दोनों नगरपालिकाओं तथा दस गाँवो को मिलाकर नगरपरिषद बनाने के लिए शनिवार को अधिसूचना जारी
सरकार द्वारा लोगों से माँगी आपत्तियों का कोई ठोस कारण न मानते हुए पहले जारी अधिसूचना पर ही लगाई मुहर
गुरुग्रांम ब्यूरो।
प्रदेश सरकार ने पटौदी एवं हेलीमंडी नगरपालिकाओं तथा दस गाँवो को मिलाकर नगरपरिषद बनाने के लिए अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी। अब नई नगर परिषद पटौदी मंडी के नाम से जानी जाएगी। मानेसर को नगर निगम बनाने के बाद पटौदी के विधायक सत्य प्रकाश जरावता लगातार प्रयासरत थे कि समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पटौदी हेलीमड़ी तथा आसपास के दस गांवों को मिलाकर नगर परिषद बना दी जाए ताकि पटौदी भी एक बड़ा शहर बन सके तथा विकास की राह में आगे बढ़े।
गुरुग्राम में सोहना तथा पटौदी से सटे झज्जर को पहले नगर परिषद बनाया जा चुका है। विभिन्न संगठन पटौदी को जिला बनाने की भी मांग करते आ रहे है परंतु एक छोटे कस्बे के रूप में रहते हुए पटौदी को जिला बनाने की संभावना भविष्य में नहीं थी।
पटौदी तथा हेलीमड़ी नगर की सीमाएं भी मिली हुई थी तथा विस्तार के चलते ये नगर लगभग मिल गए थे। ऐसे में नगर परिषद बनने से लोगों को लाभ मिलेगा।
नगर परिषद बनाने को लेकर अनेक लोगों ने अपनी आप्तियां भी दर्ज करवाई थी। इसके नामकरण को लेकर भी अलग अलग संगठनों ने अलग सुझाव दिए थे। परंतु अंत में सरकार ने आपत्तियों का कोई ठोस कारण न मानते हुए अपने पहले जारी अधिसूचना पर ही मुहर लगा दी है। शनिवार को जारी अधिसूचना के अनुसार पटौदी मंडी के नाम से बनाए गए नगर परिषद में पटौदी हेलीमंडी नगरपालिकाओं के अलावा नरहेड़ा, जनौला, रामपुर, छावन, मिलकपुर, मिर्जापुर, मुबारकपुर, देवालावास, हेडहेड़ी तथा खानपुर ग्राम शामिल किए गए हैं।