पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी में रहे हैं राव समर्थक चेयरमैन

बीजेपी और जेजेपी के बीच भी शक्ति परीक्षण से इनकार नहीं

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
 हरियाणा के साथ ही पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी के चेयरमैन - वाइस चेयरमैन सहित अन्य सदस्यों को तुरंत प्रभाव से पद मुक्त कर दिया गया है । यह आदेश कृषि विभाग के मुख्य अतिरिक्त सचिव संजीव कौशल के द्वारा बीती देर शाम जारी किए गए ।  सुबे की सभी मार्केट कमेटी के चेयरमैन- वाइस चेयरमैन और सदस्यों को पद मुक्त कर दिया गया है। एकाएक पंचायत चुनाव से पहले गठबंधन सरकार के इस फैसले को लेकर सीधे-सीधे पंचायत चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है ।

बरहाल पटौदी राजनीतिक रूप से सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का राजनीतिक गढ़ है । अपवाद स्वरूप पटौदी से बीजेपी के ही प्रदेश सह प्रवक्ता रहे सत्य प्रकाश जरावता विधायक चुने गए हैं। अतीत के राजनीतिक अनुभव को देखते हुए यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं की केंद्रीय मंत्री और अहीरवाल के क्षत्रप राजनेता राव इंद्रजीत और विधायक सत्यप्रकाश चरावता के बीच वह राजनीतिक संबंध नहीं है , जो कि होने चाहिए । विधानसभा चुनाव के बाद संभवत राव इंद्रजीत और विधायक जरावता के बीच में अभी तक कोई भी अधिकारी बैठक अथवा मुलाकात नहीं हो सकी है। यह दोनों नेताओं के बीच सीधे-सीधे राजनीतिक बनी दूरियों का ठोस संकेत है । बीती योजना में भी पटौदी मार्केट कमेटी चेयरमैन के लिए जो नाम चला , नाम चला ही नहीं ऐसा ही फर्रुखनगर मार्केट कमेटी चेयरमैन के लिए भी हुआ। लेकिन राव इंद्रजीत की कथित नाराजगी को देखते हुए सरकार को अपने फैसले से पीछे हटना पड़ा और घोषित किए गए नामों के व्यक्तियों को कार्यभार संभालने से रोक दिया गया था। इसे सीधे-सीधे राव इंद्रजीत सिंह की राजनीतिक ताकत के रूप में आंका गया । अब हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन सरकार है , ऐसे में इस बात से इंकार नहीं की मार्केट कमेटी के अलावा अन्य निगम और बोर्ड़ाें के चेयरमैन-अध्यक्ष के साथ-साथ कार्यकारिणी के सदस्यों के मनोनयन को लेकर जेजेपी के कार्यकर्ताओं का समायोजन करना भी बीजेपी के लिए, अपने कार्यकर्ताओं के साथ साथ जरूरत बना दिखाई दे रहा है।

सीधे-सीधे बात करते हैं पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी की । इस बात से इंकार नहीं की अपने राजनीतिक गढ़ पटौदी और फर्रुखनगर में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह चाहेंगे कि उनकी पसंद अथवा उनके समर्थक को ही चेयरमैन और वाइस चेयरमैन बनाया जाए । लेकिन यहां नए समीकरण बीजेपी और जेजेपी के गठबंधन को भी ध्यान में रखना जरूरी होगा। ऐसे में सवाल यही है कि पटौदी-फर्रुखनगर में दोनों मार्केट कमेटियों में से क्या जेजेपी के कार्यकर्ताओं को मार्केट कमेटी का चेयरमैन-वाइस चेयरमैन बनाकर संतुलन कायम किया जाएगा।  या फिर पटौदी और फर्रुखनगर में दोनों में से बीजेपी और जेजेपी के खाते में चेयरमैन - वाइस चेयरमैन का पद जा सकता है । मार्केट कमेटी चेयरमैन - वाइस चेयरमैन व सदस्यों को पद मुक्त किया जाने के साथ ही आने वाले समय में पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी चेयरमैन - वाइस चेयरमैन की ताजपोशी के लिए बिना देरी किए बीजेपी जेजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ साथ बड़े नेताओं के समर्थक कार्यकर्ता भी एकाएक सक्रिय हो गए हैं ।

अभी तक के राजनीतिक अनुभव और पकड़ को देखा जाए तो इस बात से इंकार नहीं की पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी चेयरमैन-वाइस चेयरमैन के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का पलड़ा भारी ही रहेगा । वही इस बात से भी इनकार नहीं है कि यदि किन्ही कारणों से पटौदी - फरुखनगर मार्केट कमेटी में चेयरमैन - वाइस चेयरमैन पद जेजेपी के खाते में भी जाता है तो भी ऐसे में राव इंद्रजीत सिंह की रजामंदी मिलने से कतई भी इनकार नहीं किया जा सकता है । यह सर्वविदित है कि जेजेपी के डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के परिवार के राव इंद्रजीत सिंह के साथ-साथ, स्वयं दुष्यंत चैटाला के भी मधुर राजनीतिक संबंध कायम है । ऐसे में यह देखना रोचक रहेगा कि पटौदी और फर्रुखनगर मार्केट कमेटी चेयरमैन-वाइस चेयरमैन की ताजपोशी किस नेता के समर्थक के सिर पर होगी। बहरहाल यह सब भविष्य के गर्भ में है। फिर भी अपने-अपने कार्यकर्ता समर्थकों को सम्मान दिलाने के लिए बीजेपी-जेजेपी के साथ-साथ नेतााओ के समर्थक भी लामबंदी में सक्रिय हो गए हैं ।

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