कहीं कत्थकली, कहीं करुणा अक्का, कहीं वीरा तो कहीं बबुनी-बबुआ और कहीं कोविड कुमारी। 

टीम इनटेक/मनीषबलवान सिंह जांगड़ा
हिसार। जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है ऐसे में "करुणा डॉल" उम्मीद को किरण है जो आपके और मेरे भारत की एकता व अखंडता की पहचान है। "करुणा" क्रिएटिव डिग्निटी “का एक सराहनीय प्रयास है, टूटती उम्मीदों को पर लगा हम सबके दिल में खुशियों का संचार करने को। 

कोरोना संकट ने देशभर की महिलाओं को रोजगार मुहैया करवायेगी "करुणा डॉल"।

"इनटेक आत्मनिर्भर" भारत की ओर “इनटेक हेरिटेज क्राफ़्ट एवं कम्यूनिटी डिविज़न” के सहयोग से हिसार चैपटर का बढ़ता एक कदम है- करुणा डॉल- एक राष्ट्रव्यापी प्रोजेक्ट, कोरोना के समय में कमाई का जरिया, आस, हौसला खो चुके हजारों लोगों को जीने का संबल देता हथकरघा प्रोजेक्ट है। इसके तहत देशभर की महिलायें अपनी लोक कला को प्रोत्साहित करते हुए गुड़िया को बना कर "क्रिएटिव डिग्निटी “के जरिये बाज़ार को उपलब्ध करायेगी।

वर्चुअल यात्रा के माध्यम से देशभर के विभिन्न क्षेत्रों की कहानियों को सिखाती है "करुणा डॉल"।

"करुणा डॉल" भारत के शिल्प आंदोलन का प्रतिनिधित्व करती है। करुणा, हमारे दिलों के भीतर पैदा होती है, जहाँ वह जाती है और जहाँ भी जाती है, खुशी मनाती है। जिस संदेश को वह अपने साथ ले जाती है वह सरल है। कोविड दुनिया में जहां हमें अपने पैटर्न का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए मजबूर किया गया है, करुणा हमें याद दिलाती है कि उत्तर हमारे भीतर है। "करुणा डॉल" देश में वर्चुअल यात्रा के माध्यम से यात्रा करने और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी यात्राओं के बारे में कहानियों को सीखने का अवसर प्रदान करती है। 

वह हमें शिल्प की कहानियां सुनाती है और हमें उस क्षेत्र के निर्माता, सामग्री और भूमि के बारे में बताती है।
कहीं कत्थकली, कहीं करुणा अक्का, कहीं वीरा तो कहीं बबुनी-बबुआ और कहीं कोविड कुमारी। 

हरियाणा में "कोविड कुमारी"।

"कोविड कुमारी" ग्रामीण हरियाणा में आशा और आंगनवाड़ी कोरोना वरियॉर्स का प्रतिनिधित्व कर गाँवों की महिलाओं के साथ काम करके उन्हें बताती है कि उनके परिवार का स्वास्थ्य उनके हाथ में है। "कोविड कुमारी" सोशल डिस्टेंसिंग के मुद्दों को ला रही है- "छह हाथ की दूरी", हाथ धोएं और स्वस्थ रहें। वह हिसार के आसपास के गांवों में शिल्प महिलाओं द्वारा बनाया गया है, जो उन्हें अपनी आय को पूरा करने और उन सभी के लिए मुस्कान लाने की अनुमति देती है जो अपने घरों में उसका स्वागत करते हैं।
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