मनीषबलवान सिंह जांगड़ा, हिसार
कुख्यात अपराधी व हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की मध्यप्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद उत्तरप्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज़ हो गई है। एक तरफ़ बीजेपी नेता इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी बता रहे हैं तो दूसरी तऱफ विपक्ष ने तीखे सवाल किए हैं।
उत्तरप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूछा है कि ये गिरफ्तारी है या आत्मसमर्पण।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा "ख़बर आ रही है कि 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।"
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, "कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।"
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट किए। दिग्विजय ने लिखा, "मैं शिवराज जी से विकास दुबे की गिरफ़्तारी या सरेंडर की न्यायिक जॉंच की मॉंग करता हूँ। इस कुख्यात गैंगस्टर के किस किस नेता और पुलिसकर्मियों से सम्पर्क हैं जॉंच होनी चाहिए। विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखते हुए इसकी पुख़्ता सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि सारे राज़ सामने आ सकें."
दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट में ये भी कहा कि यूपी चुनावों में नरोत्तम मिश्रा कानपुरी बीजेपी इंचार्ज भी थे, क्या कोई घंटी बजी? मिश्रा अभी मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन पुलिस को गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी पर बधाई दी है।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, "जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएँगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्श्ने वाली नहीं है।"
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम कैशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ''ये सबसे खूंखार और अधिक इनाम वाला अपराधी था। आठ पुलिस अधिकारियों का हत्यारा आज उज्जैन से गिरफ़्तार हुआ है। यूपी पुलिस ने काफी परिश्रम किया। विकास की गैंग के कई बड़े अपराधी मारे भी गए हैं। ये यूपी पुलिस का डर है जिसकी वजह से विकास दुबे को यूपी से बाहर जाकर समर्पण जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। यूपी और एमपी पुलिस को धन्यवाद, बधाई। ''
उज्जैन से गिरफ्तार किया गया विकास दुबे।
विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल के मंदिर से गिरफ्तार किया गया। जानकारी के मुताबिक जब विकास दुबे महाकाल के मंदिर में आ रहा था तो मंदिर के सुरक्षाकर्मी ने उसे पहचान लिया और इसकी पुलिस को जानकारी दी गई। शुरुआती पूछताछ में उसने अपनी पहचान की पुष्टि भी की। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने मीडिया को विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की लेकिन ज्यादा जानकारी देने से इंकार कर दिया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की पुलिस विकास दुबे को जल्द ही उत्तरप्रदेश की पुलिस को सौंप देगी। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दे दी गई है। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने पुलिस को किन्हीं सोर्सेज के माध्यम से उज्जैन मंदिर में होने की जानकारी दे दी थी।
गौरतलब है कि 2 जुलाई की रात को पुलिस जब कानपुर के बिकरु गांव में विकास दुबे को पकड़ने गई तो पुलिस विभाग में किसी ने विकास दुबे के लिए मुखबिरी की जिसका फायदा उठाकर विकास दुबे व उसके साथियों ने घात लगाकर पुलिसदल पर एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमे उत्तरप्रदेश पुलिस के एक डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।