नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ आगामी एक अप्रैल 2021 से प्रारंभ होगी
राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय का विधिवत उद्घाटन
फतह सिंह उजाला
पटौदी। गांव भांगरोला में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग द्वारा अगले शैक्षणिक सत्र से मॉडल संस्कृति विद्यालय में परिवर्तित करने की घोषणा की गई है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सरपंच ईश्वर सिंह जी ने रा. व. मा. विद्यालय भांगरोला की प्रधानाचार्या श्रीमती संतोष ग्रेवाल की अध्यक्षता में राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय का विधिवत रूप से उद्घाटन किया।
इस उपलक्ष्य में तीनों सरकारी विद्यालयों से समस्त स्टाफ सदस्य, एसएमसी अध्यक्ष, सदस्यगण, ग्राम पंचायत के सदस्यगण व सभी गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और इस अविस्मरणीय बदलाव के साक्षी बनें। सरपंच महोदय ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया और कहा कि इससे गांव के बालक बालिकाओं के लिए शिक्षा के नए रास्ते खुलेंगेऔर प्राइवेट स्कूलों के नाम पर चल रही दुकानें बंद होगी। प्रधानाचार्या महोदया ने सभी सभासदों को संबोधित करते हुए इसे समय की मांग बताया। उनका कहना था की शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य के साथ हमें भी इस क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव करना होगा तभी भारतवर्ष विश्व की अगुवाई कर पाएगा।
’नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ जो कि 1 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होने जा रही है इस दिशा में सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है। प्रधानाचार्य महोदय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से सभी सभासदों को अवगत कराया और इस विषय पर विस्तार से चर्चा की। अंत में सभागार में उपस्थित सभी सभासदों से नई शिक्षा नीति पर सुझाव मांगे गए। ग्रामवासियों ने दोनों विषयों को ध्यानपूर्वक सुना, समझा और सर्वसम्मति से इस प्रगतिशील बदलाव के लिए सरकार की भुरी भुरी प्रशंसा की।
राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय का विधिवत उद्घाटन
फतह सिंह उजाला
पटौदी। गांव भांगरोला में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को शिक्षा विभाग द्वारा अगले शैक्षणिक सत्र से मॉडल संस्कृति विद्यालय में परिवर्तित करने की घोषणा की गई है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सरपंच ईश्वर सिंह जी ने रा. व. मा. विद्यालय भांगरोला की प्रधानाचार्या श्रीमती संतोष ग्रेवाल की अध्यक्षता में राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय का विधिवत रूप से उद्घाटन किया।
इस उपलक्ष्य में तीनों सरकारी विद्यालयों से समस्त स्टाफ सदस्य, एसएमसी अध्यक्ष, सदस्यगण, ग्राम पंचायत के सदस्यगण व सभी गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और इस अविस्मरणीय बदलाव के साक्षी बनें। सरपंच महोदय ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया और कहा कि इससे गांव के बालक बालिकाओं के लिए शिक्षा के नए रास्ते खुलेंगेऔर प्राइवेट स्कूलों के नाम पर चल रही दुकानें बंद होगी। प्रधानाचार्या महोदया ने सभी सभासदों को संबोधित करते हुए इसे समय की मांग बताया। उनका कहना था की शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य के साथ हमें भी इस क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव करना होगा तभी भारतवर्ष विश्व की अगुवाई कर पाएगा।
’नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ जो कि 1 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होने जा रही है इस दिशा में सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है। प्रधानाचार्य महोदय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से सभी सभासदों को अवगत कराया और इस विषय पर विस्तार से चर्चा की। अंत में सभागार में उपस्थित सभी सभासदों से नई शिक्षा नीति पर सुझाव मांगे गए। ग्रामवासियों ने दोनों विषयों को ध्यानपूर्वक सुना, समझा और सर्वसम्मति से इस प्रगतिशील बदलाव के लिए सरकार की भुरी भुरी प्रशंसा की।