बेहतर रिकवरी रेट 99.31 के साथ प्रदेश में दूसरा स्थान

37 सरकारी स्वास्थ्य केंद्र, 50 निजी संस्थानों में वैक्सीनेशन

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । 
   कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान  संक्रमण की कठिन परिस्थितियों से जिला गुरुग्राम ने जिस रफ्तार से बाउंस बैक किया है, वह प्रदेश व देश के अन्य जिलों के लिए एक नजीर बन गया है।
डीसी डॉ यश गर्ग ने जिला के रिकवरी रेट, बढ़ते टिकाकरण के आंकड़ो पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि यह जिला के जागरूक नागरिकों व प्रशासन के अथक प्रयासों का परिणाम है कि गुरुग्राम आज अपनी आधी से ज्यादा जनसंख्या का टिकाकरण कर चुका है। उन्होंने कहा कि यह सभी के संयुक्त प्रयासों का असर है जो आज गुरुग्राम जिला अपने नागरिकों को टीका लगाने में 856080 के आंकड़े के साथ पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है।

जिला में वैक्सीनेशन का कार्य  संभाल रहे उप सिविल सर्जन डॉ एम.पी सिंह ने इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए नागरिकों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए जिला  में अभी तक 8 लाख 56 हजार 80 वैक्सीन डोज दी गई है । स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले में नियमित रूप से वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है । लोगों को इस अभियान से जोड़ने के लिए नित नए प्रयोग किये जा रहे है।

डॉ सिंह ने कहा कि जिला में 37 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ साथ 50 से अधिक निजी संस्थानों में वैक्सीनेशन का कार्य जारी है। इसकी रफ्तार को बढ़ाने व नागरिकों को उनकी सुविधा अनुसार टीका लगवाने के लिए सभी निजी संस्थानों को 24 घंटे वैक्सीनेशन केंद्र चलाने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताओ कि अभी जिला में मात्र 375 लोग ही इस महामारी से प्रभावित है। 375 में 345 नागरिक ऐसे है जिनमे इसके गंभीर लक्षण नही पाए गए है। ऐसे लोगो को उनके घर पर ही आइसोलेट कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर उनके स्वास्थ्य को मोनिटरिंग की जा रही है। जिला के रिकवरी रेट के बारे में जानकारी देते हुए डॉ सिंह ने कहा कि जिला गुरुग्राम रिकवरी रेट में भी अपना बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। प्रदेश के सभी जिलों की तुलना में गुरुग्राम 99.31 के रिकवरी रेट के साथ दूसरे स्थान पर है। 99.43 के रिकवरी रेट के साथ सोनीपत अभी प्रथम स्थान पर है।

डीसी डॉ यश गर्ग ने जिला के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि जिला में नागरिकों को कोवैक्सीन तथा कोविशील्ड की डोज दी जा रही है । दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है । अभी तक के वैक्सीनेशन कार्यक्रम के दौरान इसके दुष्प्रभाव का कोई भी गंभीर मामला सामने नहीं आया है  इसलिए नागरिकों को बेझिझक अपना वैक्सीनेशन करवाना चाहिए व साथ ही अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
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