मंडी में गेहूं की आवक जोरों पर है। गेहूं से मंडिया अटी पड़ी
किसानों को 20 दिन बीत जाने के बाद भी पैसा नही मिला
फतह सिंह उजाला
पटौदी। कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश की अनाज मंडियों में इन दिनों गेहूं की आवक जोरों पर है। गेहूं से मंडिया अटी पड़ी हैं, लेकिन उठान न होने की वजह से आढतियों व किसानों को परेशानी करने का सामना करना पड़ रहा है। रेवाडी सहित, जाटौलीमंडी, फरुखनगर, गुरूग्राम, सोहना और नुंह सहित सभी मंडियों का बुरा हाल है। यादव ने कहा कि सभी मंडियों में आवक इस कदर आई हुई है कि मंडी में पांव रखने की जगह नही है। यहां बहूत सा गेहूं तो खुले में पड़ा हुआ है। ऐसे में यदि बारिस आ जाती है तो किसान भाईयों की मेहनत की कमाई सारी बर्बाद हो जाएगी।
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार कोरोना का बहाना बना कर किसानों को बरगला रही है। किसान भाईयों को उनका न्युतम समर्थन मूल्य नही मिल रहा है। जिन किसान भाईयों ने गेहूं दे दिया है उनको 20 दिन बीत जाने के बाद भी उनका पैसा नही मिला है। फिर मौजूदा सरकार क्यों बार-बार यह कहकर किसान हितेषी बन रही है। यादव ने कहा कि केंद्रों से अनाज उठान करने वाली ट्रांसपोर्ट एजेंसी के बहूत कम संख्या में ट्रक वेयरहाउसों में खाली करवाने में लगे होने के कारण आढती व किसान पूरी तरह से लापरवाही के शिकार हो रहे हैं। उठान कार्य में देरी से किसान की भीड हर रोज मंडियों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उठान न होने व पीछे से पेमेंट न आने से आढती हाथ खडा कर देते हैं और किसानों के साथ उनका झगडा शुरू हो जाता है। मेरी सरकार से मांग है कि इस महामारी की घड़ी मे सरकार किसान भाईयों के साथ अन्याय न करें और उनकी फसल का एक-एक दाना के सही कीमत समय पर दी जाए।
किसानों को 20 दिन बीत जाने के बाद भी पैसा नही मिला
फतह सिंह उजाला
पटौदी। कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश की अनाज मंडियों में इन दिनों गेहूं की आवक जोरों पर है। गेहूं से मंडिया अटी पड़ी हैं, लेकिन उठान न होने की वजह से आढतियों व किसानों को परेशानी करने का सामना करना पड़ रहा है। रेवाडी सहित, जाटौलीमंडी, फरुखनगर, गुरूग्राम, सोहना और नुंह सहित सभी मंडियों का बुरा हाल है। यादव ने कहा कि सभी मंडियों में आवक इस कदर आई हुई है कि मंडी में पांव रखने की जगह नही है। यहां बहूत सा गेहूं तो खुले में पड़ा हुआ है। ऐसे में यदि बारिस आ जाती है तो किसान भाईयों की मेहनत की कमाई सारी बर्बाद हो जाएगी।
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार कोरोना का बहाना बना कर किसानों को बरगला रही है। किसान भाईयों को उनका न्युतम समर्थन मूल्य नही मिल रहा है। जिन किसान भाईयों ने गेहूं दे दिया है उनको 20 दिन बीत जाने के बाद भी उनका पैसा नही मिला है। फिर मौजूदा सरकार क्यों बार-बार यह कहकर किसान हितेषी बन रही है। यादव ने कहा कि केंद्रों से अनाज उठान करने वाली ट्रांसपोर्ट एजेंसी के बहूत कम संख्या में ट्रक वेयरहाउसों में खाली करवाने में लगे होने के कारण आढती व किसान पूरी तरह से लापरवाही के शिकार हो रहे हैं। उठान कार्य में देरी से किसान की भीड हर रोज मंडियों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उठान न होने व पीछे से पेमेंट न आने से आढती हाथ खडा कर देते हैं और किसानों के साथ उनका झगडा शुरू हो जाता है। मेरी सरकार से मांग है कि इस महामारी की घड़ी मे सरकार किसान भाईयों के साथ अन्याय न करें और उनकी फसल का एक-एक दाना के सही कीमत समय पर दी जाए।