IGU के सहायक प्रोफ़ेसर व छात्रा ने किया कोरोना से संबंधित पहलुओं पर सर्वे

अजय सागर अत्री
रेवाड़ी। आईजीयू मीरपुर में सेवारत सहायक प्रोफ़ेसर डॉ संदीप पांचाल व छात्रा सुमन कुमारी रामपुरा ने 104 नागरिकों पर कोरोना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर ऑनलाइन सर्वे किया।
उन्होंने यह अध्ययन रेवाड़ी में रहने वाले नागरिकों पर किया और पाया की जिन नागरिकों में कोरोना का डर ज्यादा होता है, उन्हीं नागरिकों में तनाव और अवसाद का लेवल भी ज्यादा होता है। जिन नागरिकों में कोरोना का भय नहीं है, उनका आत्मविश्वास का लेवल ज्यादा पाया गया।
उनका कहना है कि कोरोना के डर से ग्रसित नागरिक अपने जीवन के सामान्य गतिविधियां भी ठीक से नहीं कर पाता जैसे किसी कार्य मैं रुचि न लेना, पूरे दिन थकावट महसूस करना, नींद आने में कठिनाई महसूस करना या जरूरत से ज्यादा सोना।
अध्ययन में यह भी पाया गया की कॉविड 19 का डर का मनोवैज्ञानिक कारण यह है की अपने आसपास के लोगों से नकारात्मक बातों को सुनते रहना, जिससे नागरिक के विचारों में ओवरथिंकिंग और स्ट्रेस की प्रवृत्ति विकसित हो जाती है। इससे भरने के लिए मनोवैज्ञानिक सलाह यह है की नागरिकों में सकारात्मक सोच पैदा की जाए और सकारात्मक सोच पैदा करने के लिए मानसिक और शारीरिक व्यायाम जरूरी है। अगर इससे भी समाधान ना हो तो मेडिकल मनोवैज्ञानिक से संपर्क किया जाना जरूरी है।
गौरतलब यह है कि डॉ संदीप पांचाल मनोविज्ञान के प्रोफेसर हैं और सुमन कुमारी मनोविज्ञान की छात्रा है।
Previous Post Next Post