खेडा बोर्डर किसान आंदोलन सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम रहा

आनंद भोगी के आगे-पीछे तीस-तीस, 40-40 कमांडो चलते

आनंद जीवी देश व मात्र भूमि के लिए प्राणो की आहूति देते


फतह सिंह उजाला
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थित शाहजहांपुर खेडा बोर्डर पर संयुक्त मोर्चा के आहवान पर जारी किसान आंदोलन मंगलवार को 59वें दिन रंगा रंग संास्कृतिक में पूरी तरह से रंगा हुआ दिखाई दिया। यहां पर केरल, हरियाणावी व राजस्थानी संगीत और गीत से माहौल गंूजता रहा ।

वहीं हरियाणा के भिवानी क्षेत्र से कविता आर्य, मुकेश आर्य ने हारमोनियम व तबले की ताल पर केंद्र सरकार को खूब कोसते हुए कहा... कोविड के समय भी दोनों वक्त का निवाला उपलब्ध कराने वाले धरती पुत्र किसानों की ओर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को उदार नीति अपनाने के लिए अपने मुखार बिंद से अनेंको भजनो के माध्यम से कटाक्ष किये गए। जमींदार पर जुल्म कराओगे...तो मोदी जी सत्ता में घने दिन नही टिक पाओगे। देश की स्वतंत्रता में अनेंको महान सपूतो द्वारा 1857 से 1947 तक हंस-हंस कर फांसी का फंदा चूमने वाले शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू, देश की आजादी का बिगुल बजाने वाले सुभाष चंद्र बोस के साथ-साथ गुरू गोबिंद के चारो छोटे-बडे नौनिहालों के द्वारा देश की स्वतंत्रता के लिए जिंदा ही दिवारों के बीच चिनाई किया जैसे जघन्य अपराध की खूब कहानियां सुनाकर दर्द को कुरेदते हुए देश की आजादी में हजारेां की संख्या में प्राणों के बलिदान करने वाली माताओं को भी नमन करते हुए उपस्थित किसान आंदोलन में आनंद रोगी व आनंद जीवी का विस्तार पूर्वक वर्णन सुनाया। इसके उपरंात बताया कि आनंद भोगी ऐसे लोग होते है जिनके पीछे तीन-तीन, चार-चार कमांडो चलते है तथा आनंद जीवी देश व अपनी मात्र भूमि के लिए अपनी प्राणो की आहूति देने के लिए  ना मरने से डरते है ना काम करने से ,अनेंको सांस्कृतिक व्यंगय भी कसे गए ।

इसी क्रम में ढोल नगांडे के साथ राजस्थान व केरल की नादरी कन्हैया पार्टी करोली खेडी,  पूर्वी राजस्थान पार्टी के चोटी के कलाकार भूर सिंह कालू राम, मेघराज सहित नगाडें पर थाप देने वाले लेखराज नागरी सवाई तहसील के चोटी के कलाकारों ने खूब तालियां बटोरी व आंदोलनकारियों को तीखे व्यंग के द्वारा खूब लोटपोट किया ।

इस अवसर पर बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार के आहवान पर गांव साबन व प्राणपुरा के किसानों द्वारा 40 हजार व 30 हजार रूपये नकद तथा खाद्य साम्राज्ञी आटा-दाल, चावल, घी, तेल, व मसाले, पानी  के हजारों की संख्या में गलास उपलब्ध कराएं। जिनमें विशेष रूप से गांव साबन के पूर्व सरपंच रिंकू, सुनील कुमार, दलीप सिंह, धर्मबीर, सुरजभान, गांव प्राणपुरा के प्रभूदयाल नैहरा, अत्तर सिंह राधेश्याम, कपूर सिंह मामन चंदन म्बरदार शामिल रहे । इसी क्रम में पूर्वी राजस्थान मीणा समाज रेल कर्मचारियों द्वारा एक लाख 35 हजार की खाद्य सामग्री के लिए खेडा बोर्डर पर राजस्थान के दौसा, खरोली, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर के किसान आंदोलन सहयोगी मणी राम, बनवारी लाल, धारा सातपुरा, मनतेश बोण, मेघराम गोठडा आदि सहयोगी रहे।

इस अवसर पर मोर्चे के प्रमुख किसान नेता राजाराम मील, डॉ संजय माधव ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले केरल, राजस्थान व हरियाणा के कलाकारो द्वारा खेडा बोर्डर पर किसानों के समर्थन में पंहुचने के लिए धन्यवाद किया । वहीं दूसरे माह में प्रवेश कर गए खेडा बोर्डर पर आंदोलनकारियों के समर्थन में आर्थिक व खाद्य सामग्री स्वेच्छा से प्रदान करने वाले राजस्थान के मीणा समाज, बावल-84 के साबन व प्राणपुरा के निवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि खेडा बोर्डर पर छह माह की खाद्य साम्राज्ञी व राशन उपलब्ध है ।

अब पिछले एक सप्ताह से स्थानीय किसानों द्वारा दिए जा रहे सहयोग से स्पष्ट हो गया है कि जब तक केंद्र सरकार किसानो ंकी आवाज को अनसुना करती रहेगी आंदोलन जारी रहेगा । इस अवसर पर बावल-84 के प्रधान सुमेर जलेदार, ईश्वर सिंह म हलावत, किसान नेता रामकिशन, प्रभू दयाल प्राणपुरा, सुमेर बनीपुर, अत्तर सिंह नैहरा, महेंद्र ककरावत, राजाराम मील, पूर्व विधायक पवन दुगगल, राजू रणजीत श्री गंगानगर, केरल, महाराष्ट्र गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, आंध्रप्रदेश के अनेंको किसान उपस्थित रहे ।

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