स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने दरकिनार किया पालिका पार्षदों को
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव पहुंचे हेलीमंडी नागरिक अस्पताल
यहां बांटी गई मच्छरों से बचाव के लिए जरूरतमंद को मच्छरदानी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी प्रशासन की नजर में शायद जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की कोई अहमियत ही नहीं रह गई है । ऐसा अक्सर देखने को मिल भी रहा है । समय-समय पर विभिन्न विभागों के द्वारा आम लोगों को जागरूक करने सहित अन्य मामलों को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम होते रहते हैं । लेकिन पटौदी प्रशासन जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका और भी विभाग शामिल हैं । इन विभागों के मुख्य अधिकारी जनता के चुने हुए पार्षदों को संबंधित कार्यक्रम के बारे में जानकारी देना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं । ऐसा ही कुछ मीडिया के साथ भी किया जा रहा है । यह सब सिलसिला बीते करीब दो-तीन महीने से अपने चरम पर पहुंचा हुआ है । सवाल यह है कि जब जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि ही जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के आगमन पर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे तो क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की समस्याएं चाहे वह बीमारी की हो या फिर अन्य प्रकार की प्रशासन के सामने किस प्रकार से पहुंच सकेंगी।
बीमारियो की रोकथाम के लिए प्रयासरत
इसी कड़ी में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव हेलीमंडी के नागरिक दस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि डेंगू ,मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक है कि हम पूरी बाजू के कपड़े पहने और अपने घरों के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें। साथ ही घरों पर इन मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में विभिन्न स्वास्थ्य कर्मी, हैल्थ इंस्पेक्टर , ब्रीडिंग चेकर ,नगर निगम के कर्मचारी, व अन्य स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष स्तर पर अभियान चलाते हुए डेंगू व मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियो की रोकथाम के लिए प्रयासरत है।
3 हजार 44 घरों को नोटिस जारी
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव हेली मंडी स्थित नागरिक अस्पताल में आयोजित डेंगू ,मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के लिए आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 24 मल्टी हैल्थ वर्कर समेत 4 हेल्थ इंस्पेक्टर व विभाग की अन्य टीम इस समय घरों पर लगे कूलर, पानी की टंकी , खाली गमले, टायर व अन्य ऐसे स्थानों पर मच्छर के लारवा की लगातार जांच कर रही है। किसी भी स्थान पर लारवा पाए जाने पर उस व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है । उन्होंने बताया कि अभी तक गुरुग्राम जिला में 9 लाख 32 हजार 153 घरों पर इन मच्छरों के लारवा की जांच की जा चुकी है, साथ ही 3 हजार 44 घरों को नोटिस जारी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा लगातार पूरे जिला में विभिन्न स्थानों पर जाकर लारवा की जांच की जा रही है साथ है लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
उन्होंने सभी लोगों से आव्हान करते हुए कहा कि वह अपने आसपास पानी को ईक्कठा न होने दे, ज्यादा से ज्यादा साफ सफाई बनाए रखे, खुद जागरूक रहे और दूसरो को भी जागरूक करे । इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव के साथ उप सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग , एनएचएम उप सिविल सर्जन डॉ प्रदीप, एसएमओ डॉ नीतू यादव के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव पहुंचे हेलीमंडी नागरिक अस्पताल
यहां बांटी गई मच्छरों से बचाव के लिए जरूरतमंद को मच्छरदानी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी प्रशासन की नजर में शायद जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की कोई अहमियत ही नहीं रह गई है । ऐसा अक्सर देखने को मिल भी रहा है । समय-समय पर विभिन्न विभागों के द्वारा आम लोगों को जागरूक करने सहित अन्य मामलों को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम होते रहते हैं । लेकिन पटौदी प्रशासन जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका और भी विभाग शामिल हैं । इन विभागों के मुख्य अधिकारी जनता के चुने हुए पार्षदों को संबंधित कार्यक्रम के बारे में जानकारी देना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं । ऐसा ही कुछ मीडिया के साथ भी किया जा रहा है । यह सब सिलसिला बीते करीब दो-तीन महीने से अपने चरम पर पहुंचा हुआ है । सवाल यह है कि जब जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि ही जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के आगमन पर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे तो क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की समस्याएं चाहे वह बीमारी की हो या फिर अन्य प्रकार की प्रशासन के सामने किस प्रकार से पहुंच सकेंगी।
बीमारियो की रोकथाम के लिए प्रयासरत
इसी कड़ी में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव हेलीमंडी के नागरिक दस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि डेंगू ,मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक है कि हम पूरी बाजू के कपड़े पहने और अपने घरों के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें। साथ ही घरों पर इन मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में विभिन्न स्वास्थ्य कर्मी, हैल्थ इंस्पेक्टर , ब्रीडिंग चेकर ,नगर निगम के कर्मचारी, व अन्य स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष स्तर पर अभियान चलाते हुए डेंगू व मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियो की रोकथाम के लिए प्रयासरत है।
3 हजार 44 घरों को नोटिस जारी
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव हेली मंडी स्थित नागरिक अस्पताल में आयोजित डेंगू ,मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के लिए आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 24 मल्टी हैल्थ वर्कर समेत 4 हेल्थ इंस्पेक्टर व विभाग की अन्य टीम इस समय घरों पर लगे कूलर, पानी की टंकी , खाली गमले, टायर व अन्य ऐसे स्थानों पर मच्छर के लारवा की लगातार जांच कर रही है। किसी भी स्थान पर लारवा पाए जाने पर उस व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है । उन्होंने बताया कि अभी तक गुरुग्राम जिला में 9 लाख 32 हजार 153 घरों पर इन मच्छरों के लारवा की जांच की जा चुकी है, साथ ही 3 हजार 44 घरों को नोटिस जारी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा लगातार पूरे जिला में विभिन्न स्थानों पर जाकर लारवा की जांच की जा रही है साथ है लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
उन्होंने सभी लोगों से आव्हान करते हुए कहा कि वह अपने आसपास पानी को ईक्कठा न होने दे, ज्यादा से ज्यादा साफ सफाई बनाए रखे, खुद जागरूक रहे और दूसरो को भी जागरूक करे । इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव के साथ उप सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग , एनएचएम उप सिविल सर्जन डॉ प्रदीप, एसएमओ डॉ नीतू यादव के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।