मौजूदा विधायक जरावता ने दीया बिमला सहित बड़े राव को श्रेय

बिमला चैधरी बोली सड़क परियोजना काम राव साहब की देन

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 राजनीति में राजनीतिक मतभेद एक ही राजनीतिक दल में होते हुए एक ही पार्टी के नेताओं के बीच में होना स्वाभाविक बात है और यह कोई नई बात भी नहीं । राजनीतिक पार्टी एक ही होती है राजनीतिक पार्टियों में नेताओं का आवागमन भी लगा रहता है । लेकिन जब बात संपूर्ण क्षेत्र और अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र की हो तो नेताओं के सुर कम से कम ऐसे होनी चाहिए, कि यह महसूस ही ना हो सके कि विकास कार्यों का श्रेय कौन ले रहा है और किस के पाले में श्रेय नहीं जा रहा है।

परियोजनाएं साकार होंगी तो इनका लाभ आम आदमी से लेकर उन नेताओं को भी मिलेगा जो सत्तासीन पार्टी के हैं या फिर विपक्ष के हैं । ऐसे सभी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं , विभिन्न नेताओं के समर्थकों सहित आम आदमी को मिलेगा जो चुनाव के समय वोट भी देते हैं और वोट देने में आनाकानी भी करते हुए किनारा किए रहते हैं । जब सड़कें बन जाएंगी तो इन पर पैदल भी चलेंगे, साइकिल सवार भी चलेंगे, दोपहिया वाहन सवार भी चलेंगे और महंगी गाड़ियों वाले भी चलेंगे । जब सड़क पर परिवहन होगा तो हादसे होना भी स्वाभाविक बात है । सड़क परियोजनाओं का श्रेय लेने की जो होड़ दिख रही है , कभी ऐसा मौका ना आए कि कोई भयंकर हादसा हो जाए तो यही नेता अथवा इनके समर्थक कथित रूप से कन्नी काटते हुए भी दिखाई देते दिखाई देंगे ।

अब बात करते हैं पटौदी के साथ-साथ दक्षिणी हरियाणा के लिए सड़क विकास परियोजनाओं के शिलान्यास की तो इस मौके पर अभी तक केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और मौजूदा विधायक सत्य प्रकाश जी रावता के बीच बेशक से कथित रूप से राजनीतिक 36 का आंकड़ा दिखाई दिया।  फिर भी उन्होंने इस संपूर्ण सड़क परियोजना का श्रेय केंद्र सरकार, राज्य सरकार सहित भाजपा पार्टी को ही दिया है । जरावता की बात गागर में सागर के बराबर है , इसलिए बहुत गहरे मायने हैं । जिसकी व्याख्या करना संभव नहीं । उन्होंने बेझिझक खुले दिल से अपनी कथित राजनीतिक प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक विमला चैधरी का नाम लेते हुए पटौदी बाईपास, गुड़गांव-पटौदी-रेवाड़ी 4 लाइन राजमार्ग का श्रेय देते हुए केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी इसके लिए बधाई देते हुए उनकी भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण ठहराया । जरावता ने सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला का भी इस पूरे विकास परियोजना में योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया ।

वहीं दूसरी ओर राव इंद्रजीत सिंह के खेमे की माने जाने वाली राव की कट्टर समर्थक पूर्व विधायक विमला चैधरी ने सीधे-सीधे शब्दों में कह दिया कि यदि पटौदी का बाईपास राज्य सरकार के ही हाथ में होता तो यह उनके कार्यकाल में ही बन चुका होता ? यह अपने आप में बहुत बड़ा और गहरा राजनीतिक इशारा है। विमला चैधरी के शब्दों में पटौदी बाईपास के साथ-साथ गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी राजमार्ग का श्रेय केवल और केवल राव इंद्रजीत सिंह को ही जाता है । विमला चैधरी ने साफ-साफ कहा कि यह महत्वपूर्ण परियोजनाएं थी और इन को पूरा करवाने में अहीरवाल के साथ-साथ दक्षिणी हरियाणा और हरियाणा के कद्दावर नेता राव इंद्रजीत सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है । पटौदी बाईपास और गुरुग्राम पटौदी रेवाड़ी फोरलेन राजमार्ग के अलावा और भी विकास परियोजनाओं पर अपनी बात कहते हुए विमला चैधरी ने केवल और केवल परियोजनाओं के लिए जो श्रेय दिया वह  ताज उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह के सिर पर ही बांधा है।

अब सवाल यह है कि पूर्व विधायक विमला चैधरी भी आज की तारीख में भाजपा की ही कार्यकर्ता है, सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी भाजपा के ही कार्यकर्ता है और मौजूदा विधायक सत्यप्रकाश जरावता भी भाजपा के ही कार्य करता है । तो ऐसे में यह कैसे मान लिया जाए कि किसी भी विकास परियोजना का श्रेय किसी खास नेता को दिया जा सकता है । हां यह बात अलग है कि परियोजना को पूरा करवाने में की गई मेहनत किसी के द्वारा कुछ कम और किसी के द्वारा कुछ अधिक हो सकती है। लेकिन  सही मायने में श्रेय जिस पार्टी के नेता कार्यकर्ता होते हैं उसी पार्टी और पार्टी की सरकार को ही जाना चाहिए ।

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