यशपाल शर्मा ने दादा लखमी चंद के जीवन को जीवंत किया फिल्म में : नीरू गुप्ता
पं. लखमीचन्द की संगीतमय यात्रा को पर्दे पर चरितार्थ करती यशपाल शर्मा निर्देशित नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म हरियाणा दिवस के मौके पर 1 नवंबर 2023 को स्टेज ऐप पर रिलीज होने जा रही है। यशविद्या और अनहद स्टूडियो के बैनर तले निर्मित इस फ़िल्म का टीजर स्टेज ऐप पर रिलीज किया गया है।
शिवचरण/पटौदी। गुरुग्राम आपको यह बता दें कि 1 नवंबर 2019 को शुरू हुई स्टेज ऐप बहुत कम समय में देश ही नहीं विदेशों में भी लोकप्रिय हो गई है। स्टेज ऐप हरियाणावी बोली, सिनेमा, कलाकारों को विदेशों तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य कर रही है। उल्लेखनीय है कि किसी भी क्षेत्र का सिनेमा हो, उसको बनाने, संवारने, अलग अलग रूपों में ढालने के साथ ही आमजन तक उनकी ही पसंद के अनुसार पहुंचाने में, अनेक प्रयास लग्न, दृढ़ आत्मविश्वास के साथ ही बहुत से लोगों की दिन रात की अथक मेहनत का परिणाम होती है। स्टेज ऐप ने इसको साक्षात प्रमाणित करके दिखाया है। आज से 100 बरस पहले पैदा हुए थे दादा लखमी लेकिन आज की पीढ़ी का उनके प्रति समर्पण, लगाव, प्रेम, आदर सम्मान किसी से छुपा नहीं है। यशपाल शर्मा ने इस फिल्म का निर्माण करके समस्त हरियाणा वासियों को उनके प्रिय, उनकी आत्मा, उनके दादा लखमी को इस फ़िल्म के जरिए पुनर्जीवन दे दिया और स्टेज ऐप ने इसको आम जन मानस के मोबाइल में सबके हाथों में पहुंचा दिया। सुप्रसिद्ध संगीतकार उत्तम सिंह जिन्होंने दादा लखमी का संगीत तैयार किया है उन्होनें एक समारोह में फिल्म के विषय में कहा कि "दादा लखमी जैसी फ़िल्म बना पाना आम इन्सानों का काम नहीं वरना ऐसे काम तो कोई रूहानी ताकत ही कर सकती है।" निश्चित ही यह काम स्वयं दादा लखमी ने ही करवाया है।" यह बिल्कुल सत्य है क्योंकि यह एक ऐसी फ़िल्म है जिसे क्लासिकल फिल्म, कालजयी फ़िल्म जैसे कितने ही विशेषणों से नवाजा गया है। ये फिल्म हरियाणवी सिनेमाई परिदृश्य को बदलकर रख देगी ।
नेशनल अवार्ड के साथ ही 86 अन्य नेशनल/इंटरनेशनल अवॉर्ड से नवाजा जा चुकी हरियाणवी फिल्म दादा लखमी का टीजर स्टेज ऐप पर रिलीज करने के साथ ही दादा लखमी टीम के सदस्यों और स्टेज ऐप ने टीजर रिलीज के साथ ही यह हेशटेग कैंपेन सोशल मीडिया पर चलाया है जिसको सोशल मीडिया यूजर्स ने हाथों हाथ लिया और इस कैंपेन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।
हरियाणवी सिनेमाई इतिहास में यह बड़े गौरव और गर्व के क्षण होंगे, जब फ़िल्म दादा लख्मी को पूरे विश्व मे देखा जा सकेगा। दादा लखमी चंद कृति से यशपाल शर्मा ने दादा लखमी के जीवन को फिर से जीवंत कर दिया है। यशपाल शर्मा और स्टेज ऐप ने हरियाणवी सिनेमा की सालों से पड़ी बंजर जमीन को पुनर्जीवित किया है, हरियाणवी सिनेमा को विश्व भर में पहुँचाने के लिए जिस शिद्दत के साथ लगे हुए हैं लगता है की जन्मभूमि का कर्ज़ चुकाने का प्रयास किया है उतना ही ये मातृभूमि आपको दुलारेगीं क्योंकि विरला ही कोई बेटा लौटकर अपनी मां की सुध लेता है और आप सभी उन्हीं विरलों में शुमार हैं।