भारत पहली बार शतरंज ओलंपियाड का विजेता बना।
मनीषबलवान सिंह जांगड़ा
हिसार। इंटरनेशनल चेस फेडरेशन द्वारा आयोजित शतरंज़ ओलंपियाड में भारत व रूस को सयुंक्त रूप से विजेता घोषित किया गया। कोरोना महामारी के चलते पहली बार शतरंज़ ओलंपियाड का आयोजन ऑनलाइन करवाया गया।
इंटरनेशनल चेस फेडरेशन के अध्यक्ष अर्कडी डवोर्कोविच ने दोनों टीमों को गोल्ड मेडल देने की घोषणा की।
जीत के बाद भारतीय टीम को बधाई देने का सिलसिला चल रहा है। दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ट्विटर पर लिखा, "हम विजेता रहे, रूस को भी बधाई"।
राजनीतिक गलियारों में भी भारतीय टीम को बधाई दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद, राहुल गांधी, केंद्र में युवा मामलों व खेल राज्य मंत्री(स्वंतत्र प्रभार), तेलगु देशम पार्टी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने भी भारतीय शतरंज टीम को आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बधाई दी।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इंटरनेशनल चेस फ़ेडरेशन ने पहले भारत की हार घोषित कर दी थी। लेकिन एक घंटे बाद अपना फ़ैसला बदलते हुए रूस के साथ-साथ भारत को भी विजेता घोषित कर दिया।
दरअसल, इंटरनेशनल चेस फ़ेडरेशन ने बताया कि भारत और रूस के बीच चेस ओलंपियाड के फ़ाइनल मैच के दौरान दो भारतीय खिलाड़ियों निहाल सरीन और दिव्या देशमुख का खेल से कनेक्शन टूटने की वजह से वक्त का नुकसान हुआ था।
जिसे लेकर भारत ने आधिकारिक अपील की और मामले की जांच की गई। कुछ वक़्त बाद फ़ैसला पलटते हुए दोनों टीमों को विजेता घोषित कर दिया गया।
भारत की ये जीत इसलिए भी ख़ास है क्योंकि वो पहली बार इस टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुंचा था। वहीं इंडियन चेस ग्रैंडमास्टर विदित गुजराथी ने भी ट्वीट किया, "हम चैंपियन हैं। बहुत खुश हूं। रूस को भी बधाई।"