फाईनल सूची मोहर लगा कर चुनाव आयोग को भेजी
फतह सिंह उजाला
पटौदी। पंचायती राज के चुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है। चुनाव आयोग ने पंचायती चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इतना ही नहीं सभी ब्लॉकों में मतपेटियां पहुंचाने का कार्य शुरु कर दिया है। जिससे कयास लगाए जा रहे है कि कोरोना काल के दौरान लगाए गए लॉक डाउन की समाप्ति के साथ ही चुनाव कराएं जा सकते है।
बतां दे की सरकार द्वारा सरपंच, पंच, पंचायत समिति, जिला परिषद का कार्यकाल फरवरी माह में पूर्ण होने के बाद पंचायत चुनाव कराने के लिए तैयारियां शुरु कर दी थी। लेकिन विश्वव्यापी कोरोना माहमारी के केहर को कम करने के लिए सरकार द्वारा लॉक डाउन लगा रखा है। लेकिन सम्बंधित विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों ने लॉक डाउन के दौरान युद्ध स्तर पर कार्य करके सरकार द्वारा गठित नहीं पंचायतों, पंचायत समिति , जिला परिषद की वार्डबंदी का कार्य पूर्ण कर लिया है। नियम अनुसार वोट लिस्ट, वार्डबंदी सम्बंधित दावे आपती के बाद सम्बंधित जिला उपायुक्तों ने अपने अपने जिलों की फाईनल सूची तैयार करके माहर लगा कर चुनाव आयोग को भी भेज दी है। चुनाव आयोग पहले की जिला परिषद, पंचायत समिति, सरपंच, पंच पद के दावेदारों के लिए चुनाव चिंह की घोषणा कर चुका है। अब दिन दूर नहीं जब सरकार चुनावी रणभैरी बजा कर ग्रामीणों को नये जनप्रतिनिधि चुनने का अधिकार देगी। वहीं चुनावी हलचल शुरु होते ही दावेदारों ने भी कोरोना की मार से धीमी पडी चुनावी चाल को रफ्तार देते हुए जनसर्म्पक अभियान तेज कर दिया है। गांवों के गलिहारों में चुनावी माहौल गर्म होने लगा है !
फतह सिंह उजाला
पटौदी। पंचायती राज के चुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है। चुनाव आयोग ने पंचायती चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इतना ही नहीं सभी ब्लॉकों में मतपेटियां पहुंचाने का कार्य शुरु कर दिया है। जिससे कयास लगाए जा रहे है कि कोरोना काल के दौरान लगाए गए लॉक डाउन की समाप्ति के साथ ही चुनाव कराएं जा सकते है।
बतां दे की सरकार द्वारा सरपंच, पंच, पंचायत समिति, जिला परिषद का कार्यकाल फरवरी माह में पूर्ण होने के बाद पंचायत चुनाव कराने के लिए तैयारियां शुरु कर दी थी। लेकिन विश्वव्यापी कोरोना माहमारी के केहर को कम करने के लिए सरकार द्वारा लॉक डाउन लगा रखा है। लेकिन सम्बंधित विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों ने लॉक डाउन के दौरान युद्ध स्तर पर कार्य करके सरकार द्वारा गठित नहीं पंचायतों, पंचायत समिति , जिला परिषद की वार्डबंदी का कार्य पूर्ण कर लिया है। नियम अनुसार वोट लिस्ट, वार्डबंदी सम्बंधित दावे आपती के बाद सम्बंधित जिला उपायुक्तों ने अपने अपने जिलों की फाईनल सूची तैयार करके माहर लगा कर चुनाव आयोग को भी भेज दी है। चुनाव आयोग पहले की जिला परिषद, पंचायत समिति, सरपंच, पंच पद के दावेदारों के लिए चुनाव चिंह की घोषणा कर चुका है। अब दिन दूर नहीं जब सरकार चुनावी रणभैरी बजा कर ग्रामीणों को नये जनप्रतिनिधि चुनने का अधिकार देगी। वहीं चुनावी हलचल शुरु होते ही दावेदारों ने भी कोरोना की मार से धीमी पडी चुनावी चाल को रफ्तार देते हुए जनसर्म्पक अभियान तेज कर दिया है। गांवों के गलिहारों में चुनावी माहौल गर्म होने लगा है !