कनेक्शन काटने पहुंचे कर्मचारियों को झेलना पड़ा विरोध
जन स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी बैरंग लौटना को हुए मजबूर
फतह सिंह उजाला
पटौदी । जिस राजस्व रास्ते का केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों हेलीमंडी पालिका प्रशासन के द्वारा इनॉग्रेशन करवाया गया , अब उसी रास्ते पर अवैध सीवर और पानी के कनेक्शन जन स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन गए हैं । एक दिन पहले ही जन स्वास्थ्य विभाग के कार्य कर्मचारी अवैध पानी और सीवर के कनेक्शन काटने के लिए पहुंचे तो लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा । ऐसे में जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के सामने बैरंग लौटने के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं बचा।
हेली मंडी नगरपालिका के वार्ड 15 में राजस्व रास्ता कच्चा खंडेवला मार्ग लगभग एक करोड रुपए की लागत से निर्माणाधीन है । यह पूरा रास्ते का प्रोजेक्ट एक अबूझ पहेली बना हुआ है । अभी तक यह स्थिति साफ नहीं हो सकी है कि नगर पालिका सीमा में जहां तक सीसी रोड बन चुका है, काम का ठेका वहां तक है या फिर जो आगे कच्चा रास्ता है उसको भी बनाने का ठेका पालिका प्रशासन के द्वारा छोड़ा हुआ है ।
इसी पूरे प्रकरण में एक बहुत ही चैंकाने वाली जानकारी सामने आई है कथित रूप से कच्चा खंडेवला रास्ता पर एक तरफ वर्क एस्टीमेट में नाला बनाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन जो जानकारी मिली है सूत्रों का कहना है कि हेली मंडी नगरपालिका के द्वारा उस नाला को जिसे कि एक प्रकार से ड्रेनेज भी कहा जा सकता है बनाने से कथित रूप से लिखित में संबंधित ठेकेदार को मना कर दिया गया है । इस पूरे प्रकरण में हैरानी इस बात की है कि कच्चा खंडेवला रास्ता पर जो सीवरेज और पेयजल के पाइपलाइन डाले गए हैं , वह किसके कहने पर इसके जवाब में डाले गए हैं । इस बात का कोई साफ-साफ खुलासा भी नहीं किया जा रहा है । हालांकि जब से यह मामला मीडिया में सुर्खियों में बना है , उसके बाद से पालिका प्रशासन के साथ-साथ जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग में भी तेज हलचल बनी हुई है ।
इस पूरे मामले में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के उपमंडल अभियंता के द्वारा हेली मंडी नगर पालिका को 25 अगस्त को ही पत्र लिखकर एतराज जाहिर किया गया था कि वार्ड नंबर 15 हेली मंडी खंडेवला रोड पर पीने के पानी और सीवर की लाइनें डालने का कार्य हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है । इसी पत्र की एक कॉपी पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार को भी आवश्यक कार्यवाही के लिए दी गई है । वही साफ-साफ लिखा गया है कि पटौदी के एसडीएम हेली मंडी नगर पालिका सचिव को यह निर्देश प्रदान करें कि वार्ड नंबर 15 कच्चा खंडेवला रास्ते पर जो सीवर और पानी की लाइनें डाली जा रही हैं , उन्हें मुख्य पानी और सीवर की लाइन में जोड़ने से पहले जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विधिवत रूप से अनुमति ली जाए ।
अनुमति नहीं ली जाने पर जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग हेली मंडी पालिका प्रशासन के खिलाफ उचित कार्यवाही करने के लिए मजबूर होगा। हैरानी की बात यह है कि पानी और सीवरेज की लाइन से हेली मंडी पालिका प्रशासन ने कथित रूप से अपना पल्ला झाड़ लिया । वहीं अब जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के लिए अवैध पानी और सीवर के कलेक्शन को डिस्कनेक्ट करना और भी गंभीर तथा बड़ी चुनौती बन गया है ।
जन स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी बैरंग लौटना को हुए मजबूर
फतह सिंह उजाला
पटौदी । जिस राजस्व रास्ते का केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों हेलीमंडी पालिका प्रशासन के द्वारा इनॉग्रेशन करवाया गया , अब उसी रास्ते पर अवैध सीवर और पानी के कनेक्शन जन स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन गए हैं । एक दिन पहले ही जन स्वास्थ्य विभाग के कार्य कर्मचारी अवैध पानी और सीवर के कनेक्शन काटने के लिए पहुंचे तो लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा । ऐसे में जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के सामने बैरंग लौटने के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं बचा।
हेली मंडी नगरपालिका के वार्ड 15 में राजस्व रास्ता कच्चा खंडेवला मार्ग लगभग एक करोड रुपए की लागत से निर्माणाधीन है । यह पूरा रास्ते का प्रोजेक्ट एक अबूझ पहेली बना हुआ है । अभी तक यह स्थिति साफ नहीं हो सकी है कि नगर पालिका सीमा में जहां तक सीसी रोड बन चुका है, काम का ठेका वहां तक है या फिर जो आगे कच्चा रास्ता है उसको भी बनाने का ठेका पालिका प्रशासन के द्वारा छोड़ा हुआ है ।
इसी पूरे प्रकरण में एक बहुत ही चैंकाने वाली जानकारी सामने आई है कथित रूप से कच्चा खंडेवला रास्ता पर एक तरफ वर्क एस्टीमेट में नाला बनाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन जो जानकारी मिली है सूत्रों का कहना है कि हेली मंडी नगरपालिका के द्वारा उस नाला को जिसे कि एक प्रकार से ड्रेनेज भी कहा जा सकता है बनाने से कथित रूप से लिखित में संबंधित ठेकेदार को मना कर दिया गया है । इस पूरे प्रकरण में हैरानी इस बात की है कि कच्चा खंडेवला रास्ता पर जो सीवरेज और पेयजल के पाइपलाइन डाले गए हैं , वह किसके कहने पर इसके जवाब में डाले गए हैं । इस बात का कोई साफ-साफ खुलासा भी नहीं किया जा रहा है । हालांकि जब से यह मामला मीडिया में सुर्खियों में बना है , उसके बाद से पालिका प्रशासन के साथ-साथ जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग में भी तेज हलचल बनी हुई है ।
इस पूरे मामले में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी के उपमंडल अभियंता के द्वारा हेली मंडी नगर पालिका को 25 अगस्त को ही पत्र लिखकर एतराज जाहिर किया गया था कि वार्ड नंबर 15 हेली मंडी खंडेवला रोड पर पीने के पानी और सीवर की लाइनें डालने का कार्य हेली मंडी पालिका प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है । इसी पत्र की एक कॉपी पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार को भी आवश्यक कार्यवाही के लिए दी गई है । वही साफ-साफ लिखा गया है कि पटौदी के एसडीएम हेली मंडी नगर पालिका सचिव को यह निर्देश प्रदान करें कि वार्ड नंबर 15 कच्चा खंडेवला रास्ते पर जो सीवर और पानी की लाइनें डाली जा रही हैं , उन्हें मुख्य पानी और सीवर की लाइन में जोड़ने से पहले जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विधिवत रूप से अनुमति ली जाए ।
अनुमति नहीं ली जाने पर जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग हेली मंडी पालिका प्रशासन के खिलाफ उचित कार्यवाही करने के लिए मजबूर होगा। हैरानी की बात यह है कि पानी और सीवरेज की लाइन से हेली मंडी पालिका प्रशासन ने कथित रूप से अपना पल्ला झाड़ लिया । वहीं अब जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के लिए अवैध पानी और सीवर के कलेक्शन को डिस्कनेक्ट करना और भी गंभीर तथा बड़ी चुनौती बन गया है ।