राम जिला प्रशासन चार ऐसे ऑक्सीजन प्लांट लगवा रहा है जहां पर प्रतिदिन लगभग 1200 सिलेंडर भरे जाएंगे। इनसे गुरुग्राम में छोटे अस्पतालों की ऑक्सीजन की लगभग 60 से 70 प्रतिशत जरूरत पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले 2 से 3 महीने में गुरुग्राम जिला में 11 ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि आईनॉक्स भिवाड़ी से मिलने वाली 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मुख्यतः 6 बड़े अस्पतालों को दी जा रही है जिनमें आर्टेमिस, फोर्टिस, मैक्स, मेदांता, मेट्रो अस्पताल तथा पार्क अस्पताल शामिल हैं।

ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर के बारे में डीसी डॉक्टर गर्ग ने अवगत करवाया कि इस सेंटर में ऑक्सीजन बेड उसी दिन तैयार थे जिस दिन इसका शुभारंभ हुआ था, लेकिन इस बीच 600-700 ऑक्सीजन बेड की सुविधा अन्यत्र उपलब्ध होने की वजह से इस सेंटर में आईसीयू और वेंटिलेटर वाले बेड बढ़ाने का विचार हुआ। इसके लिए ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाई गई हैं और एसी में हेपा फिल्टर लगाए गए हैं। पिछले 3 दिन से भरी बारिश होने की वजह से इस कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। उपायुक्त ने उम्मीद जताई कि आज यह सेंटर पूर्ण रूप से तैयार करके जिला प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। समीक्षा बैठक में सोहना के एमएलए संजय सिंह, पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता, मेयर मधु आजाद, नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह, अतिरिक्त निगमायुक्त सुरेंद्र सिंह, सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव लीला पटवर्धन, एसीपी मुख्यालय ऊषा, नगराधीश सिद्धार्थ दहिया भी जुड़े थे।

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