शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के पाले में गेंद

असंतुष्ट पार्षदों ने खोला पालिका चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा

विजिलेंस जांच से ही होगा दूध का दूध और पानी का पानी

फतह सिंह उजाला
पटौदी।   केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक गढ़ पटौदी हल्के की हेलीमंडी नगर पालिका में इन दिनों राजनीतिक घमासान अपने चरम पर है । इसका मुख्य कारण है , असंतुष्ट पार्षदों का पालिका चेयरमैन के खिलाफ कथित मनमानी और अवैध कार्यों को करवाया जाना । विशेष रुप से वर्ष 2020 में जनवरी से लेकर 31 अगस्त ज्ञापन सौपे जाने तक । हेली मंडी पालिका के पार्षदों के द्वारा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के नाम सौंपे गए ज्ञापन में विजिलेंस जांच करवाने की पुरजोर मांग की गई है। पार्षदों का आरोप है कि पालिका प्रशासन और पालिका चेयरमैन सरकार की गाइडलाइन, कोर्ट की गाइडलाइन व अन्य सरकारी मानकों की अनदेखी कर कथित मनमाने विकास कार्यों को भी प्राथमिकता देते आ रहे हैं । विशेष रुप से जब से कोरोना कोविड-19 महामारी के चलते अनलॉक में कार्य करवाने की सरकार के द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है, उसके बाद से हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में करोड़ों रुपए के विकास कार्य युद्ध स्तर पर करवाए जा रहे है। ंपार्षदों का आरोप है की पालिका प्रशासन को कथित राजनीतिक दबाव में लेकर पालिका चेयरमैन मनमाने तरीके से विकास कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए टेंडर पर टेंडर छोड़ने के लिए अपने राजनीतिक प्रभाव का भी इस्तेमाल करते हुए संबंधित अधिकारियों पर जवाब बनवाए हुए हैं।
 
हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र  हरियाणा सरकार और शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री अनिल विज के दायरे में आता है। ऐसे में पार्षदों ने हरियाणा की राजनीति में अपने ही अंदाज में काम करने वाले गब्बर के नाम से चर्चित शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज का दरवाजा खटखटाना ही उचित समझा । वह भी इस उम्मीद के साथ की अब अवश्य ही हेली मंडी क्षेत्र की जनता को न्याय मिल सकेगा ।

सोमवार को हेली मंडी नगर पालिका के पार्षद राजीव सिंह, विकास यादव, श्रीमती मंजू चैहान, श्रीमती सुदेश, रिंकू ,श्रीमती बबीता बाई , मदन लाल अग्रवाल, श्रीमती मौसम डागर के हस्ताक्षरित ज्ञापन शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के नाम पटौदी के एसडीएम को सौंपा गया है । अनिल विज के नाम सौंपे ज्ञापन में पार्षदों ने सरकार की योजनाओं के द्वारा विभिन्न मदों के अलग-अलग कार्यों के लिए प्रदान की जाने वाली ग्रांट के मनमाने तरीके से इस्तेमाल करने के हेली मंडी पालिका प्रशासन के साथ-साथ पालिका चेयरमैन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

सबसे गंभीर आरोप हाल ही में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों 94 लाख रुपए से अधिक के उद्घाटन करवाए गए वार्ड नंबर 15 के खंडेवला सड़क मार्ग को लेकर है, इसी सड़क मार्ग पर पालिका क्षेत्र से बाहर अवैध रूप से सीवरेज और पेयजल पाइप की लाइनें बिछाई जा रही है । पार्षदों ने हैरानी जाहिर की है कि इस कार्य के लिए पैसे का भुगतान पालिका प्रशासन या किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा किया गया यह सही जानकारी नहीं दी जा रही । यह सारा कार्य पालिका सीमा से बाहर अनअप्रूव्ड इलाके में बेखौफ होकर किया जा रहा है । हैरानी की बात यह है की पेयजल पाइप और सीवरेज का कार्य हरियाणा में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा किया जाता है, जबकि इस विभाग को ही नहीं मालूम यह कार्य क्यों किसके कहने पर और किसके दबाव में चोरी-छिपे कर दिया गया ।

इसी प्रकार से पार्षदों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में बीते कुछ माह के दौरान जितने भी रोड बनाने के कार्य किए गए, वह अपने पहले के लेवल से ऊपर उठा कर किए गए हैं। इतना ही नहीं पूरे शहर में जहां-जहां भी इंटरलॉक टाइलों के अलावा सीमेंट के रोड बनाए जा रहे हैं, वहां पर ड्रेनेज-पानी निकासी की वर्षों पुरानी नालियां पालिका प्रशासन के द्वारा बंद करवा दी गई हैं। जिससे कि मामूली सी बरसात होते ही बरसाती पानी भरा रहने से आम जनमानस को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वही नीचे रह गए मकानों में बरसाती पानी भरने से अनेक लोगों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है । पार्षदों का यह भी आरोप है कि जिस- जिस विभाग के द्वारा जिस कार्य के लिए पैसा दिया जाता है, वह पैसा मंजूर किए गए कार्य के विपरीत दूसरे काम में खपाया जा रहा है ।


पार्षदों के मुताबिक विभिन्न स्तर पर शिकायतें की जाने के बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही ना होना हैरानी का विषय बना हुआ है । जबकि केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार जीरो टॉलरेंस नीति को अपनाते हुए भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रशासन को प्राथमिकता देती आ रही है । पार्षदों के मुताबिक पालिका चेयरमैन अपने कथित राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न प्रकार की जांचों को भी प्रभावित करता आ रहा है । जिससे कि सरकारी धन का कितना सही इस्तेमाल हुआ और नहीं हुआ, यह रहस्य ही बना हुआ है । लेकिन सही मायने में किसी निष्पक्ष एजेंसी के द्वारा बिना किसी राजनीतिक दबाव के जांच की जाए तो हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में बहुत बड़ा गोलमाल सामने आना तय है । सभी पार्षदों ने शहरी निकाय शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज से अनुरोध के साथ पुरजोर मांग की है कि वह हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में विशेष रुप से वर्ष 2020 के दौरान करवाए गए विकास कार्यों और इन विकास कार्यों के भुगतान के साथ-साथ विकास कार्यों के टेंडर की विजिलेंस जांच करवाएं । जिससे कि दूध का दूध पानी होकर, आम जनमानस का विश्वास भाजपा नेतृत्व वाली सरकार पर पहले की तरह ही मजबूत बना रहे।

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